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Updated: 09 अप्रिल, 2021 09:19 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
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ब्लैक कॉमेडी क्राइम 'लूडो' के बाद अभिषेक बच्चन स्टारर 'द बिग बुल' OTT प्लेटफ़ॉर्म पर रिलीज हुई है. 'द बिग बुल' को पहले सिनेमाघरों में रिलीज किया जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के बाद बने हालात में मेकर्स को OTT रिलीज करना पड़ा. ट्रेलर आउट होने के बाद से ही फिल्म की चर्चा है. इसकी कहानी विवादित शेयर ब्रोकर हर्षद मेहता के जीवन से प्रेरित है. मेहता के जीवन पर आधारित कहानी वेब सीरीज के रूप में कुछ दिन पहले स्कैम 1992 के नाम से रिलीज हुई थी. हालांकि बिग बुल में चरित्रों के नाम और दूसरी तमाम चीजें बदल दी गई गई हैं. अभिषेक बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई है जबकि इलियाना डीक्रूज, सोहम शाह, निकिता दत्ता, सौरभ शुक्ला, राम कपूर और रत्ना पाठक शाह जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में हैं. निर्देशन कूकी गुलाटी ने किया है.

कुछ मीडिया हाउसेस ने फिल्म देखकर समीक्षाएं की हैं. मीडिया हाउसेस के समीक्षकों ने फिल्म किस तरह देखी है उसकी जानकारी आगे सिसिलेवार है उससे पहले अलग-अलग समीक्षओं की तीन कॉमन बातें जानते चलिए.

1) अभिषेक बच्चन ने बहुत बढ़िया काम किया है. 2) फिल्म का म्यूजिक खराब है. 3) इसी कहानी पर प्रतीक गांधी की 'स्कैम 1992' वेब सीरीज का आ जाना बिगबुल को नुकसान पहुंचा रहा है.

#1. बॉलीवुड हंगामा : फिल्म को दिए तीन स्टार बॉलीवुड हंगामा ने ओवरऑल फिल्म की तारीफ़ की है. लिखा है- ज्यादातर ऑडियंस स्टॉक और शेयर मार्केट का खेल नहीं समझते बावजूद कूकी गुलाटी के निर्देशन में चीजों को कम्युनिकेट किया है वो प्रशंसनीय है. कूकी गुलाटी और अर्जुन धवन की कहानी के साथ रितेश शाह के संवाद को अच्छा बताया गया है. इश्क नमाज के अलावा म्यूजिक को खराब बताया है. अभिषेक की तारीफ़ है लेकिन कुछ जगहों पर अंडरप्ले माना गया है. इलियाना डीक्रूज, निकिता दत्ता, सोहम शाह, सौरभ शुक्ला, राम कपूर और रत्ना पाठक शाह के काम को भी बेहतर माना गया है. सिनेमैटोग्राफी, प्रोडक्शन डिजाइन और कास्ट्यूम की मिली जुली तारीफ़ है. बॉलीवुड हंगामा ने द बिग बुल के लास्ट 30 मिनट और सरप्राइजिंग ट्विस्ट को बहुत उम्दा बताया है. समीक्षा में यह भी ध्यान दिलाया कि अगर द बिग बुल से पहले स्कैम 1992 नहीं आती तो ये दर्शकों को ज्यादा मनोरंजक और रोचक लगती. इस बात के लिए स्क्रिप्ट की तारीफ़ भी है कि दर्शकों को पहले से कहानी पता होने के बावजूद ग्रिप मजबूत है.

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2. पिंकविला: फिल्म को दिए ढाई स्टार द बिग बुल के लिहाज से पिंकविला के रिव्यू की सबसे ख़ास बात ये है कि एक्टर्स के परफोर्मेंस बढ़िया माना है. खासतौर पर ग्रे शेड कैरेक्टर को हैंडल करने में अभिषेक ने स्क्रीन पर जिस टार मैच्योरिटी दिखाई है उसकी तारीफ़ की है. अनरियललिस्टिक चीजों के लिए स्क्रिप्ट की आलोचना की गई है. यह भी कि फर्स्ट हाफ में फिल्म की पकड़ ज्यादा मजबूत है जो दूसरे हाफ में जाकर कमजोर नजर आती है. रोमांस को भी फिल्म के ग्रिप को कमजोर होने की वजह बताई गई है. पिंकविला ने भी माना है कि स्कैम 1992 की वजह से द बिग बुल को नुकसान हुआ. फिल्म के पेस के हिसाब से बैकग्राउंड स्कोर को बेहतर लेकिन म्यूजिक को काम चलाऊ बताया गया है.

#3. कोई मोई: फिल्म को दिए दो स्टार कोई मोई के रिव्यू में फिल्म की स्क्रिप्ट और राइटिंग को घटिया माना गया है. समीक्षक ने पूरा ठीकरा कूकी गुलाटी की राइटिंग और निर्देशन पर फोड़ा है. लेकिन रिव्यू में अभिषेक बच्चन के अभिनय को फिल्म का सबसे अच्छा पॉइंट बताया और कहा कि अगर दूसरा मेकर होता तो द बिग बुल ज्यादा बेहतर होती. निकिता और इलियाना की स्क्रीन प्रेजेंस को बढ़िया बताया. लेकिन सपोर्टिंग कास्ट के रूप में सौरभ शुक्ला, समीर सोनी, महेश मांजरेकर और राम कपूर के परफोर्मेंस को ऐसा नहीं माना की इस फिल्म के लिए उन्हें याद किया जाएगा. कोई मोई ने फिल्म से पहले स्कैम 1992 के रिलीज हो जाने को भी द बिग बुल के लिए निगेटिव पॉइंट माना.

और केआरके ने क्या कहा? द बिग बुल की कई समीक्षाओं को देखने के बाद केआरके ने ट्विटर पर चार पॉइंट में अपनी बात रखी. 1) फिल्म की लम्बाई 2.30 घंटा दिक्कत है. 2) फिल्म से कहीं ज्यादा बेहतर वेब सीरीज (स्कैम 1992) है. 3) मेकर्स ने कहा है कि ये हर्षद की कहानी नहीं है. फिर उन्होंने फिल्म क्यों बनाई? 4) निर्देशन बहुत खराब है. और मैं ये पहले दिन से जानता हूं.

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

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