• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

Baaghi 3 movie review: टाइगर श्रॉफ का एक्‍शन धमाकेदार है, बस खतरा Coronavirus है

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 06 मार्च, 2020 01:52 PM
  • 06 मार्च, 2020 01:52 PM
offline
Baaghi 3 movie review: टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) स्टारर फिल्म बागी 3 रिलीज (Baaghi 3 movie release) हो गई है. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के आने का सीधा असर फिल्म की रिलीज पर देखने को मिल रहा है.

Baaghi 3 movie review: बॉलीवुड जाना ही जाता है मसालेदार और तड़क भड़क के लिए. इसलिए अगर हम टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) को पर्दे पर कुछ हैरतअंगेज कारनामे करते देखें तो हमें बिल्कुल भी आश्चर्य में नहीं पड़ना चाहिए. लंबे इंतज़ार के बाद कोरियोग्राफर से डायरेक्टर बने अहमद खान (Ahmed Khan) की फ़िल्म बागी 3 सिनेमाघरों में रिलीज (Baaghi 3 movie release) हो गयी है. फ़िल्म में एक्टर टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर (Shradhdha Kapoor) लीड भूमिका में हैं. साथ ही रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) और अंकिता लोखंडे का किरदार भी फिल्म का अहम हिस्सा है. पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर परेशान हैं और भारत में भी कोरोना के तकरीबन 28 मामले सामने आ चुके हैं इसलिए इस बीमारी को भी फ़िल्म के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है (Baaghi 3 Box office prediction). कहा जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस का असर फिल्म के ओपनिंग कलेक्शन पर पड़ेगा. टाइगर श्रॉफ की बागी 3 पूरी तरह से एक मसालेदार फिल्म है इसलिए अगर आप फ़िल्म देखने के दौरान दिमाग लगाते हैं या फिर बहुत सोच विचार करते हैं तो फ़िल्म आपके लिए नहीं है और इस स्थिति में केवल निराशा ही आपके हाथ लगेगी. फ़िल्म को एक फ़ुल ऑन एंटरटेनर माना जा रहा है.

अगर आप एक्शन फिल्मों के शौक़ीन हैं तो बागी 3 आपको निराश नहीं करेगी

फ़िल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जिन्हें देखकर लोग टाइगर के एक्शन के कायल हो जाएंगे. तो वहीं फिल्म में उन पलों की भी भरमार है जिन्हें देखकर लगेगा कि फ़िल्म में डायरेक्टर ने इन्हें रखा ही इसलिए है ताकि दर्शक इन्हें देखते हुए अपना तनाव कम कर सके. हालांकि अब स्क्रीन के सामने बैठे दर्शक सीटियां नहीं बजाते. मगर डायरेक्टर अहमद खान ने जैसा ट्रीटमेंट इस फ़िल्म को दिया है, दर्शक लाज शर्म किनारे रखकर...

Baaghi 3 movie review: बॉलीवुड जाना ही जाता है मसालेदार और तड़क भड़क के लिए. इसलिए अगर हम टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) को पर्दे पर कुछ हैरतअंगेज कारनामे करते देखें तो हमें बिल्कुल भी आश्चर्य में नहीं पड़ना चाहिए. लंबे इंतज़ार के बाद कोरियोग्राफर से डायरेक्टर बने अहमद खान (Ahmed Khan) की फ़िल्म बागी 3 सिनेमाघरों में रिलीज (Baaghi 3 movie release) हो गयी है. फ़िल्म में एक्टर टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर (Shradhdha Kapoor) लीड भूमिका में हैं. साथ ही रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) और अंकिता लोखंडे का किरदार भी फिल्म का अहम हिस्सा है. पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर परेशान हैं और भारत में भी कोरोना के तकरीबन 28 मामले सामने आ चुके हैं इसलिए इस बीमारी को भी फ़िल्म के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है (Baaghi 3 Box office prediction). कहा जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस का असर फिल्म के ओपनिंग कलेक्शन पर पड़ेगा. टाइगर श्रॉफ की बागी 3 पूरी तरह से एक मसालेदार फिल्म है इसलिए अगर आप फ़िल्म देखने के दौरान दिमाग लगाते हैं या फिर बहुत सोच विचार करते हैं तो फ़िल्म आपके लिए नहीं है और इस स्थिति में केवल निराशा ही आपके हाथ लगेगी. फ़िल्म को एक फ़ुल ऑन एंटरटेनर माना जा रहा है.

