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Updated: 05 सितम्बर, 2021 04:44 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
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भला रानू मंडल का नाम और चेहरा कौन भुला सकता है? 60 साल की एक बूढ़ी औरत जो पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन की सड़कों पर गाना गाकर भीख मांगती थी. उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया. लाजवाब गायकी की वजह से देखते ही देखते सोशल मीडिया पर हर तरफ रानू की चर्चा होने लगी. इसके बाद तो वो रियलिटी शोज में पहुंचीं. उनके कई इंटरव्यू आए. और फिर हिमेश रेशमिया के साथ गाना भी गाया उन्होंने. सोशल मीडिया के एक वीडियो ने रानू को सेंसेशनल स्टार बना दिया था. मगर उनका रुतबा ज्यादा दिन तक कायम नहीं रहा. रानू कहां और किस हालत में हैं? कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सेंसेशनल स्टार जिस जगह से निकलकर मशहूर हुई थीं, हालात ने वापस उन्हें वहीं पहुंचा दिया.

हिंदी के प्रतिष्ठित अखबारों के कुछ न्यूज पोर्टल ने वीडियो के आधार पर रानू के दोबारा सड़क पर पहुंचने की खबर रिपोर्ट की है. सोशल मीडिया पर वीडियो भी नजर आ रहा है, हालांकि ये ताजा है या पुराना अभी इस बारे में साफ़-साफ़ बता पाना मुश्किल है. बहरहाल रानू की प्रतिभा कमाल की है. लेकिन उनका शोहरत हासिल करना और फिर गुमनामी के गर्त में भी चले जाना कम हैरान करने वाला नहीं है. कायदे से देखा जाए तो उनके जीवन में जितनी गरीबी मुफलिसी, संघर्ष और उपलब्धियों का उतार चढ़ाव दिखता है वो बेहद दिलचस्प है. रानू मारिया मंडल की इसी दिलचस्प कहानी पर बॉलीवुड में एक बायोपिक फिल्म बन रही है- "मिस रानू मारिया".

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बायोपिक में कौन निभा रहा रानू मंडल का किरदार?

मिस रानू मारिया को निर्देशक हृषिकेश मंडल बना रहे हैं. रानू की मुख्य भूमिका इशिका डे निभा रही हैं. फिल्म को अगले साल तक रिलीज करने की तैयारी है. इशिका डे से पहले रानू का किरदार सुदीप्ता चक्रबर्ती करने वाली थीं, मगर उन्हें रिप्लेस कर दिया गया. फिलहाल इशिका फिल्म के लिए खूब तैयारियां कर रही हैं. टाइम्स ऑफ़ इंडिया से एक इंटरव्यू में इशिका ने तैयारियों को लेकर बताया कि किरदार के लिए वे दो महीने की सख्त डाइट पर जा रही हैं. उनकी योजना दो महीने में 10 किलो वजन कम करने की है. ऐसा सिर्फ इसलिए ताकि वो खुद को रानू के किरदार में ढाल सकें. इशिका ने यह भी संकेत दिया कि बायोपिक में हिमेश रेशमिया भी हो सकते हैं. मेकर्स ने उन्हें भी फिल्म के लिए अप्रोच किया है.

जमीन से शोहरत का आसमान और फिर जमीन पर पहुंचने की कहानी!

रानू मंडल ने सड़कों पर सालों गाना गाया. जिस वायरल वीडियो से उन्हें शोहरत मिली वो एक प्यार का नगमा था. हिंदी सिनेमा का यह सदाबहार गाना असल में "शोर" फिल्म का है. इसे लता मंगेशकर ने गाया था. रानू की आवाज मशहूर होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनकी कहानी में दिलचस्पी लेने लगे. इसके बाद सेंसेशनल सिंगर को रियलिटी शो में भी न्यौता मिला. वहां उन्होंने खुद अपनी कहानी सुनाई. उन्होंने बताया था कि वे बेघर हैं. गाने गाकर लोगों से पैसे मांगती हैं और इसी से उनका गुजारा होता है. बाद में हिमेश रेशमिया ने उन्हें अपनी फिल्म "हैप्पी हार्डी एंड हीर" में "तेरी मेरी कहानी" गाने का मौका दिया. हिमेश के साथ रानू का ओरिजिनल गाना जबरदस्त हिट हुआ था. रिपोर्ट्स हैं कि गाने के बदले हिमेश ने उन्हें जबरन 5 से 7 लाख की फीस भी दी थी. पहले रानू गाने के बदले हिमेश से फीस नहीं ले रही थीं.

क्या घमंड की वजह से डूब गए रानू मंडल के सितारे?

रानू मंडल का जीवन भी बदलता दिख रहा था. वो सेलिब्रिटी बन चुकी थीं और उनका हुलिया पहनावा सबकुछ बदल चुका था. जो रिश्तेदार रानू का पता लगाना भूल गए थे, उनसे प्यार दुलार जता रहे थे. हालांकि अचानक से मिली शोहरत रानू के पास ज्यादा दिन टिकी नहीं. उनके तेवर बदल गए थे. रानू मंडल पर प्रशंसकों और रिपोर्टर्स से बदसलूकी के आरोप लगे. कुछ समय बाद धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता ख़त्म होने लगी. सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर यहां तक कहा गया कि अचानक मिली चीजों ने उन्हें घमंडी बना दिया. पिछले साल लॉकडाउन के दौरान कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया कि रानू के पास काम की कमी थी इस वजह से उनको वापस पश्चिम बंगाल लौटना पड़ा. अब बायोपिक और वायरल वीडियो की वजह से वो फिर चर्चा में हैं. वैसे रानू के जीवन में मुंबई का हिस्सा दर्शक जरूर देखना चाहेंगे. फिल्म में उनसे जुड़े कई सवालों के जवाब मिल सकते हैं.

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

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