Puneeth Rajkumar: साउथ सिनेमा के सुपरस्टार्स को अपना 'भगवान' क्यों मानते हैं फैंस?
कन्नड़ सुपर स्टार पुनीत राजकुमार का अंतिम संस्कार आज बंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में राजकीय सम्मान के साथ होगा. उनके अंतिम दर्शन के लिए फिल्मी सितारों से लेकर फैंस का तांता लगा हुआ है. पुनीत राजकुमार की मौत का सदमा उनके कई फैंस बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. तीन की मौत हो गई है.
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साउथ सिनेमा के सुपर स्टार पुनीत राजकुमार का अंतिम संस्कार आज यानी रविवार 31 अक्टूबर को बंगलुरु में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. उनकी बेटी वंदिता का इंतजार किया जा रहा है, जो आज अमेरिका से भारत पहुंच गई है. उधर पावर स्टार की मौत का सदमा उनके परिजन और फैंस झेल नहीं पा रहे हैं. कॉलीवुड के कई दिग्गज अभिनेताओं को भी उनके लिए फूट-फूट कर रोता देखा गया. यहां तक कि सदमें में आकर तीन फैंस की मौत भी हो गई है. इनमें दो फैंस की तो पुनीत राजकुमार की मौत की खबर सुनते ही हार्टअटैक आने से मौत हो गई, जबकि तीसरे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक के चामराजनगर जिले के हनूर तालुका के मारो गांव में एक 30 साल के शख्स ने जैसे ही पुनीत की मौत की खबर सुनी तो उसे हार्टअटैक आ गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक की पहचान मुनियप्पा के रूप में हुई है जो एक किसान था. वहीं, बेलगावी के शिंदोली गांव में भी पुनीत के एक फैन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. मृतक का नाम परशुराम देमन्नावर था. वह पुनीत राजकुमार का कट्टर प्रशंसक था. निधन की जानकारी मिलने के बाद से वह काफी दुखी था और टीवी के सामने बस रोए जा रहा था. इतना ही नहीं एक टीवी एंकर तो अभिनेता के मौत की खबर बताते हुए रोने लगी.
सुपर स्टार पुनीत की तरह जयललीता और डॉ. राजकुमार की मौत का सदमा भी फैंस बर्दाश्त नहीं कर पाए.
फिल्म और क्रिकेट के सितारों के प्रति उनके फैंस की दीवानगी हमेशा देखी गई है. अपने चहेते स्टार की एक झलक पाने के लिए फैंस किसी भी हद तक चले जाते हैं. ऐसा कई बार देखा और सुना जा चुका है. कई बार फैंस स्टार के घर पहुंच जाते, तो कई बार उनकी कार का पीछा तक करते देखे गए. एक बार तो एक फैन अपने स्टार के घर नौकर बनकर रहने लगा, ताकि उससे रोज मिल सके. वो स्टार कोई दूसरा नहीं बल्कि गोविंदा थे. लेकिन साउथ इंडिया में सिनेमा और सेलेब्स के प्रति फैंस की दीवानगी एक अलग ही स्तर पर देखी और सुनी गई है. यहां फैंस अपने स्टार को भगवान की तरह मानते हैं. उनकी पूजा करते हैं.
ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या वाकई एक फिल्म अभिनेता 'भगवान' की तरह लोकप्रिय हो सकता है? यदि हां, तो इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं? इसे समझने के लिए सबसे पहले पुनीत राजकुमार का ही उदाहरण लेते हैं. कन्नड सिनेमा में पावर स्टार के नाम से मशहूर रहे पुनीत राजकुमार सिनेमा के साथ समाज में भी अपने शानदार योगदान के लिए जाने जाते हैं. सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि पुनीत 45 फ्री स्कूल, 26 अनाथालय, 16 वृद्धाश्रम, 19 गौशाला के प्रबंधन के साथ ही करीब 1800 बच्चों की फ्री एजुकेशन की जिम्मेदारी खुद वहन करते थे. यहां तक कि उन्होंने नेत्रदान भी कर दिया था. ऐसे शख्स से भला कौन प्यार ना करे.
इसके साथ ही साउथ सिनेमा के कलाकारों के लोकप्रिय होने की दूसरी सबसे बड़ी वजह ये है कि वो आम आदमी का आवाज बनकर काम करते हैं. उनकी हर फिल्म और किरदार को देखकर हर तबके का आदमी उनसे जुड़ा हुआ महसूस करता है. वो अपनी फिल्मों में गुटखा या शराब का प्रचार करने की बजाए अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले आम आदमी का प्रतिनिधित्व करते दिखते हैं. उनके हक और हुकूक की बात करते दिखते हैं. उनके लिए सामाजिक क्रांति का संदेश देते हैं. हालही में रिलीज फिल्म करनन और असुरन को देख लीजिए. इसमें दलित समाज के अधिकारों की बहुत मजबूती से बात की गई. यही वजह है कि यहां समाज और सिनेमा का मजबूत संबंध है.
