New

होम -> ह्यूमर

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 31 जनवरी, 2022 02:50 PM
सरिता निर्झरा
सरिता निर्झरा
  @sarita.shukla.37
  • Total Shares

'का चचा केकर तस्वीर निहारत हया?'

'हरी आंखें खूबसूरत चेहरा.

जिस्म छू लो तो मानो रुई का फाहा.

जब चलत है पैरन की आवाज़ तक नाई होत, लागत है हवा में हैं कदम.

आते ही रौनक बढ़ गयल - वाइट हॉउस के!' वाइट् हॉउस? 'हां हां वही अमरीका वाला. जिल भौजी 2020 में ही देखें रही और सोच ली की घर ले आएंगी.'

'अइसे टुकुर टुकुर ना ताको यार. फालतू खबर देखत हो खाली. अरे 2020 में गईं रहीं पेंसिल्वेनिया वहीं उ कूद पड़लस और जिल भौजी दुनिया के सबले बड़के ताकतवर देश की प्रथम महिला हई अरे जो बाइडेन भैया की अर्धांगिनी बकिर दिल से बिलकुल आपन गांव घर के अम्मा चाची यस. बिलकुल नाजुक दिल. कोमल ह्रदय. तो उनके दिल में परेम जागल और ऊके गोद लय लिहिं.

Joe Biden, Cat, White House, President, America, Animals, Sasural, Nameविलो के वाइट हाउस आने के बाद जिल और जो बाइडन दोनों ही बड़े खुश हैं

यार एक मिनट क्या है ये ? कौन आया पेंसिल्वेनिया से? और वो बच्चा कूदा क्यों ?

'बच्चा? अरे बुड़बक कउन बच्चा? बिलार होय 

'बिलार'

न ना, विलो - पेन्सिल्वेनियन कैट. इ बिलार विलार न बोला. अग्रेज है 

हम्म ... हमारी बिल्ली बिलार उनकी बिल्ली पेन्सिल्वेनियन कैट!

जी साहब तो वाइट हॉउस में नए मेहमान की दस्तक हुई है. एक खूबसूरत दिलफ़रोश बिल्ली - जोकि जिल बेडेन के मायके विलो ग्रोव - पेंसिल्वेनिया से आयी है और उसी के नाम पर उसका नामकरण हुआ - 'विलो'. ट्वीट कर एक दिलकश तस्वीर के साथ आई ये खबर. क्या ठसक

वो कहते हैं न मायके की तो मठ्ठा भी भी मीठा लगता है. तो विलो को देखते ही जिल बाइडेन अपना दिल दे बैठी और समझ गयी, हां यही है यही तो है!बिलकुल बॉलीवुड फिल्म की तर्ज़ पर ज़रूर बैक ग्राउंड में वायलन बजे होंगे मीडिया बता नहीं रही बस. वैसे भी आजकल किस पार्टी को किस जाति के कितने वोट मिलेंगे इसकी गिनती में व्यस्त है तो छोटी मोटी खबर नहीं दिखाती.

पिटते छात्र, रेप के बाद परेड कराई पीड़िता, रद्दी के भाव कूड़ेदान में जाती है ये खबरे लेकिन तौबा तौबा विलो की खबर नहीं! जनाब वाइट हॉउस में आई है बिल्ली मतलब कैट! जबरदस्ती गले पड़ने से दोस्ती का भरम हुआ है पक्क्म पक्की दोस्ती थोड़े हुई हैं. सम्भल के यार. कूटनीतिज्ञ मामला है!

हां विलो के स्वागत में क्या क्या तैयारी हुई है अब क्या ही बताएं. अलग कमरा, पसंदीदा खिलोने घूमने की जगह और खाने पीने पैम्परिंग की तो क्या ही बात! हाँ तो आप क्या समझे? पैम्परिंग का लेवल देखिये, 'भइया को पानी पिला', बस ऐसा बोल कर बेटों की पैम्परिंग करने का रिवाज़ इज सो आउट डेटेड!ये बिल्ली- मेरा मतलब है मिस विलो के सामने पूरी फ़ौज है. त्वचा की देखभाल से ले कर हेयर ब्रशिंग तक! सब टिप टू टो अप टू डेट! बिलकुल टिंच जैसे अंग्रेज मेहमान के आते ही शहर की सड़के हो जाती है. टिंच!

