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भोजपुरी फिल्मों के निरहुआ का 15 अगस्त भी तूफानी है

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 14 अगस्त, 2018 10:13 PM
  • 14 अगस्त, 2018 10:13 PM
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चाहे भोजपुरी फिल्मों के निरहुआ हों, या फिर यूपी के मदरसे अब जब 15 अगस्त आ गया है तो लाजमी है जो कुछ होगा वो सिर्फ और सिर्फ तूफानी होगा.

स्वतंत्रता दिवस आने में कुछ घंटे शेष हैं. स्वतंत्रता दिवस देशभक्ति वाली फिल्मों के बिना अधूरा है. बात फिल्मों की हो और हम भोजपुरी इंडस्ट्री को भूल जाएं ये हो नहीं सकता. भोजपुरी पर जब बात चले तो दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को भूलना गुनाह है. भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार और करोड़ों भोजपुरी फैंस के दिलों की धड़कन. 'निरहुआ' भी इन दिनों वही कर रहे हैं जिसके बल पर बॉलीवुड में अक्षय कुमार नंबर वन की रेस में बने हुए हैं. बात आगे बढ़ाने से पहले एक छोटी सी खबर सुन लीजिये. हो सकता है कि निरहुआ भोजपुरी इंडस्ट्री के बेस्ट एक्टर बन जाएं. इंडस्ट्री में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल का बेस्ट भोजपुरी एक्टर का अवार्ड निरहुआ को ही मिलेगा.

निरहुआ का शुमार उन एक्टर्स में है जिनके चाहने वाले दुनिया भर में मौजूद हैं

ऐसा क्यों हो रहा है इसकी वाजिब वजह है. अभी कुछ दिनों पहले उनकी एक फिल्म आई थी, नाम था बॉर्डर. फिल्म की थीम वही है जैसा हमेशा से बॉलीवुड में होता चला आया है. इसमें इंडिया है. पाकिस्तान है. राष्ट्रवाद है. राष्ट्रध्वज है. बम, बंदूक, सेना है. आतंकवादी हैं और जिहाद है. फिल्म भोजपुरी दर्शकों को पसंद आई और ख़बरों की मानें तो दर्शकों की एक बड़ी संख्या टिकट विंडो पर टिकट के लिए दिखी थी.

बहरहाल हम बात 'निरहुआ' की कर रहे थे. 'निरहुआ' के बारे में मशहूर है कि ये जो भी करते हैं कमाल करते हैं और सबको लाजवाब कर देते हैं. ये जानने के लिए कि इस स्वतंत्रता दिवस को लेकर भोजपुरी इंडस्ट्री के शहंशाह "निरहुआ"  की क्या प्लानिंग है और वो क्या करने वाले हैं हमने यू ट्यूब का रुख किया. पता चला कि 'निरहुआ' मलेशिया में होंगे. किसलिए? वजह है IBFA यानी International Bhojpuri Film Awards और उनका उसमें परफॉर्म करना. निरहुआ म्यूजिक वर्ल्ड नाम के यूट्यूब चैनल ने...

स्वतंत्रता दिवस आने में कुछ घंटे शेष हैं. स्वतंत्रता दिवस देशभक्ति वाली फिल्मों के बिना अधूरा है. बात फिल्मों की हो और हम भोजपुरी इंडस्ट्री को भूल जाएं ये हो नहीं सकता. भोजपुरी पर जब बात चले तो दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को भूलना गुनाह है. भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार और करोड़ों भोजपुरी फैंस के दिलों की धड़कन. 'निरहुआ' भी इन दिनों वही कर रहे हैं जिसके बल पर बॉलीवुड में अक्षय कुमार नंबर वन की रेस में बने हुए हैं. बात आगे बढ़ाने से पहले एक छोटी सी खबर सुन लीजिये. हो सकता है कि निरहुआ भोजपुरी इंडस्ट्री के बेस्ट एक्टर बन जाएं. इंडस्ट्री में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल का बेस्ट भोजपुरी एक्टर का अवार्ड निरहुआ को ही मिलेगा.

निरहुआ का शुमार उन एक्टर्स में है जिनके चाहने वाले दुनिया भर में मौजूद हैं

ऐसा क्यों हो रहा है इसकी वाजिब वजह है. अभी कुछ दिनों पहले उनकी एक फिल्म आई थी, नाम था बॉर्डर. फिल्म की थीम वही है जैसा हमेशा से बॉलीवुड में होता चला आया है. इसमें इंडिया है. पाकिस्तान है. राष्ट्रवाद है. राष्ट्रध्वज है. बम, बंदूक, सेना है. आतंकवादी हैं और जिहाद है. फिल्म भोजपुरी दर्शकों को पसंद आई और ख़बरों की मानें तो दर्शकों की एक बड़ी संख्या टिकट विंडो पर टिकट के लिए दिखी थी.

