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Updated: 22 जून, 2021 11:10 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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हिंदुस्तानी हिंदू लड़के और पाकिस्तानी मुस्लिम लड़की की प्रेम कहानी पर आधारित एक वेब सीरीज 'धूप की दीवार' (Dhoop Ki Deewar Web Series) पर पड़ोसी मुल्क में इनदिनों बवाल मचा हुआ है. 25 जून को इस वेब सीरीज को ओटीटी प्लेटफॉर्म Zee5 पर रिलीज किया जाना है. इससे पहले पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर लोग इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की की प्रेम कहानी कत्तई मंजूर नहीं है. इस वेब सीरीज में पाकिस्तानी एक्टर अहद रजा मीर और सजल अली मुख्य भूमिका में हैं, जो भारत और पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों के बीच पनपी एक प्रेम कहानी पर आधारित है.

पाकिस्तान में इस वेब सीरीज का विरोध देखकर ऐसा लगता है कि लव जिहाद का जिन्न भारत से सीमा पार चला गया है. वरना अभी तक तो अपने देश में ही हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के के बीच प्रेम प्रसंग को लव जिहाद का नाम दिया जाता रहा है. सियासी गलियारों में इस मुद्दे को तंदूर की तरह भड़काकर इस पर रोटियां सेंकने की परंपरा रही है. हालांकि, धार्मिक कट्टरता के मामले में पाकिस्तान हमसे बहुत आगे है. यहां हिंदू और मुस्लिम प्रेमकथा पर आपत्ति कोई नई बात नहीं है. इससे पहले साल 2013 में रिलीज हुई फिल्म 'रांझणा' में भी ऐसी ही कहानी थी, जिसके विरोध के बाद इसको पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था.

dhoop-650_062221104916.jpgवेब सीरीज 'धूप की दीवार' की तरह फिल्म 'रांझणा' का भी पाकिस्तान में विरोध हुआ था. आइए जानते हैं कि वेब सीरीज 'धूप की दीवार' से पहले किन 5 फिल्मों पर कब-कब बवाल हो चुका है...

1. फिल्म 'रांझणा', साल 1993

'नमाज में वो थी और दुआ हमारी कुबूल हो रही थी'...सोनम कपूर और धनुष की फिल्म 'रांझणा' में हीरो का डायलॉग उसकी भावनाओं को व्यक्त करने के साथ ही कहानी का सार थोड़े शब्दों में पेश कर देता है. बनारस की गलियों से निकली जोया (सोनम) और कुंदन (धनुष) की अनोखी प्रेम कहानी जब रूपहले पर्दे पर दिखाई गई, तो हर तरफ इसकी तारीफ हुई थी. लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इसे लेकर गदर मच गया. वहां किसी को ये बात बर्दाश्त ही नहीं हुई कि एक मुस्लिम लड़की को किसी हिंदू लड़का प्यार करे और उसकी कहानी पर्दे पर दिखाई जाए. बॉलीवुड फिल्मों को बड़े चाव से देखने वाले पाकिस्तान में इसे बैन कर दिया गया. पाकिस्तान फिल्म सेंसर बोर्ड ने बैन लगाते हुए कहा कि एक मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के के बीच दिखाया गया प्रेम संबंध विवादास्पद है. इसे पाकिस्तान में नहीं दिखाया जा सकता.

2. फिल्म केदारनाथ, साल 2018

साल 2018 में रिलीज हुई सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म 'केदारनाथ' पर लव जिहाद का आरोप लगाकर इसका विरोध किया गया था. इस फिल्म से अपना बॉलीवुड डेब्यू करने वाली सारा अली खान के अपोजिट दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत लीड रोल में थे. फिल्म में सुशांत ने एक मुस्लिम लड़के मंसूर और सारा ने एक हिंदू लड़की मुक्कू का रोल निभाया था. पिट्ठू का काम करने वाले मंसूर और पंडितजी की बिटिया मुक्कू के बीच प्यार हो जाता है. लेकिन दोनों के धर्म अलग-अलग होने के चलते उनको अलग कर दिया जाता है. मुक्कू की शादी कहीं ओर कर दी जाती है. इस फिल्म पर 'लव जिहाद' का प्रचार करने का आरोप लगाया गया. यहां तक कि फिल्म को उत्तराखंड के कई जिलों में बैन कर दिया गया था. पूरे देश में इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया गया था.