वैसे वाइट हॉउस में कुत्ता मेरा मतलब है वन डॉग इज देयर टू. हिंदी में 'कुत्ता' 'गाली सा लगा न? खैर तो कमांडर - जी हां जो बाइडेन के डॉग हैं कमांडर. जिनके अग्रेसिव व्यव्हार को कंट्रोल में लाने के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था भी हुई. और ऐसी वैसी व्यवस्था नहीं बल्कि डॉग ट्रेनर,एनिमल बिहेवियरिस्ट और जानवरों के डॉक्टर से पूछ कर व्यवस्था हुई है!

इतना खोज बीन तो हम देश के बागडोर संभालने वालो की नहीं करते. हां नहीं तो! अरे कत्ल हो गया तो हो गया, रेप छेड़खानी बेटे भाई ने की तो की, थोड़ी ज़्यादा ज़मीन हथिया लिए तो ठीक है. कौन सा स्वर्ग ले जायेंगे, ज़मीन तो भैया यहीं रहेगी. दंगा फसाद किये थे तो किये थे. तब न 20 साल पहले. अब तो सबका साथ है!

ये अमरीकी सब पैसे का घमंड में बर्बाद करते है पइसा. अरे घंटे में 3000 की दर से हमारे यहां बच्चा लोग पैदा होता है और हम कुछ नहीं सोचते उनके लिए. जब 18 पर वोटर आई डी बनेगा तब का तब देखा जायेगा. खैर वो अमरीका है और यार बिल्ली वाला घर है कुत्ते यानि डॉग को ट्रेन तो करना होगा न. अब यहां जैसे थोड़े की गली गली कुत्ते बैठे, घूरे भौंके और हम बिल्ली को घर की टोकरी कोठरी जो भी है वहां बंद करें. आखिर हैं तो शेर की प्रजाति से न.

तो क्यों न करें बिल्लियों को ट्रेन और कुत्तों के मुंह में जाबा डाला जाये.

व्हाट जाबा.

अरे भैया - आजकल सच के मुंह पर जो बांधल जाला वही होला जाबा

अब न पुछिहं का बा का बा!

अकिच्च कर डाले हो का बा बा बा!

अमरीका की राजनिति को समझने वाले कहते हैं की इन पालतू जानवर को वाइट हॉउस में रखने से ये संदेश जाता है की व्हाइट हॉउस सबके लिए अप्रोचेबल है यानि राजा या नेता या अधिनायक सबकी सुनता है. अब ये क्या बकवास है. वो अपने मन की सुनाये या सबकी सुने. व्हाट नॉनसेंस. फाल्ट है ये थॉट प्रॉम्प्टर!

बहरहाल नामकरण तो हो गया है और बिलार भोज यानि की वेलकम डिनर का न्योता कभी भी आ सकता है अब सोचना होगा की कौन जायेगा हम लोगो की तरफ से. न्योता के लिफाफा और उपहार भी सोचना होगा न. का चचा कुछु सोचला. का भेजबो विलो बाइडेन के?

ये भी पढ़ें -

Masala Dosa Ice cream Roll: ये डोसे और आइसक्रीम दोनों की हत्या है, दफा 302 से नीचे की बात ही नहीं!

यकीन मानिये, कबाब में हड्डी से कहीं ज्यादा बुरा है चाय में रूहअफजा!

चुनाव आत्मा की शुद्धिकरण का महायज्ञ भी है...

लेखक

सरिता निर्झरा सरिता निर्झरा @sarita.shukla.37

लेखिका महिला / सामाजिक मुद्दों पर लिखती हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय