New

होम -> संस्कृति

 |  1-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 10 मार्च, 2016 05:41 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

क्या आपने कभी सोचा है कि देवी-देवताओं की जो तस्वीरें हम आज अपने घर की दिवारों पर टंगे कैलेंडर या कहीं और देखते हैं उसकी कल्पना किसने की होगी. कहना मुश्किल है. लेकिन ये सच है कि समय के साथ इन कल्पनाओं को नई शक्ल मिली. अब स्मार्टफोन और सेल्फी का जमाना है. तो क्या बुरा है अगर हमारे भगवान भी इसके साथ नजर आएं.

वैसे जरा सोचिए! क्या होता अगर त्रेतायुग या द्वापरयुग में भी स्मार्टफोन होते? जिस तरह हमारे जेनरेशन के लोग हर गली मोहल्लों, मॉल, बाजार में हाथ फैला कर सेल्फी लेते है, अगर यही क्रेज हमारे देवी-देवताओं में भी होता तो? जवाब पुणे की 24 साल की अद्रिता दास की ये पेंटिंग्स दे रही हैं.

अद्रिता ने इसके लिए फोटोशॉप का सहारा लिया. अगर बात-बात पर आपकी भावनाएं आहत नहीं होतीं तो इन तस्वीरों को देखकर आप भी मुस्कुरा देंगे.

selfie-1-radhe-krish_031016051156.jpg
 राधे-कृष्ण और सेल्फी
selfie-2-yudh-650_031016051213.jpg
 
selfie-3-ram-sita_031016051233.jpg
 सिया के राम और सेल्फी
selfie-4-krishna-arj_031016051250.jpg
 महाभारत का युद्ध शुरू होने से पहले एक सेल्फी!
selfie-5-king-650_031016051313.jpg
 
selfie-6-bride-650_031016051339.jpg
 
selfie-6-queen-650_031016051357.jpg
 
selfie-begam-650_031016051421.jpg
 
hanuman-selfie_031016051434.jpg
 

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय