Gullak Season 2: फ्रस्ट्रेटेड लोगों के लिए थेरेपी है गुल्लक सीजन 2
Gullak Season 2 के बारे में बिना इधर उधर की बात किए साफ शब्दों में कहें तो अगर आप एक्शन और क्राइम से बोर हो गए हैं. लव स्टोरी, थ्रिलर या सस्पेंस देखने के लिए अब पेशेंस नहीं बचा है तो गुल्लक सीजन 2 की हल्की फुल्की कहानी आपको फुटकर खुशियां दे सकती है. जो 15 जनवरी को SonyLIV पर रिलीज (Gullak Season 2 Releasing Date) हो रही है.
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बिना इधर-उधर की बात किए साफ शब्दों में कहें तो अगर आप एक्शन और क्राइम से बोर हो गए हैं. लव स्टोरी, थ्रिलर या सस्पेंस देखने के लिए अब पेशेंस नहीं बचा है तो गुल्लक सीजन 2 की हल्की-फुल्की कहानी आपको फुटकर खुशियां दे सकती है. जो 15 जनवरी को SonyLIV पर रिलीज (Gullak Season 2 Releasing Date) हो रही है.
जिसे आप भाई-बहन, दादा-दादी नाना-नानी, चाचा-भतीजे, मॉमी-पापा यानी फुल फैमिली के साथ बैठकर देख सकते हैं. परिवार का प्यार क्या होता ये आपको पता ही होगा. कहानी दिमाग के बोझ को हल्का करती है. इसिलए हम भी भारी भरकम शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेंगे. गुल्ल्क सीजन 2 की कहानी पहले सीजन के आस-पास ही घूमती है. ऐसा नहीं है कि दूसरे सीजन में सबको अमीर दिखा दिया गया है या हालात बदल गए हैं. अभी भी वाशिंग मशीन से वही गड़-गड़ की आवाज़ आती है.
आंगन में धूलने के लिए पड़े बर्तन, रेडियो पर चलते पुराने गीत, बिजली के खंबों वाली सकरी गली और गेट के बाहर बड़े अक्षरों में मिश्रा जी के नाम का नेम प्लेट. साथ ही मुंह बनाकर बातें सुनाने वाली पड़ोस की आंटी यानी बिट्टू की मम्मी.
परिवार के साथ बिताए हर लम्हें की याद दिलाएगा Gullak Season 2
जिनके पति ने घूस के दम पर खूब पैसा कमा लिया है. अब बचे घर के मुखिया संतोष मिश्रा, जो बिजली विभाग के क्लर्क हैं. इनके दो अनमोल रत्न बेटे अन्नू और अमन मिश्रा. अब बारी है घर की मालकिन शांति मिश्रा की, जो घर का काम करते हुए गुस्से में खुद से ही सबकी शिकायत करती रहती है.
अगर आप भी दुनियादारी की ज़िम्मेदारी और काम के बोझ से खुद को रिलैक्स करना चाहते हैं तो 2.30 घंटे का सुकून पा सकते हैं वो वो परिवार के साथ. जो पांच एपिसोड्स में दिखाई जाएगी. राइटिंग की बात करें तो पॉलिटिकल सटायर और एक लाइन वाले डायलॉग शो को चुटीला बनाते हैं.
जैसे हम और आप रोज़मर्रा की जिंदगी में बोलते रहते हैं. आपको नहीं पता है क्या...बिजली का बिल देखकर दिल्ली शिफ्ट हो जाना या फिर खाने की महत्ता जिसमें घर से सदस्य अपनी-अपनी राय देते हैं जैसे पीले चावल बनाए हैं अरे उसे तो तहरी कहते हैं.
घर के मुखिया मिश्रा जी इमानदारी को छोड़कर घूस लेने की सोचते हैं लेकिन उनका जमीर उन्हें रोक लेता है. पकड़े जाने के डर से यह ख्याल अपने मन से निकाल देते हैं. जिसके लिए वो अपनी पड़ोसन को ताना मानते रहते हैं. घर ही हेड यह जताती रहती हैं कि कैसे पूरी लाइफ बिना अपना ख्याल रखे रसोई में काम करके-करते बिता दिया. ऐसा नहीं कि उनके बेटे उनकी मदद नहीं करना चाहते लेकिन फिर उनकी शान का क्या होगा.
बेटों से याद आया बड़ा बेटा बिना डिग्री के ही नौकरी की जुगाड़ में जुटा हआ है इसलिए लोकल नेता की पैरवी में लगा है, ताकि गैस एजेंसी का लाइसेंस मिल सके. वहीं छोटा बेटा जिससे किसी को ज्यादा उम्मीद नहीं है वह रट्टू तोता बन गया है. वह भी मैथ जैसे विषय का और अलग ही परचम लहरा देता है. हां आप मुहल्ले में होने वाली आंटियों की किटी पार्टी का भी मजा ले सकेंगे. जिसमें सारा जुगाड़ घर पर ही कर दिया जाता है. जिसमें चटोरापन भी दिख जाएगा.
मिडिल क्लास की फैमिली की कहानी को दमदार किरदारों ने ना सिर्फ निभाया है जबकि जिया है. ऐसा लगता ही नहीं कि कोई एक्टिंग कर रहा है. डायरेक्टर पलाश वासवानी और दुर्गेश सिंह ने दोबारा यह एहसास करवाया है कि फिक्शन राइटिंग की ताकत होती क्या है.
वहीं हमारे आप जैसी साधारण सी कहानी को जमील खान, वैभव राज गुप्ता, हर्ष मयार, सुनीता राजवार और साथी कलाकारों ने ऐसे उतारा जैसे वे खुद ही इसे जी रहे हों. छोटे-छोटे किरदारों को जीने वाले वैभव राज गुप्ता ने कॉमेडी में आपको हंसाने और इमोशन में रूलाने की क्षमता रखते हैं.
दो भाइयों के नोक-झोंक, प्यार और बिना मतलब की लड़ाई को हर्ष मयार व वैभव ने मिलकर एक जबर्दस्त केमिस्ट्री को पर्दे पर जीवंत बनाया है. आपको इसमें लव स्टोरी और पैसों की तंगी के लिए रोना-धोना नहीं मिलेगा.
इसके किरदार जितने में है सुविधाओं में हैं और ज़िम्मेदारी से भागते हुए नहीं दिखेंगे. जो इस सीरीज़ को मजबूत और दूसरों से हटकर बनाता है. बाई-बहन की नोंक-झोंक आपको मिस करने का मौका नहीं मिलेगा क्योंकि भाई-भाई ही मिलकर सारी कमी को पूरी करते हैं.
जिन्होंने गुल्लक का सीजन-1 (Gullak Season1) देखा है उनको तो पहले से ही सीजन 2 का इंतजार था. जिन्होंने सीजन 1 नहीं भी देखा उनको भी आसानी से यह कहानी समझ आ जाएगी. हां अगर आपको पिछले साल की ‘पंयाचत’ पसंद आई थी तो बता दें कि इसके मेकर्स भी वही हैं. यह कहना गलत नहीं होता कि नए साल (New Year 2021) का नया तोहफ़ा अब आपको हल्की-फुल्की गुल्लक के रूप में देखने को मिलेगा.
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