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Updated: 08 मार्च, 2019 01:44 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू की फिल्म बदला अब रिलीज हो गई है. इस फिल्म का इंतजार कई दिनों से हो रहा था. 'Badla' फिल्म का इंतजार करने के दो अहम कारण भी थे पहला ये कि इस फिल्म में अमिताभ और तापसी की हिट जोडी है और दूसरा ये कि इस फिल्म के डायरेक्टर सुजॉय घोष हैं. बदला फिल्म 2016 की स्पैनिश थ्रिलर फिल्म The Invisible Guest का रीमेक है और उस फिल्म की कहानी देखकर ही समझ आ जाएगा कि Badla Review बिलकुल सही कह रहे हैं. सुजॉय घोष की इस थ्रिलर को सभी एक परफेक्ट थ्रिलर फिल्म कह रहे हैं.

अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू ने अपनी बेहतरीन अदाकारी दिखा दी है और खास बात ये है कि इस फिल्म में भी विद्या बालन की 'कहानी' की तरह अंत तक ऑडियंस यही सोचती रह जाएगी कि आखिर ये सब हुआ कैसे और सबसे बड़ा सस्पेंस कि आखिर तापसी ने अगर कत्ल नहीं किया है तो भी वो कुछ छुपा क्यों रही हैं?

जहां तक बात फिल्म की कहानी की है तो क्लाइमैक्स तक ये फिल्म बांधे रखेगी और The Invisible Guest की कहानी पढ़कर न जाएं क्योंकि ये फिल्म आपको चौंका सकती है.

जहां तक सोशल मीडिया रिएक्शन की बात है तो ट्विटर पर इस फिल्म को बहुत पॉजिटिव रिव्यू मिल रहे हैं.

सबसे अहम बात यही है कि बदला फिल्म में लोगों को सस्पेंस बना ही रहता है.सबसे अहम बात यही है कि बदला फिल्म में लोगों को सस्पेंस बना ही रहता है.

फिल्म के खत्म होने पर ऑडियंस को ऐसा लग सकता है कि काश ये फिल्म थोड़ी और ज्यादा चलती और थोड़ा और ज्यादा रोमांच होता, लेकिन ये ऐसी फिल्म है जिसके बारे में शायद कई दिनों तक बात की जा सकती है.

फिल्म के डायलॉग और कहानी ऑडियंस को पसंद आ रही है.फिल्म के डायलॉग और कहानी ऑडियंस को पसंद आ रही है.

अगर आप सस्पेंस थ्रिलर के फैन हैं तब तो इसे देखने जाएं, लेकिन अगर नहीं भी हैं और किसी अच्छी फिल्म के इंतजार में हैं तो भी इस फिल्म को देखने जाएं क्योंकि भले ही ये थोड़ी सीरियस फिल्म है, लेकिन इसका असली मज़ा इसी सीरियसनेस में है.

डायरेक्टर के लिए फिल्म देखें-

सुजॉय घोष एक ऐसे डायरेक्टर हैं जो थ्रिलर फिल्में बेहतर तरीके से बना सकते हैं. सुजॉय घोष की फिल्म 'कहानी' एक ऐसी थ्रिलर थी जिसके अंत तक उसकी असलियत नहीं जान पाए थे हम. इसके अलावा, शॉर्ट फिल्में 'अनुकूल', 'अहिल्या' भी अवॉर्ड विनिंग थ्रिलर थीं. सुजॉय घोष इस बार भी ऐसी ही अनोखी फिल्म लेकर आ रहे हैं.

बदला फिल्म में बेहद रोचक अंदाज में एक मर्डर मिस्ट्री बुनी गई है. ट्रेलर के खत्म होते-होते ऐसा लग रहा था कि काश इसके बारे में पता चल जाए कि आखिर खूनी कौन है और कौन तापसी को फंसाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि तापसी खुद ही खूनी हों और खुद को बचाने की कोशिश कर रही हों.

एक्टर के लिए फिल्म देखें-

तापसी पन्नू और अभिताभ बच्चन की केमेस्ट्री हम पिंक में देख चुके हैं, लेकिन बदला फिल्म के ट्रेलर से ही हमें ये समझ आ गया था कि उस केमेस्ट्री का और भी बेहतर रूप Badla Movie में दिखने वाला है. पिंक में तापसी और अमिताभ दोनों के किरदार कुछ अलग थे, अमिताभ डरे सहमे से वकील थे जो रिटायरमेंट की तरफ जा रहे थे और तापसी पन्नू हर मायने से निर्दोष थीं, लेकिन बदला फिल्म में बात बदल गई है. न ही अमिताभ डरे सहमे से वकील हैं और न ही तापसी पूरी तरह से फेमिनिस्ट और हर मायने में सही महिला हैं. उनके कैरेक्टर का ग्रे शेड फिल्म में जान डाल देता है. उन्होंने कत्ल किया है या नहीं ये तो बाद की बात है, लेकिन उनका किरदार हर मोड़ पर कुछ छुपाता हुआ दिखता है और यही ग्रे शेड अमिताभ बच्चन के कॉन्फिडेंस के साथ बेहद मेल खाता है. केमेस्ट्री किसी फिल्म की सक्सेस में बहुत फर्क डालती है और यही कारण है कि बदला देखने जाना चाहिए.

कहानी के लिए देखें-

'बदला लेना हर बार सही नहीं होता, लेकिन माफ कर देना भी हर बार सही नहीं होता'.. ये डायलॉग सिर्फ फिल्म के ट्रेलर का ही पहला डायलॉग नहीं बल्कि कहानी की झलक भी है.

बदला फिल्म में कहानी बहुत दमदार है और डायलॉग भी बहुत दमदार. ये सभी एक बेहद रोचक थ्रिलर फिल्म बनाते हैं. ये फिल्म तब भी देखने वाली है अगर आपने स्पैनिश फिल्म द इनविजिबल गेस्ट देखी हुई है. फिल्म के साथ बहुत सारी नई बातें भी जोड़ी गई हैं, इसलिए कोई घारणा बनाकर न जाएं तो ही अच्छा होगा. कहानी फिर भी चौंका सकती है.

ट्विटर और फेसबुक पर बदला देखने वालों के स्टेटस की बाढ़ सी आ गई है. बदला फिल्म के लिए एक और खास बात है जो इस फिल्म को बोरिंग नहीं बनने देती वो ये कि डायरेक्शन कुछ इस तरह से किया गया है कि हर थोड़ी देर में किसी नए मोड़ पर फिल्म मुड़ जाती है. सभी किरदारों की बॉडी लैंग्वेज कुछ ऐसी ही दिखाई गई है जैसे असलियत में हो. तापसी पन्नू बेहद डरी हुई और बेहद मजबूत एक साथ लग रही होती हैं यानी एक महिला जिसे खून के इल्जाम में फंसाया गया है और उसके दिमाग में क्या चल रहा होता है ये सब कुछ आप देख सकते हैं. फिल्म में महाभारत के चक्रव्यूह जैसी स्थिति बन जाती है और यही खास बात है.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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