एम जे वारसी
warsimj
लेखक भाषा वैज्ञानिक हैं और अमेरिका के वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, सैंट लुईस में कार्यरत हैं
संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें
आस्था, बलिदान और त्याग का महापर्व है ईद-उल-जुहा
जानवर की कुर्बानी तो सिर्फ एक प्रतीक भर है. दरअसल, इस्लाम धर्म जिंदगी के हर क्षेत्र में कुर्बानी मांगता है. इसमें धन व जीवन की कुर्बानी, नरम बिस्तर छोड़कर कड़कती ठंड या भीषण गर्मी में बेसहारा लोगों की सेवा के लिए जान की कुर्बानी वगैरह ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें



