• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

OTT प्रोजेक्ट के लिए अजय देवगन का 125 करोड़ लेना बड़े सितारों की धारणा तोड़ेगा!

    • अनुज शुक्ला
    • Updated: 19 जून, 2021 05:58 PM
  • 19 जून, 2021 03:32 PM
offline
बड़े कलाकारों की ना-नुकर की वजह से डिजिटल माध्यम ने गुमनामी के गर्त में डूबे दर्जनों कलाकारों को सितारों का फेम दे दिया. अब डिजिटल की लोकप्रियता से बड़े सितारों की आंखें चुंधिया रही हैं तो अपने स्टारडम से मोटी कमाई का मौका लपक रहे हैं.

धीरे-धीरे ही सही मगर डिजिटल कंटेंट को लेकर बॉलीवुड के 'ए लिस्टर्स' सितारों की झिझक अब दूर होने लगी है. कुछ नामी सितारे डिजिटल डेब्यू के लिए कमर कास चुके हैं और इसमें ताजा और बड़ा नाम अजय देवगन का है. वर्सेटाइल एक्टर ब्रिटिश शो "लूथर" के ऑफिशियल हिंदी रीमेक "रुद्र" से डिजिटल डेब्यू करेंगे. उसमें उनका अलग ही अवातर दिखेगा. अजय को रुद्र के लिए बड़े पैमाने पर मेहनताना दिया जा रहा है. संभवत: जुलाई से एक्टर के डिजिटल प्रोजेक्ट की शूटिंग शुरू हो जाएगी.

बॉलीवुड हंगामा ने एक रिपोर्ट में ट्रेड सूत्रों के हवाले से बताया गया कि अजय को रुद्र के लिए करीब 125 करोड़ की रकम दी जाएगी. भारी भरकम डील में रुद्र के एपिसोड्स के अलावा स्टार नेटवर्क के लिए एक्टर कुछ क्रॉस प्रमोशनल एक्टिविटिज भी करेंगे. इसमें प्रोमो शूट्स, सोशल मीडिया पोस्ट्स और रियलिटीज शो में उनका अपीयरेंस शामिल होगा. डिजिटल के लिए किसी सितारे को दी जा रही ये बहुत बड़ी रकम है. रुद्र को इसी साल के अंत तक स्ट्रीम करने की योजना है.

पहले अछूतों जैसा व्यवहार किया, अब मौके लपक रहे बड़े सितारे

मजेदार बात तो ये है कि बॉलीवुड के ए लिस्टर्स सितारों ने कोरोना महामारी की आने से पहले तक डिजिटल कंटेंट से अछूतों जैसा व्यवहार किया. मगर ब्रीद, सैक्रेड गेम्स, मिर्जापुर, दिल्ली क्राइम, सिलेक्शन डे, मेड इन हैवेन, पाताललोक, बंदिश बैंडिट्स जैसी दर्जनों वेबसीरीज की लोकप्रियता और महामारी के बाद देशव्यापी बंदी ने अचानक से डिजिटल बूम किया. बड़े कलाकारों की ना-नुकर की वजह से डिजिटल माध्यम ने गुमनामी के गर्त में डूबे दर्जनों कलाकारों को सितारों का फेम दे दिया. जब डिजिटल की लोकप्रियता से बड़े सितारों की आंखें चुंधिया रही हैं तो अपने स्टारडम से मोटी कमाई का मौका लपक रहे हैं.

किसी शो में नजर नहीं आए बड़े...

धीरे-धीरे ही सही मगर डिजिटल कंटेंट को लेकर बॉलीवुड के 'ए लिस्टर्स' सितारों की झिझक अब दूर होने लगी है. कुछ नामी सितारे डिजिटल डेब्यू के लिए कमर कास चुके हैं और इसमें ताजा और बड़ा नाम अजय देवगन का है. वर्सेटाइल एक्टर ब्रिटिश शो "लूथर" के ऑफिशियल हिंदी रीमेक "रुद्र" से डिजिटल डेब्यू करेंगे. उसमें उनका अलग ही अवातर दिखेगा. अजय को रुद्र के लिए बड़े पैमाने पर मेहनताना दिया जा रहा है. संभवत: जुलाई से एक्टर के डिजिटल प्रोजेक्ट की शूटिंग शुरू हो जाएगी.

बॉलीवुड हंगामा ने एक रिपोर्ट में ट्रेड सूत्रों के हवाले से बताया गया कि अजय को रुद्र के लिए करीब 125 करोड़ की रकम दी जाएगी. भारी भरकम डील में रुद्र के एपिसोड्स के अलावा स्टार नेटवर्क के लिए एक्टर कुछ क्रॉस प्रमोशनल एक्टिविटिज भी करेंगे. इसमें प्रोमो शूट्स, सोशल मीडिया पोस्ट्स और रियलिटीज शो में उनका अपीयरेंस शामिल होगा. डिजिटल के लिए किसी सितारे को दी जा रही ये बहुत बड़ी रकम है. रुद्र को इसी साल के अंत तक स्ट्रीम करने की योजना है.

