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Updated: 02 नवम्बर, 2016 06:41 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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दिन की शुरुआत दो काम की खबरों के साथ हुई. इनमें से एक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से आई है. क्या आपका अपना घर है? नहीं, तो क्या आपकी बनाने की प्लानिंग है? अगर हां, तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने होम लोन के रेट कम कर दिए हैं. किसी विज्ञापन की तरह लगने वाली ये खबर असल में सही है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी फेस्टिव स्कीम के तहत होम लोन का इंट्रेस्ट रेट कम कर दिया है. यकीन मानिए पिछले 6 साल के मुकाबले इस बार स्टेट बैंक का होम लोन इंट्रेस्ट रेट सबसे कम है.

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क्या है कंडीशन?

अब अगर स्टेट बैंक ने कुछ ऐसा किया है तो कोई ना कोई कंडीशन तो होगी ही. बात कुछ यूं है कि अपनी फेस्टिव स्कीम के तहत स्टेट बैंक ने इंट्रेस्ट रेट कम तो कर दिया लेकिन ये सिर्फ उन लोन्स पर ही लागू होगा जो किसी महिला ने लिए हैं या फिर को-बॉरोवर (जब दो लोग साथ में लोन लें और देनदारी भी बराबर हो) कोई महिला है.

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 सांकेतिक फोटो

कितनी कमी आई है?

फेस्टिव स्कीम के तहत SBI ने अपने इंट्रेस्ट रेट 15 बेसिस प्वाइंट्स (BPS) तक कम कर दिए हैं. जो लोग भी इस स्कीम को लेने जाएंगे उनका इंट्रेस्ट रेट बेंचमार्क से 20 BPS ज्यादा होगा.

आसान शब्दों में समझने के लिए आपको बीपीएस के बारे में जानना होगा. बीपीएस इंट्रेस्ट रेट और बाकी फाइनेंस पर्सेंटेज की गणना करने वाली यूनिट होती है. इसे आम तौर पर इंट्रेस्ट रेट बदलने के वक्त इस्तेमाल किया जाता है. 100 बीपीएस का मतलब एक पर्सेंट और अगर जनरल इंट्रेस्ट रेट 15 बीपीएस कम हुआ है तो उसका मतलब ये कि 0.15 प्रतिशत कम हुआ है.  

इस तरह देखें तो फेस्टिव स्कीम के तहत लोन लेने वालों का इंट्रेस्ट रेट 9.1 प्रतिशत होगा और बाकी लेनदारों को 9.15 प्रतिशत इंट्रेस्ट रेट पर लोन मिलेगा.

कब तक रहेगा ये रेट?

इस रेट पर लोन नवंबर और दिसंबर 2016 तक ही मिलेगा. ये सिर्फ नए लेनदारों के लिए ही होगा.

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ईएमआई पर पड़ेगा असर?

इससे ईएमआई पर असर पड़ेगा. मतलब, अगर 50 लाख रुपये का लोन लिया है तो 542 रुपये प्रति माह के हिसाब से ईएमआई कम हो जाएगी. इसके बाद एसबीआई के इंट्रेस्ट रेट HDFC और ICICI बैंक के मुकाबले 20 बीपीएस मतलब 0.20 प्रतिशत कम हो गए हैं. इसका सीधा अर्थ है कि अगर आप इन दो महीनों में होम लोन एसबीआई से ले रहे हैं और आपको इस स्कीम का फायदा मिल तय है. फिलहाल HDFC का रेट 9.30 प्रतिशत है.

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 सांकेतिक फोटो

एसबीआई के इस रेट कट को हम होम लोन की ग्रोथ में कमी से आंक सकते हैं. मार्च से लेकर अभी तक ईएमआई के रेट पर काफी कटौती हो गई है.

एसबीआई ने ब्‍याज दरों की समीक्षा मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट फॉर्मूला (एमसीएलआर) के तहत की है। एसबीआई के इस कदम का सबसे ज्यादा फायदा नए कस्टमर्स को होगा. इसके पहले अप्रैल में जब कटौती की गई थी तो मौजूदा लेनदारों को फायदा हुआ था. उस समय उन्हें सस्ते ब्याज दर वाले लोन में शिफ्ट करने की सुविधा दी गई थी.

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EPF का फैसला होगा 1 हफ्ते में..

दूसरी सबसे काम की खबर ये है कि अब मृत्यु संबंधित प्रॉविडेंट फंड के क्लेम का भुगतान एक हफ्ते के अंदर किया जाएगा. इसके अलावा, रिटायरमेंट संबंधित सभी क्लेम सर्विस खत्म होने के पहले पूरे किए जाएंगे. इसके अलावा, एक और खास बात कही गई है. ईपीएफओ ऑफिस अब सोशल मीडिया पर आई शिकायतों पर ध्यान देगा और उनका जवाब भी समय पर दिया जाएगा - ये कहना है श्रम मंत्री बंगारू दत्तात्रेय का. उनके अनुसार 26 अक्टूबर को हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये आदेश दिए थे.

लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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