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Updated: 18 अगस्त, 2017 11:15 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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बात अभी थोड़ी देर पहले की है, कुछ कॉलेज के दोस्त मिलने आए थे तो उनको चाय पिलानी थी. इस महंगाई के दौर में किसी को चाय पिलाना भी अपने आप में बड़ी हिम्मत का काम है. अभी हम सब दोस्त चाय की दुकान पर पहुंचे ही थे कि जीरा लगे बिस्कुट के पैकेट के नीचे दबे हुए अखबार पर नजर पड़ी. दोस्त व्हाट्स ऐप पर अपनी प्रेमिका का मैसेज चेक कर रहा था तो मैंने भी अखबार उठा लिया और उसके पन्ने पलटने शुरू किये. ढंग से याद नहीं मगर पेज नंबर 4 या 5 पर खबर थी कि सरकार जल्द ही 50 रुपए का नया नोट लांच करने वाली है.

इस नोट वाली खबर को मैं पढ़ ही रहा था कि दोस्त ने टोका. तब तक वो अपने व्हाट्सऐप का मैसेज पढ़कर उसपर रिप्लाई कर चुका था. इस पूरी प्रक्रिया के बीच हमारी चाय जल्दी खत्म हो गयी. एक अच्छे होस्ट का परिचय देते हुए मैंने भी पूरे इक्यावन रुपए उस चाय वाले को चुका दिए और दफ्तर आ गया.

 पचास रुपए, नोट, सिक्योरिटी फीचर्स  एक आम आदमी के लिए किसी जादू से कम नहीं है 50 रुपए का नया नोट

अखबार में मुझे नया 50 रुपए का नोट बड़ा आकर्षक लगा. दफ्तर में भी मेरे दिमाग में वो 50 रुपए का नया नोट ही चल रहा था.मैंने उत्सुकतावश इसके बारे में इंटरनेट पर सर्च किया. परिणाम चौकाने वाले थे. इंटरनेट ने बताया कि 50 रुपए के इस नए नोट में ऐसा बहुत कुछ होगा जिसको न कभी पहले देखा गया न पहले कभी सुना गया.

हाल में रिलीज हुए अन्य नोटों की ही तरह इस नोट के सिक्योरिटी फीचर भी कमाल के हैं. मतलब सिक्योरिटी के मामले में ये नोट ऐसा है कि इसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. एक ग्राहक के तौर पर बस इसे आपको अपने आधार कार्ड से लिंक करना है और उसके बाद अपने मोबाइल से कनेक्ट करना है. इसके बाद आप इसके अनोखे फीचर्स का लाभ ले सकते हैं.

इस नोट की सबसे खास बात ये है कि, आधार कार्ड से लिंक होने और मोबाइल से कनेक्ट किये जाने के बाद. इस नोट को न तो चोरी किया जा सकता है, और न ही ये गायब हो सकता है. जी हां, बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. इस नोट में सरकार ने एक गुप्त सेंसर लगाया है. जैसे ही ये नोट गिरेगा या चोरी होगा, इसमें लगा जीपीएस अपने आप एक्टिवेट हो जायगा और साथ ही आपका मोबाइल भी वाइब्रेट होना शुरू हो जाएगा. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि नोट खोजने में एक ग्राहक को आसानी हो.

इसे एक उदाहरण से भी समझा जा सकता है. मान लीजिये, खोने के बाद यदि कोई आपका गिराया हुआ ये नोट अपनी जेब में रखता है तो उस व्यक्ति की भी जेब में जाते हुए भी ये नोट बहुत जोर- जोर से वाइब्रेट करेगा और इसमें मेजेंटा कलर की लाइट जलेगी. इस नोट की सबसे दिलचस्प बात ये भी है कि जैसे ही आप अपने खोये हुए नोट को, जीपीएस की मदद से खोजते हुए, उस व्यक्ति के पास आएंगे जिसके पास आपका ये नोट है. तो 'धड़ाम' की आवाज के साथ खुद-ब-खुद उस व्यक्ति के पर्स से ये नोट बाहर आ जायगा. इसमें लगी गांधी जी की तस्वीर आपको देखकर मुस्कुरा देगी और तस्दीख कर देगी की, ये आपका वही नोट है जो अभी कुछ देर पहले गुम हुआ था.

