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Updated: 20 फरवरी, 2018 07:57 PM
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नीरव मोदी ने आखिरकार अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का जवाब दे ही दिया. नीरव मोदी जिसे देश का सबसे बड़ा भगौड़ा कहा जा रहा था और जिसके ऊपर आरोपों की झड़ी लगा दी गई थी इस बार खुलकर बोले हैं. अब नीरव मोदी का एक लेटर सामने आया है. इस खत में उन्होंने ये लिखा है कि अब वो सक्ष्म नहीं हैं पीएनबी की पूरी देनदारी को चुकाने में. उन्होंने जिस तरह से लिखा है उससे लग रहा है कि उन्हें बहुत तगड़ा झटका लगा है या वो ये बताने का प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें बहुत तकलीफ हुई है.

नीरव मोदी, पीएनबी, सोशल मीडिया, नरेंद्र मोदी, विजय माल्या

पत्र कुछ इस तरह से है...

डियर सर/मैडम,

1. मैं आपके और मेरे बीच हुई बातों को ध्यान में लाना चाहूंगा, मैं मेरे द्वारा किए गए 13 और 15 फरवरी 2018 के ईमेल भी ध्यान में लाना चाहूंगा.

2. हाल ही की घटनाओं को देखें, मीडिया कवरेज और अधिकारियों द्वारा लिए गए एक्शन को देखें तो मुझे अपनी स्थिती साफ करने की जरूरत है. मीडिया का कहना है कि नीरव मोदी ग्रुप की देनदारी 11 हजार करोड़ की है. आप जानते हैं कि नीरव मोदी ग्रुप की देनदारी इससे काफी कम है.

जब शिकायत दर्ज करवाई गई थी तब भी नेक नीयत से मैंने कहा था कि कृपया Firestar Group बेच दीजिए या मुझे बेचने की अनुमती दीजिए, या फिर उसके कीमती सामान को बेचने दीजिए जिससे पैसा चुकाया जा सके. सिर्फ एक ग्रुप को बेचने से पैसा नहीं आता, लेकिन तीनों से आ जाता. बिजनेस का कुल मूल्यांकन 6 हजार करोड़ था जो देनदारी खत्म/कम करने में मदद करता.

3. हालांकि, गलत बताई गई देनदारी के कारण मीडिया कवरेज हुआ और तात्कालिक तौर पर खोज और जब्ती की घटनाओं से FirestarInternational Private Limited और Firestar Diamond International Private Limited को बंद कर दिया गया और इससे चिंताएं बढ़ गईं. इससे हमारी लोन चुकाने की योग्यता पर असर पड़ा है.

4. इस सब घटनाओं के कारण कुछ तथ्यों का सामने लाना जरूरी है..

1. आपने यह स्वीकार किया है कि:

(a) PNB की बयर्स क्रेडिट फेसिलिटी पिछले कई सालों से तीन कंपनियों पर बढ़ा दी थी.

(b) इन सभी फर्म्स से इतने सालों में कोई डिफॉल्ट नहीं हुआ है.

(c) जो भी पैसा पीएनबी से लोन के तौर पर लिया गया था, उसका इस्तेमाल विदेशी शाखाओं में एडवांस पेमेंट करने के लिए किया गया है.

(d) FIPL और FDIPL इतने सालों से मुनाफा देने वाली कंपनियां रही हैं और A- क्रेडिट रेटिंग ली है. इसमें कभी कोई डिफॉल्ट नहीं हुआ है और उनके बैंकर पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

2. आपको पता है कि..

(a) PNB ने पिछले कई सालों में खरीददारों की क्रेडिट फेसिलिटी पर तीन फर्म्स से करोड़ों रुपए का बैंक प्रभार अर्जित किया है.

(b) जिन बैंकों ने फर्म के खरीदार को पैसा बढ़ाया है, उन्हें ब्याज के साथ पूरा भुगतान प्राप्त होता रहा है. इतने सभी वर्षों में.

5. हाल ही में FIPL और FDIPL की इंवेंट्री को जब्त कर लिया गया है. प्रेस रिपोर्ट्स के अनुसार इनका आंकलन 5,649 करोड़ रहा है. ये और इसी तरह की अन्य संपत्ति से बैंक की देनदारी खत्म हो जाती. हालांकि, अब ये समय खत्म हो गया है और अब चिंता का समय आ गया है.

6. मैं फिर आपसे निष्पक्ष तौर पर फैसला करने को कह रहा हूं कि मेरे द्वारा किए गए प्रयासों का समर्थन करिए.

7. आपकी शिकायत में आपने मेरे भाई का नाम भी डाला है जिसका इससे कोई लेना देना नहीं है. मेरी बीवी को भी जोड़ा है जो किसी भी बिजनेस ऑपरेशन में नहीं है. मेरे अंकल को भी जोड़ा है जिनका बिजनेस अलग है और इसमें से किसी से जुड़ा नहीं हुआ है. इनमें से किसी को भी मेरे और बैंक की डीलिंग्स के बारे में नहीं पता था.

8. इस मामले को भारत का सबसे बड़ा फ्रॉड कहा जा रहा है जो सच से कोसों दूर है. नीरव मोदी ग्रुप एक लग्जरी ब्रांड था और ये ब्रांड भारत और दुनिया के बड़े लग्जरी ब्रांड्स में से गिना जाता था. अपनी लेनदारी को खत्म करने की कोशिश में आपने मेरे ब्रांड और बिजनेस को बर्बाद कर दिया और मेरे द्वारा देनदारी चुकाने के सारे रास्तों को बंद कर दिया.

9. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि FIPL और FDIPL के सभी 2200 कर्मचारियों की सैलरी को पर्मिट करें जितना भी बैलेंस करेंट अकाउंट में बकाया है उससे. हमारे HR हेड मासिक सैलरी ब्रेकअप भेज देंगे.

आपका आभारी, नीरव मोदी

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