3. जोधा अकबर, साल 2008

फिल्म एक्टर रितिक रोशन और एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय की फिल्म 'जोधा अकबर' 13 साल पहले 15 फरवरी, 2008 को रिलीज हुई थी. जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर और जोधाबाई की प्रेम कहानी पर आधारित इस फिल्म को दर्शकों से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, लेकिन दूसरी तरफ इसका विरोध भी खूब हुआ था. इस फिल्म को राजपूत समाज ने बैन करने की मांग की थी. उनका आरोप था कि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करते हुए फिल्म में जोधा और अकबर की गलत प्रेम कथा दिखाई गई है. कुछ लोगों का तो यहां तक कहना था कि जोधा ने कभी अकबर को देखा तक नहीं था, ऐसे में इश्क और फिर निकाह की बात कहां से आ गई. इस पर सियासत भी खूब हुई थी. उस वक्त उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान वर्तमान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अब कोई जोधा अकबर से शादी नही करेगी.

4. फिल्म गदर, साल 1991

20 साल पहले साल 1991 में रिलीज हुई सनी देओल और अमीषा पटेल स्टारर फिल्म 'गदर: एक प्रेम कथा' ने ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की थी. अनिल शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने न केवल प्रशंसकों को प्रभावित किया, बल्कि रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस पर भी खूब धूम मचाई थी. इस फिल्म में एक सिख लड़के और मुस्लिम लड़की की प्रेम कथा को दिखाया गया है. इसमें एक सीन है, जिसमें सकिना (अमीषा) दंगाइयों से अपनी इज्जत बचाने के लिए तारा सिंह (सनी) के पास चली आती है. इसके बाद तारा सकिना की मांग अपनी खून से भरकर दंगाइयों से कहता है, 'मुसलमानी है ये....ये मुसलमानी! लो अब ये हो गई सिखणी, अब किसी ने इसकी तरफ आंख भी उठाई ना! वाहे गुरु जी दी सौ...गर्दन उखाड़ दूंगा'. इस पर भारत में भी मुस्लिम समुदाय नाराज हो गया था. गुजरात से लेकर बंगाल तक विरोध प्रदर्शन हुए थे. पोस्टर कालिख करने से लेकर थियेटर जलाने तक का काम हुआ था. इस फिल्म को पाकिस्तान ने भी अपने मुल्क में बैन कर दिया था.

5. वीर ज़ारा, साल 2004

यश चोपड़ा की इस फिल्म में शाहरुख खान और प्रिटी जिंटा ने मुख्य भूमिका निभाई थी. शाहरुख एयरफ़ोर्स अफसर वीर प्रताप सिंह बने थे, वहीं प्रिटी ने ज़ारा हयात खान नाम की एक पाकिस्तानी मुस्लिम लड़की का किरदार निभाया था. दोनों एक मुलाकात के बाद ही एक-दूसरे को दिल दे बैठते हैं. फिल्म में न केवल ये अलग धर्मों के होते हैं, बल्कि मुल्क भी अलग हैं. इस वजह से दोनों को काफी मुश्किल दौर से गुजरना पड़ता है, लेकिन प्यार नहीं हारता और अंत में दोनों एक हो जाते हैं, इस फिल्म में हिंदू और मुस्लिम रिवाज़ों को भी बड़े यथार्थ रूप में परदे पर उतारा गया था, जिसके चलते यह यादगार फिल्मों में शुमार है. लेकिन इस फिल्म पर अंतर-धार्मिक प्रेम प्रसंगों को बढ़ावा देने का आरोप लगा था. 25 करोड़ में बनी वीर-ज़ारा ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 100 करोड़ रुपए का कारोबार किया था.

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लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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