इस नोट के अन्य फीचर्स पर बात करें तो मिलता है कि ज्योतिष और वास्तु की दृष्टि से भी ये एक बेमिसाल नोट है. ऐसा कोई व्यक्ति जिसे बहुत डर लगता हो, अगर इसे तकिया के नीचे रख के सोये तो उसे बुरे और डरावने सपनों से राहत मिलेगी और अच्छी नींद भी आएगी. इसके अलावा इस नोट का एक फीचर रोते हुए बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. सूत्रों कि मानें तो अगर ये नोट किसी रोते हुए छोटे बच्चे के हाथ में रख दिया जाए तो इसमें लगे गांधी जी लोरी गाकर बच्चे को सुला देंगे जिससे एक ग्राहक को असीम आनंद की प्राप्ति होगी.

पचास रुपए, नोट, सिक्योरिटी फीचर्सइस नोट में ऐसा सब कुछ है जिसकी तलाश अब तक आप कर रहे थे

बताया ये भी जा रहा है कि बच्चों को सुलाने और गुम होने की स्थिति में वाइब्रेट होने के अलावा इस नोट से इमरजेंसी में मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता है और एक 10 वाट की सीएफएल या 7 वाट का एलईडी बल्ब भी जलाया जा सकता है. इस सेवा के लिए जरूरी है कि ग्राहक का एसबीआई की स्थानीय शाखा में अकाउंट हो और उसमें पैन कार्ड और आधार कार्ड जुड़ा हो. आपको बताते चलें कि बैंक इस सेवा के लिए ग्राहक से नॉमिनल चार्ज लेगा.

आगे बढ़ने से पहले आपको ये बताना बेहद जरूरी है कि ये 50 रुपए का नया नोट फिरोजी कलर में होगा. इस नोट की प्रिंटिंग और डिजाइन अभी चल रहे 500 और 2000 के नोट की तरह है. यह करेंसी नोट महात्मा गांधी सीरीज-2005 का होगा और इस पर गर्वनर उर्जित पटेल के सिग्नेचर हैं.

गर्वनर उर्जित पटेल के सिग्नेचर लगे इस नोट को दिखाकर जहां एक तरफ आप मोबाइल का सिम ले सकते हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसका इस्तेमाल घर से मच्छर, कॉकरोच, चींटी, छिपकली और मक्खी भागने के लिए भी किया जा सकता है. इसके लिए आपको बस इस नोट को रोल करके उसे अपने इलेक्ट्रिक सॉकेट में लगाना होगा. ध्यान रहे जब आप ऐसा कर रहे हों तो आपका स्विच बंद हो.

सबसे अंत में, इस नोट का इस्तेमाल पूजा पाठ और हवन, भंडारे में भी किया जा सकता है. सरकारी सूत्रों की मानें तो नए नोट के पीछे वाले हिस्से पर दक्षिण भारत के मंदिर की फोटो छपी है. इसके पीछे का कारण ये है कि आजकल लोगों के पास टाइम की कमी है और इस फीचर से बस, मेट्रो, कैब से लेकर दफ्तर की डेस्क तक व्यक्ति कहीं भी आध्यात्मिक फील ले सकता है और अपने ईश्वर के करीब जा सकता है.

बहरहाल, अभी तक हमें अपने विश्वसनीय सूत्रों से इस नोट के बारे में इतनी ही जानकारी मिली है. यदि इस नोट के बारे में हमें आगे कोई नई जानकारी मिलती है तो हमारा वादा है इसे हम आपसे जरूर साझा करेंगे.

सबसे अंत में हम अपनी बात खत्म करते हुए बस इतना ही कहेंगे कि, चूंकि ये नोट पुराने नोट की तरह 50 रुपए की ही वैल्यू रखता है तो जब इसे खर्च करें तो धयान रखें कि भले ही ये कितना भी एडवांस क्यों न हो इससे आप दो किलो आलू या तीन पाव टमाटर, 3-4 चाय और 1 बिस्कुट या 3 मैगी के पैकेट के अलावा ज्यादा कुछ नहीं ले सकते. ध्यान रहे कि नोट ने अपना रंग और सिक्योरिटी बदली है इसकी वैल्यू जितनी पहले थी उतनी ही आज भी है.  

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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