अगर आप एक्शन फिल्मों के शौक़ीन हैं तो बागी 3 आपको निराश नहीं करेगी

फ़िल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जिन्हें देखकर लोग टाइगर के एक्शन के कायल हो जाएंगे. तो वहीं फिल्म में उन पलों की भी भरमार है जिन्हें देखकर लगेगा कि फ़िल्म में डायरेक्टर ने इन्हें रखा ही इसलिए है ताकि दर्शक इन्हें देखते हुए अपना तनाव कम कर सके. हालांकि अब स्क्रीन के सामने बैठे दर्शक सीटियां नहीं बजाते. मगर डायरेक्टर अहमद खान ने जैसा ट्रीटमेंट इस फ़िल्म को दिया है, दर्शक लाज शर्म किनारे रखकर सीटी बजाने को मजबूर हो जाएगा. फ़िल्म को एक्शन और ग्लैमर के अलावा लोकेशन के लिहाज से भी एक अच्छी फिल्म माना जा सकता है और चूंकि मार धाड़ टाइगर की फिल्मों की यूएसपी है तो भले ही फिल्म की कहानी कुछ ख़ास न हो मगर ये फिल्म युवाओं को ज़रूर थियेटर तक लाने में कामयाब होगी.

फिल्म दो भाइयों (टाइगर और रितेश) की कहानी है जिनके बीच की बॉन्डिंग ज़बरदस्त है. (विक्रम) रितेश किसी काम से सीरिया जाता है और वहां जाकर उसके साथ ऐसा कुछ हो जाता है जिससे वो फंस जाता है. टाइगर अपने भाई के लिए बहुत प्रोटेक्टिव है और उसे बचाने के लिए सीरिया जाता है जहां उसकी मुलाकात एक ऐसे संगठन से होती है जिसका मकसद पूरी दुनिया में आतंकवाद फैलाना और उसे आतंकित करना है. रितेश का आतंकवादी संगठन से क्या रिश्ता है? क्यों संगठन के लोग रितेश को उठा ले जाते हैं? क्या टाइगर अपने भाई को बचाने में कामयाब हो पाएगा ? इन्हीं सवालों के इर्द गिर्द फिल्म की कहानी घूमती है और इन सवालों का जवाब तभी मिल पाएगा जब व्यक्ति फिल्म देखने के लिए बॉक्स ऑफिस से टिकट लेगा.

जबरदस्त एक्शन समेटे हुए है फिल्म की कहानी

बागी 3 कैसी होगी ? अगर दर्शकों ने बागी और बागी 2 देखी होगी तो जवाब उन्हें खुद ब खुद मिल जाएगा. फिल्म में रॉनी का किरदार निभा रहे टाइगर की डायलॉग डिलीवरी और एक्टिंग देहकर यही लगता है कि अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है मगर एक्शन जो उनका मजबूत पक्ष  यदि उस लिहाज से बागी 3 को देखें तो मिलेगा कि इस मामले में टाइगर दर्शक और डायरेक्टर दोनों ही उम्मीदों पर खरे उतरे हैं. चाहे उनकी बॉडी हो या फिर फिल्म में उनका अपने सिक्स पैक ऐब्स दिखाना हो साफ़ पता चलता है कि टाइगर ने अपने इस पक्ष पर खूब जमकर मेहनत की है.

फिल्म में जिस तरह के एक्शन टाइगर ने दिखाए हैं कई मौके आएंगे जब दर्शक दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर हो जाएगा. फिल्म में टाइगर के अपोजिट श्रद्धा कपूर को कास्ट किया गया जिन्होंने अभिनय करने की कोशिश तो की लेकिन क्योंकि फिल्म बागी एक फुल ऑन एक्शन फिल्म है इसलिए वैसी एक्टिंग वो करने में नाकाम रहीं जैसी उम्मीद हमने उनकी बाकी की फिल्मों को देखकर की थी. टाइगर श्रॉफ के अलावा फिल्म का मजबूत पक्ष रितेश देशमुख को माना जा सकता है.

इसे वाकई रितेश की काबिलियत ही कहा जाएगा कि वो अपने रोल के साथ पूरा इंसाफ करते हैं. फिल्म बागी को ही ले लें तो मिलता है कि इसमें रितेश एक ऐसे व्यक्ति विक्रम की भूमिका में है जो कमजोर है और स्कूल से लेकर गर्ल फ्रेंड के साथ डेट करने तक, तमाम मौकों पर उसका भाई उसे बचाता है. फिल्म में जितना समय डायरेक्टर अहमद खान ने रितेश को दिया है उन्होंने उसके साथ पूरा न्याय किया है. बात फिल्म के विलन की हो तो क्योंकि फिल्म सीरिया के मुश्किल हालात पर फोकस करती है तो कहीं न कहीं फिल्म का विलेन भी अपने रोल को जस्टिफाई करने में कामयाब रहा है.