पहले अछूतों जैसा व्यवहार किया, अब मौके लपक रहे बड़े सितारे

मजेदार बात तो ये है कि बॉलीवुड के ए लिस्टर्स सितारों ने कोरोना महामारी की आने से पहले तक डिजिटल कंटेंट से अछूतों जैसा व्यवहार किया. मगर ब्रीद, सैक्रेड गेम्स, मिर्जापुर, दिल्ली क्राइम, सिलेक्शन डे, मेड इन हैवेन, पाताललोक, बंदिश बैंडिट्स जैसी दर्जनों वेबसीरीज की लोकप्रियता और महामारी के बाद देशव्यापी बंदी ने अचानक से डिजिटल बूम किया. बड़े कलाकारों की ना-नुकर की वजह से डिजिटल माध्यम ने गुमनामी के गर्त में डूबे दर्जनों कलाकारों को सितारों का फेम दे दिया. जब डिजिटल की लोकप्रियता से बड़े सितारों की आंखें चुंधिया रही हैं तो अपने स्टारडम से मोटी कमाई का मौका लपक रहे हैं.

किसी शो में नजर नहीं आए बड़े सितारे

साल 2021 से पहले देखें तो बॉलीवुड का कोई नामचीन अभिनेता या अभिनेत्री डिजिटल कंटेंट की ओर जाता नहीं दिख रहा था. अब तक के शोज या ओटीटी प्लेटफॉर्म की एक्सक्लूसिव फिल्मों में मनोज बाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी, कियारा आडवानी, अभय देओल, विक्की कौशल, राजेश तैलंग, नसीरुद्दीन शाह, जैकी श्राफ, विवेक ओबेरॉय, सैफ अली खान, राधिका आप्टे, अली फजल, ऋचा चड्ढा, विक्रांत मैसी जैसे कलाकार ही नजर आ रहे थे. यहां तक कि कई सक्सेसफुल शोज की लीड स्टारकास्ट फिल्मों में एक दो रील की छोटी-मोटी भूमिका करने वाले अभिनेता हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म से बड़े सितारों का अछूतों जैसा व्यवहार महामारी में सिनेमाघरों के बंद होने के दौरान भी दिखा.

फिल्मों को भी स्ट्रीम करने से किया परहेज, मगर...

कई फ़िल्में बनकर तैयार थीं, लेकिन सिनेमाघर खुलने का इंतज़ार किया जा रहा था. बड़े बैनर की तमाम फ़िल्में अभी भी थियेटर रिलीज के लिए इंतज़ार में हैं. इसमें बैक टू बैक अक्षय कुमार की भी कई फ़िल्में हैं. हालांकि महामारी में अक्षय कुमार की लक्ष्मी बॉम्ब को ओटीटी पर रिलीज किया गया था. इस साल ईद पर सलमान खान ने भी राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई को भी कोई चारा ना देख यहीं रिलीज किया. व्यावसायिक लिहाज से दोनों फिल्मों को जबरदस्त फायदा मिला. डिजिटल प्लेटफॉर्म की पावर ऑडियंस ने बड़े सितारों को "मलाई काटने" का एक और विकल्प दे दिया.

पैसे कमाने में पीछे छूट गए शुरुआती कलाकार

मजेदार है कि छोटे सितारों ने ओटीटी को मौके की तरह लिया और अच्छा परफॉर्म किया. लेकिन ओटीटी से पैसा नामी सितारे कूट रहे हैं. हिट फ्रेंचाइजी फैमिली मैन के लिए मनोज बाजपेयी को करीब ढाई करोड़ रुपये का मेहनताना मिला था. जबकि अजय देवगन 100 करोड़ से ज्यादा ले रहे हैं. अजय से पहले इस साल अक्षय कुमार ने भी अमेजन प्राइम वीडियो के शो द एंड को साइन किया है. चर्चा है कि प्रोजेक्ट के लिए उन्हें भी 100 करोड़ से ज्यादा की रकम मिली है. इस लिस्ट में रितिक रोशन का भी नाम जोड़ा जा सकता है. ब्रिटिश मिनी शो द नाइट मैनेजर के हिंदी अडाप्शन से रितिक रोशन डिजिटल डेब्यू करेंगे. एक्टर को इसके लिए 75 करोड़ रुपये फीस दी जा रही है.

बड़े सितारों को भी ओटीटी में दिखने लगा फ्यूचर

अजय, अक्षय या रितिक जैसे सितारों को ओटीटी में फ्यूचर दिख रहा है. सितारे उम्र के जिस पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं उन्हें अपने बने बनाए खांचे से बाहर निकलना होगा. इसमें कोई शक नहीं कि सितारे जिस तरह की भूमिकाएं अभी कर रहे हैं, चार-पांच साल बाद फिल्मों में उनके लिए वैसा ही स्पेस बचा रहे. उम्र के इस दौर में फिल्मों के साथ प्रयोग के सीमित विकल्प हैं. 50 प्लस सितारों की चुनौती अपना स्टारडम कायम रखना है. एक कलाकार के रूप में ओटीटी छवियों को गढ़ने उन्हें तोड़ने और स्टारडम बरकरार रखने का सबसे अच्छा और सुरक्षित प्लेटफॉर्म है. आने वाले दिनों में अजय-अक्षय की तरह और भी बड़े सितारे डिजिटल डेब्यू करें तो हैरान नहीं होना चाहिए.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