• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

दूसरे दिन ही फुस्स हुई 'रक्षा बंधन', फिल्म की कमाई में गिरावट की वजहें अक्षय कुमार के लिए सबक हैं

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 14 अगस्त, 2022 02:18 PM
  • 14 अगस्त, 2022 02:18 PM
offline
अक्षय कुमार (Akshay kumar) की फिल्म 'रक्षा बंधन' (Raksha bandhan) दूसरे दिन ही बॉक्स ऑफिस पर फुस्स हो गई है. फिल्म की कमाई में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है और सिनेमा घरों में 1000 शोज कैसिंल कर दिए गए हैं.

अक्षय कुमार (Akshay kumar) की फिल्म 'रक्षा बंधन' (Raksha bandhan) दूसरे दिन ही बॉक्स ऑफिस पर फुस्स हो गई. खबर है कि देशभर के कई सिनेमाघरों ने दर्शकों की कमी के कारण 'रक्षा बंधन' के 1000 शोज कैंसिल कर दिए हैं. रिपोर्ट तो यह भी कहती है कि, दूसरे दिन फिल्म की कमाई में 25 प्रतिशत की कमी आई है.

फिल्म के नाम से ही यह समझा जा सकता है कि इसकी कहानी भाई-बहन के पवित्र रिश्ते पर बुनी गई है. इसलिए इसे रक्षाबंधन के त्योहार वाले दिन सिनेमाघरों में रिलीज किया गया, लेकिन अफसोस है कि फिल्म को हॉलीडे का कोई फायदा नहीं हुआ.

तभी तो रक्षा बंधन फिल्म में पहले दिन 9 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था. वहीं दूसरे दिन फिल्म की कमाई घटकर सिर्फ 6.4 करोड़ रुपए ही रह गई है.

इमोशलन सीन पर जबरदस्ती का ह्यूमर कहानी को हल्का कर देता है

लगता है कि लोगों को भाई-बहन की यह कहानी कुछ खास पसंद नहीं आई है. तभी तो 'रक्षाबंधन' अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट में शामिल नहीं हो पाई है.

अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट देखिए-

मिशन मंगल, साल 2019  - 29.16 करोड़

सूर्यवंशी, साल 2021      - 26.29 करोड़

गोल्ड, साल 2018        - 25.25 करोड़

केसरी, साल 2019        - 21.06 करोड़

सिंह इज ब्लिंग, साल 2015 - 20.67 करोड़

'रक्षाबंधन' अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट में शामिल...

अक्षय कुमार (Akshay kumar) की फिल्म 'रक्षा बंधन' (Raksha bandhan) दूसरे दिन ही बॉक्स ऑफिस पर फुस्स हो गई. खबर है कि देशभर के कई सिनेमाघरों ने दर्शकों की कमी के कारण 'रक्षा बंधन' के 1000 शोज कैंसिल कर दिए हैं. रिपोर्ट तो यह भी कहती है कि, दूसरे दिन फिल्म की कमाई में 25 प्रतिशत की कमी आई है.

फिल्म के नाम से ही यह समझा जा सकता है कि इसकी कहानी भाई-बहन के पवित्र रिश्ते पर बुनी गई है. इसलिए इसे रक्षाबंधन के त्योहार वाले दिन सिनेमाघरों में रिलीज किया गया, लेकिन अफसोस है कि फिल्म को हॉलीडे का कोई फायदा नहीं हुआ.

तभी तो रक्षा बंधन फिल्म में पहले दिन 9 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था. वहीं दूसरे दिन फिल्म की कमाई घटकर सिर्फ 6.4 करोड़ रुपए ही रह गई है.

इमोशलन सीन पर जबरदस्ती का ह्यूमर कहानी को हल्का कर देता है

लगता है कि लोगों को भाई-बहन की यह कहानी कुछ खास पसंद नहीं आई है. तभी तो 'रक्षाबंधन' अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट में शामिल नहीं हो पाई है.

अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट देखिए-

मिशन मंगल, साल 2019  - 29.16 करोड़

सूर्यवंशी, साल 2021      - 26.29 करोड़

गोल्ड, साल 2018        - 25.25 करोड़

केसरी, साल 2019        - 21.06 करोड़

सिंह इज ब्लिंग, साल 2015 - 20.67 करोड़

'रक्षाबंधन' अक्षय कुमार की टॉप 20 फिल्मों की ओपनर लिस्ट में शामिल नहीं हो पाई है

फिल्म ना चलने के पीछे ये कारण हो सकते हैं-

-रक्षाबंधन के दिन बॉक्स ऑफिस पर आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा भी रिलीज हुई है.

-फिल्म की कहानी भाई-बहन के रिश्ते से अधिक, दहेज प्रताड़ना पर फोकस करती है.

-फिल्म में भाई बने अक्षय कुमार बहनों की शादी की चिंता में डूबे हैं लेकिन अपनी शादी नहीं करते हैं.

-भूमि पेडनेकर को काश, 16 सोमवार के व्रत करने के साथ एक कामकाजी महिला के रूप में दर्शाया गया होता.

-फिल्म का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को शिक्षित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर होना चाहिए था.

-अक्षय कुमार की ओवरएक्टिंग और इमोशलन सीन पर जबरदस्ती का ह्यूमर कहानी की गंभीरता को कम कर रहा है.

-रक्षाबंधन के दिन अपनी किडनी बेचकर घर लौटा भाई, बहन की खबर सुनकर दिल्ली की सड़कों पर भागने लगता है.

-अक्षय कुमार की फ्लॉप फिल्में सम्राट पृथ्वीराज, बच्चन पांडे और बेल बॉटम ने दर्शकों को नाराज किया है.

-लोगों ने सोशल मीडिया पर फिल्म का बायकॉट किया, क्योंकि इसकी लेखिका कनिका ढिल्लों ने हिंदू विरोधी ट्वीट्स किए थे.

-फिल्म तीन महीने यानी 12 हफ्ते बाद ओटीटी पर आ जाएगी, इसलिए कई लोग सिनेमा हॉल में नहीं जाते.

जिस तरह बॉलीवुड की दुनिया से धीरे-धीरे त्योहार और रिश्तों पर बनी कहानियां विलुप्त होती गईं. ऐसे में रक्षाबंधन एक बेहतरीन फिल्म बन सकती थी. लोगों को यह फिल्म अच्छी लगती तो निर्देशक दोबारा पारिवारिक फिल्म बनाने पर जोर दिखाते, लेकिन शायद यह फिल्म जल्दीबाजी में अपने मुख्य उद्देश्य से भटक गई.

कहानी तो भाई बहन के रिश्ते पर है, लेकिन मिठास में शायद चीनी कम है...ऊपर से आजकल के दर्शक फिल्म देखने से पहले ही उसका पोस्टमार्टम कर देते हैं...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