आइए साउथ के उन सुपरस्टारों के बारे में जानते हैं, जिनकी मौत का सदमा उनके फैंस सह नहीं पाए थे...
1. जे जयललिता
तमिल फिल्मों की सुपरस्टार रहीं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता राष्ट्रीय स्तर पर किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. सिनेमा से लेकर राजनीतिक तक उनका लंबा सफर रहा है. इसलिए उनको चाहने वालों की संख्या भी बहुत बड़ी थी. लोग प्यार से उनको अम्मा के नाम से बुलाते थे. यही वजह है कि 5 दिसंबर 2016 को जयललिता की मौत के बाद करीब 150 लोगों ने खुदकुशी कर ली थी, जबकि 30 से ज्यादा लोगों को दिल का दौरा पड़ा था. इससे पहले भी जब जयललिता का आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में नाम सामने आया था, तब भी कई लोगों ने अपनी जान दे दी थी. उनके जीवन पर आधारित फिल्म थलाइवी हालही में रिलीज हुई है.
2. एमजीआर
साउथ सिनेमा के सुपरस्टार और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमजीआर को जयललिता का राजनीतिक गुरु भी माना जाता है. उनका निधन 24 दिसंबर 1987 में हुआ था. उनके निधन से पूरे राज्य को इतना जोरदार धक्का लगा कि सदमे में 30 से ज्यादा लोगों ने खुदकुशी कर ली. उनके अंतिम संस्कार में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे, जिन्हें संभालना पुलिस फोर्स के लिए नामुमकिन साबित हो रहा था. इसी दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें 29 लोगों की जान चली गई और 47 पुलिसवाले बुरी तरह घायल हो गए. राज्य में हिंसा के हालात ऐसे हो गए कि पुलिस ने देखते ही गोली मारने के ऑर्डर जारी कर दिए.
3. डॉ. राजकुमार
पावर स्टार पुनीत राजकुमार के पिता डॉ. राजकुमार को कन्नड़ सिनेमा का आइकन माना जाता था. वह पहले ऐसे कन्नड़ इंडस्ट्री के अभिनेता थे जिन्हें दादा साहब फाल्के अवॉर्ड मिला था. पुनीत के पिता उन्हें और उनकी बहन को फिल्म के सेट पर ले जाया करते थे. यही वजह है कि पुनीत ने बचपन में ही एक्टिंग शुरू कर दी थी. डॉ. राजकुमार पहली बार देश-दुनिया में तब सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे, जब कुख्यात अपराधी चंदन तस्कर वीरप्पन ने जुलाई 2000 में तमिलनाडु से उनका अपहरण कर लिया था. इसके बाद साल 2006 में हार्टअटैक उनका निधन हो गया. उनकी मौत के बाद उनके कई चाहने वालों ने मौत को गले लगा लिया था. इतना ही नहीं जब वीरप्पन द्वारा किडनैप किया गया तब भी उनके चाहने वालों ने सड़कों पर खूब हंगामा किया था. डॉ. राजकुमार ने भी अपना नेत्रदान किया था.
4. अंबरीश
साउथ सिनेमा के एक्टर और पूर्व यूनियन मिनिस्टर अंबरीश का 66 साल की उम्र में कार्डिएक अरेस्ट से निधन हो गया था. सांस लेने की शिकायत की वजह से उन्हें बेंगलुरु के विक्रम हॉस्पिटल पर शनिवार शाम को एडमिट कराया गया था. अंबरीश की मौत के बाद भी कई फैंस ने मौत को गले लगा लिया था. अंबरीश फिल्मों के बाद राजनीति में सक्रिय हो गए थे. वे तीन बार लोक सभा के मेंबर रहे और स्टेट मिनिस्टर भी रह चुके हैं. अंबरीश का जन्म 29 मई, 1952 को कर्नाटक में हुआ था. उन्हें रेबेल स्टार के नाम से जाना जाता था. 1972 में फिल्म नगराहवु से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. अपनी फिल्मों से उन्होंने लोगों के बीच एंग्री मैन की छवि हासिल की और एक बड़ी फैन फॉलोइंग बनाई थी.
5. विवेक
इसी साल अप्रैल में तमिल इंडस्ट्री के पॉपुलर एक्टर विवेक का निधन हो गया था. 59 की उम्र में वह इस दुनिया को छोड़कर चले गए हैं. विवेक को मेजर हार्ट अटैक की वजह से चेन्नई के एसआईएमएस हॉस्पिटल में एडमिट कराया था. विवेक के निधन से उनके फैंस भी सदमे में आ गए थे. लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था. बता दें कि विवेक ने मौत से कुछ दिन पहले ही कोविड वैक्सीन लगवाई थी. विवेक ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी थी.

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