बहरहाल हम बात 'निरहुआ' की कर रहे थे. 'निरहुआ' के बारे में मशहूर है कि ये जो भी करते हैं कमाल करते हैं और सबको लाजवाब कर देते हैं. ये जानने के लिए कि इस स्वतंत्रता दिवस को लेकर भोजपुरी इंडस्ट्री के शहंशाह "निरहुआ"  की क्या प्लानिंग है और वो क्या करने वाले हैं हमने यू ट्यूब का रुख किया. पता चला कि 'निरहुआ' मलेशिया में होंगे. किसलिए? वजह है IBFA यानी International Bhojpuri Film Awards और उनका उसमें परफॉर्म करना. निरहुआ म्यूजिक वर्ल्ड नाम के यूट्यूब चैनल ने मलेशिया में होने वाले इस अवार्ड शो का एक टीजर डाला है.

टीजर साफ बता रहा है कि इस अवार्ड फंक्शन को भी आयोजक राष्ट्रवाद की थाली में रखकर परोसने वाले हैं और वाहवाही लूटने वाले हैं और उनका साथ देने के लिए दिनेश लाल यादव ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है. इस वीडियो को देखिये. निरहुआ को यहां जिस रूप में दर्शाया गया है, साथ ही जो उनका अंदाज है वो ये साफ बता रहा है कि बॉलीवुड की तरह अब भोजपुरी इंडस्ट्री भी समझ गई है कि देश भक्ति और राष्ट्रवाद के बल बूते नामुमकिन को मुमकिन बड़ी ही आसानी के साथ बनाया जा सकता है.

अब चाहे दिनेश लाल यादव हो या फिर मनोज तिवारी, पवन सिंह, रवि किशन, खेसारी लाल यादव आयर कृष्णा यह सभी सितारे इस बात से भली प्रकार अवगत हैं कि देशप्रेम ही वो नया पैंतरा है जिसके दम पर एक बड़ी फैन फॉलोइंग बनाई जा सकती है.

भले ही अवार्ड फंक्शन में निरहुआ का आना, उनका तिरंगे को सलामी देना, मौजूद गेस्ट का खड़े होकर दोनों हाथ लहराकर मलेशिया की जमीन पर वंदे मातरम कहना स्क्रिप्टेड हो मगर ये आज के पूरे राजनीतिक परिदृश्य को साफ दर्शाने की हैसियत रखता है. अब तक हम ये बता रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को लेकर दिनेश लाल यादव और भोजपुरी इंडस्ट्री की प्लानिंग क्या है? अब हम आपको मलेशिया से निकालकर उस जगह ले चलेंगे जहां भोजपुरी जानने और समझने वाले लोगों की एक बड़ी संख्या वास करती है और एक ऐसी खबर से अवगत कराएंगे जो राष्ट्रवाद के मुद्दे को शीशे की तरह साफ कर देगी.

स्वतंत्रता दिवस आ गया है जाहिर है उत्तर प्रदेश में मदरसे फिर चर्चा का विषय बनेंगे

खबर उत्तर प्रदेश से है. उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मदरसे और स्वतंत्रता दिवस चर्चा में हैं. उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड ने अपने तहत चल रहे सभी मदरसों से कहा है कि वे स्वतंत्रता दिवस मनाएं और झंडारोहण एवं राष्ट्रगान के बाद 'भारत माता की जय' का उद्घोष करें. उत्तर प्रदेश शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने मदरसों को आदेश दिया कि शिया वक्फ बोर्ड के तहत चल रहे सभी मदरसे स्वतंत्रता दिवस मनाएं. झंडारोहण और राष्ट्रगान के बाद ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करें.

बोर्ड ने चेतावनी दी है कि आदेश का पालन सुनिश्चित नहीं करने वाले मदरसों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं जब इस विषय पर उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी से जवाब तलब किया गया तो उन्होंने बस इतना कहकर बात काट दी कि जो भारतवर्ष में पैदा हुआ है, उसे तो भारत माता की जय बोलना ही चाहिए.

बहरहाल न स्वतंत्रता दिवस नया है और न ही हर स्वतंत्रता दिवस पर मदरसों का चर्चा में आना. कहना गलत नहीं है कि स्वतंत्रता दिवस से पहले हमें इन खबरों को ठीक वैसे देखना चाहिए, जैसे हम पहली बरसात के बाद टर्र-टर्र करते हुए मेंढक और जाड़े से पहले मूंगफली के ठेले देखते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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