फिल्म के एक्शन को फिल्म की यूएसपी माना जा सकता है

जब फिल्म एक एक्शन फिल्म हो तो थियेटर की तरफ आने वाला दर्शक पहले ही ये मान कर बॉक्स ऑफिस पहुंचता है कि उसे स्टोरी के नाम पर कुछ ज्यादा नहीं मिलने वाला. फिल्म बागी 3 का मामला भी कुछ कुछ ऐसा ही है. यदि आप स्टोरी को लेकर बहुत ज्यादा दिमाग लगाते हैं तो हम बिलकुल साफ़ लहजे में आपको बता दे रहे हैं कि ये फिल्म आपके लिए नहीं है. फिल्म केवल उन लोगों को पसंद आएगी जिनके एक हाथ में कोल्ड ड्रिंक दूसरे में पॉपकॉर्न है और जिनकी निगाहें पर्दे पर फिल्म के हीरो को गुंडों और उनके आका के साथ एक्शन करते हुए देख रही हैं.

तो क्या रोहित शेट्टी से मुकाबला करने जा रहे हैं अहमद खान

फिल्म बागी 3 को जिस तरह का ट्रीटमेंट फिल्म के निर्देशक अहमद खान ने दिया है साफ़ है कि वो अपनी इस फिल्म से निर्देशक रोहित शेट्टी को चुनौती दे रहे हैं. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं इसके लिए हमारे पास माकूल वजह है. चाहे फिल्म में टाइगर के एक्शन सीन हों या फिर हवा में उड़ते हुए गुंडे और गाड़ियां अभी तक ये चीजें हमने सिर्फ रोहित शेट्टी की फिल्मों में देखी थीं.

कह सकते हैं कि फिल्म के निर्देशक अहमद खान ने अपने दर्शकों की नब्ज़ पकड़ी है. अहमद खान इस बात से भली भांति परिचित हैं कि दर्शक थियेटर आता ही इसलिए है ताकि उसका मनोरंजन हो और उसका पैसा वसूल हो सके. फिल्म बागी 3 को देखकर महसूस होता है कि डायरेक्टर अहमद खान फिल्म के सभी एक्टर्स की क्षमताओं से वाकिफ थे. वो जानते थे कि किस्से क्या काम लेना है और किस्से कितना काम करवाना है.

क्या बताते हैं फिल्म के टेक्नीकल पक्ष

चाहे गीत संगीत हो या फिर लोकेशन और सिनेमेटोग्राफी और एक्शन अहमद खान ने भले ही टाइगर श्रॉफ स्टारर बागी 3 में स्किप्ट का खास ख्याल न रखा हो मगर जब बात अन्य पक्षों की आएगी तो अहमद ने बाकी की चीजों के साथ पूरा न्याय किया है. फिल्म में टाइगर श्रॉफ हैं और टाइगर अपनी फिल्मों के एक्शन खुद ही करते हैं इसलिए कोशिश यही की गई है कि फिल्म के अहम हिस्सों में वीएफएक्स का इस्तेमाल कम से कम किया जाए.

फिल्म एक्शन से लबरेज फिल्म हैं और जब फिल्म ऐसी हो तो फिल्म की थीम के साथ न्याय करने में सिनेमेटोग्राफार की भी एक बड़ी भूमिका रहती है इसलिए फिल्म बागी 3 को देखते हुए कहा जा सकता है कि फिल्म के सिनेमेटोग्राफार ने काम अच्छा किया है और वो खुद को बचाने में कामयाब हुए हैं.

फिल्म का संगीत यंग जेनेरेशन को ध्यान में रखकर बनाया गया है इसलिए भले ही आपको गानों के अर्थ न समझ में आएं लेकिन एंटरटेनमेंट आपको पूरा मिलेगा.

फिल्म एक ऐसे वक़्त में रिलीज हुई है जब पूरा देश कोरोना वायरस को लेकर आतंकित है. फिल्म कैसी कमाई करती है उसका अंदाजा हमें आने वाले समय में लग जाएगा. मगर जैसा रिस्पांस पब्लिक ने बागी सीरीज की बाकी की फिल्मों को दिया है उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि भले ही फिल्म की स्क्रिप्ट कमजोर हो मगर फिल्म अच्छी कमाई करेगी. ये फिल्म उनके लिए है जिन्हें फिक्शन पसंद है इसलिए इस फिल्म को उन दर्शकों को ज़रूर देखना चाहिए जिनके लिए फिल्म का मतलब सिर्फ और सिर्फ एक्शन होता है.

ये भी पढ़ें -

Thappad movie review : जोरदार है 'थप्पड़' की गहरी चोट लेकिन ट्विटर पर जारी है #BoycottThappad

Sheer Qorma trailer: थोड़ी देर के लिए CAA का बवाल भूल जाइए

Shubh Mangal Zyada Saavdhan Review: कॉमेडी और स्टारकास्ट हिट है!


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