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Updated: 02 मार्च, 2022 08:25 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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अमेरिकी टेलीविजन रियलिटी शो शार्क टैंक के भारतीय वर्जन 'शार्क टैंक इंडिया' में देश की कुछ बड़ी कंपनियों के फाउंडर और को-फाउंडर नए और यूनीक बिजनेस आइडिया वाले स्टार्ट अप में निवेश कर उनका करियर बनाते हैं. लेकिन, रियलिटी शो Shark Tank India के एक निवेशक फिनटेक कंपनी भारत पे (BharatPe) के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) का करियर खत्म हो गया है. शार्क टैंक इंडिया में अपने गुस्से और सख्त व्यवहार के लिए आलोचनाओं का शिकार होने वाले अशनीर ग्रोवर ने भारत पे के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. 21000 करोड़ के वैल्यूएशन वाली भारत पे के साथ अशनीर ग्रोवर लंबे समय तक जुड़े रहे. और, बीते कुछ समय में भारत पे के ऑपरेशंस में गड़बड़ियों की खबरों ने ग्रोवर को कंपनी से अलविदा कहने पर मजबूर कर दिया. वैसे, रियलिटी शो की रील लाइफ में अशनीर ग्रोवर की लाइफ बहुत ही कूल नजर आई थी. लेकिन, रियल लाइफ में कंपनी से ही इस्तीफा देना अशनीर के लिए किसी बड़े झटके से कम नही है. आइए जानते हैं कि स्टार्ट अप्स का करियर बनाने वाले अशनीर ग्रोवर का कैसे हुआ करियर खत्म?

BharatPe Ashneer Grover resign भारत पे के ऑपरेशंस में गड़बड़ियों की खबरों ने ग्रोवर को कंपनी से अलविदा कहने पर मजबूर कर दिया.

ऑडियो क्लिप वायरल होने से पहले की कहानी

साल की शुरुआत में 5 जनवरी को बोंगो बाबू (@BabuBongo) नाम के एक ट्विटर यूजर ने एक ऑडियो क्लिप पोस्ट किया. जिसमें दावा किया गया कि अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ने कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था. इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद अशनीर ग्रोवर ने 19 जनवरी को मार्च के अंत तक कंपनी से 'स्वैच्छिक छुट्टी' लेने का ऐलान किया था. वैसे, अशनीर ग्रोवर ने इस ऑडियो क्लिप को 'फेक' बताया था. लेकिन, इसके पीछे की कहानी अक्टूबर 2021 में शुरू हुई थी. दरअसल, अशनीर ग्रोवर ने कोटक महिंद्रा बैंक को एक लीगल नोटिस भर कर 500 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की थी. 

नोटिस के अनुसार, अशनीर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को ब्यूटी कॉस्मेटिक फर्म नायका (Nykaa) के 500 करोड़ के आईपीओ खरीदने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक की ओर से फंड उपलब्ध नहीं कराए गए. जिसकी वजह से कोटक महिंद्रा बैंक को उस नुकसान की भरपाई करनी होगी. अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के इस नोटिस के जवाब में कोटक महिंद्रा ने बयान जारी करते हुए कहा था कि बैंक की ओर से इस मामले में कोई गलती नहीं की गई थी. इस नोटिस का जवाब दे दिया गया है. ग्रोवर और उनकी पत्नी के खिलाफ सही लीगल एक्शन लिए जा रहे हैं.

ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद शुरू हुई जांच

कोटक महिंद्रा कंपनी के साथ हुए इस विवाद के सामने आने के बाद फिनटेक कंपनी भारत पे ने अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी और कंपनी के फंड की हेराफेरी को लेकर जांच शुरू कर दी थी. इस साल जनवरी में ही माधुरी जैन को कंपनी ने छुट्टी पर भेज दिया था. 19 जनवरी को अशनीर ग्रोवर भी छुट्टी पर चले गए. जिसके बाद भारत पे कंपनी के बोर्ड ने रिस्क एडवाइजरी फर्म एल्वारेज एंड मार्शल (Alvarez and Marsal) को ऑडिट का जिम्मा सौंपा. चार फरवरी को ऑडिट फर्म की शुरुआती जांच में सामने आया कि माधुरी जैन ने कंपनी के पैसों का निजी खर्चों पर इस्तेमाल किया है. जिसके बाद माधुरी जैन ने ऑडिट फर्म को लेटर लिख कर इस जानकारी के लीक होने के बारे में सवाल-जवाब किए. 23 फरवरी को पूरी रिपोर्ट मिले बिना ही वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों के चलते माधुरी जैन को कंपनी के 'हेड ऑफ कंट्रोल्स' पद से हटा दिया गया. वहीं, 1 मार्च को अशनीर ग्रोवर ने भी कंपनी और बोर्ड से इस्तीफा दे दिया.

जांच रोकने के लिए SIAC में याचिका

अशनीर ग्रोवर ने कंपनी द्वारा की जा रही जांच को रद्द करवाने के लिए सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) में याचिका दायर की थी. इस याचिका में मांग की गई थी कि कंपनी की ओर से वित्तीय धोखाधड़ी और फंड की हेराफेरी को लेकर रिस्क एडवाइजरी फर्म एल्वारेज एंड मार्शल द्वारा की जा रही जांच पर रोक लगाई जाए. लेकिन, सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने इस याचिका को रद्द कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अशनीर ग्रोवर ने बोर्ड से फिनटेक कंपनी भारत पे की अपनी 9.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए 4,000 करोड़ रुपये की मांग की थी.

बोर्ड मीटिंग से पहले अचानक दिया इस्तीफा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 मार्च को बोर्ड मीटिंग का एजेंडा मिलने के साथ ही अशनीर ग्रोवर ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था. दरअसल, बोर्ड मीटिंग में अशनीर और माधुरी जैन के खिलाफ गवर्नेंस रिव्यू करने वाली फर्मों की रिपोर्ट पर विचार होने वाला था. संभावना जताई जा रही थी कि इसके चलते अशनीर ग्रोवर पर बोर्ड की ओर से कड़ी कार्रवाई की जा रही थी. जिसके चलते बोर्ड मीटिंग का एजेंडा मिलने के बाद ही ग्रोवर ने इस्तीफा दे दिया. वहीं, भारत पे के बोर्ड को भेजे ईमेल में ग्रोवर ने अपमान करने और इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है.

आगे क्या होगा?

आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि अशनीर ग्रोवर के खिलाफ गवर्नेंस रिव्यू की रिपोर्ट में अगर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप सही पाए जाते हैं. तो, ग्रोवर के लिए बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है. दरअसल, भारत पे में अपनी जिस 9.5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए अशनीर ग्रोवर कंपनी के बोर्ड से 4000 करोड़ मांग रहे थे, उन्हें उस हिस्से से भी हाथ धोना पड़ सकता है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो शार्क टैंक इंडिया में स्टार्ट अप्स का करियर बनाने वाले अशनीर ग्रोवर का करियर खत्म हो सकता है.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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