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Updated: 16 दिसम्बर, 2017 11:38 AM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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बिटक्वाइन, इथेरियम , IOTA.. जिन्हें आज के समय में ये नाम नहीं पता हैं उन्हें यकीनन थोड़ा अपडेट होने की जरूरत है. क्रिप्टोकरंसी के जमाने में आज गूगल का ट्रेंडिंग सवाल ये बन चुका है कि आखिर कैसे इसमें निवेश किया जाए. कुछ सालों पहले 1000 रुपए का निवेश करने वाले लोग भी अब करोड़पति बन गए हैं. लोग लगातार इस बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस तरह की क्रिप्टो करंसी में निवेश कैसे किया जाता है.

जितने लोग इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं उतने ही लोग इससे जुड़े स्कैम के खतरे में हैं. हाल ही में दिल्ली में एक स्कैमर का पता चला है. दिल्ली में एक 32 साल के इंसान नरेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तारी का कारण ये था कि नरेंद्र ने लोगों को कहा कि वो नई बनी क्रिप्टोकरंसी कैश क्वाइन (Kashh coin) में निवेश करें और जल्द ही ये बिटक्वाइन से ज्यादा तरक्की कर लेगा. पुलिस के अनुसार आरोपी लोगों को लालच देता था. पूरे भारत में इस गैंग ने कई लोगों से करोड़ों रुपए इकट्ठे किए थे.

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कैसे खरीदते थे?

पुलिस की जानकारी के अनुसार कैश क्वाइन को लोग 3.50 रुपए प्रति क्वाइन के दाम पर खरीदते थे और इसके बाद उन्हें एक वेबसाइट में अकाउंट बनाना होता था. पुलिस के अनुसार नरेंद्र पहले एक प्रॉपर्टी डीलर था और उसके बाद उसने नेटवर्क मार्केटिंग में हाथ आजमाया 2016 में वो आसिफ मल्खानी के संपर्क में आया जो इस कैश क्वाइन वेंचर का मास्टर माइंड था.

मखलानी और उसके साथी नेपाल, बेंगलुरु, मुंबई, गुजरात, बिहार आदि में कई बड़े-बड़े सैमिनार करवाते थे और वो इनके जरिए ही लोगों को निवेश करने के लिए लालच देते थे. सैमिनार के वीडियो यूट्यूब पर भी थे.

खतरे की घंटी...

बिटक्वाइन जैसी कई क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग मार्केट में चल रही है और इससे जुड़े रिस्क के बारे में भी लगातार लोग आगाह कर रहे हैं. सरकारें इसपर टैक्स लगाने और इसके गैरकानूनी इस्तेमाल जैसे विषयों पर चर्चा कर रही हैं. ये भी नहीं पता कि ये करंसी कब क्रैश हो जाए.

कैश क्वाइन की तरह बाकी कई तरह के स्कैम भी क्रिप्टोकरंसी से जुड़े हुए हैं.

अमेरिका के मिस्टर हॉल ने जल्दी-जल्दी अपनी बिटक्वाइन ट्रेडिंग साइट खोली उसमें इन्वेस्ट किया और डील ले ली. कुछ समय उन्हें लगा कि उनका सिस्टम हैक हो गया है. बिट क्वाइन जा चुका था और पैसे भी. ये हुआ गूगल सर्च की गड़बड़ी के कारण जिसे हैकर्स ने मैनिप्युलेट कर दिया था.

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अब सोचिए क्या गलती की मिस्टर हॉल ने? जल्दबाजी? बेहतरीन डील का लालच? या फिर गूगल सर्च पर आंख बंद कर भरोसा करना?

कैसे पता करें कि स्कैम है?

1. स्टील डील..

सबसे पहले ये ध्यान दें कि जिस बेवसाइट पर आप जा रहे हैं वो कोई अनोखी डील तो नहीं दे रही? गूगल पर पहले बिटक्वाइन का रेट और उससे जुड़ी ताजा रिपोर्ट्स जरूर देख लें.

लॉटरी स्कैम, इन्वेस्टमेंट स्कीम आदि सब कुछ आसानी से स्कैम में तब्दील किया जा सकता है. इसमें क्रिप्टोकरंसी का स्कैम तो सबसे बड़ा है. अभी की बात करें तो बिटक्वाइन से जुड़े 77 स्कैम का पता चल चुका है.

2. रिसर्च ही बेहतर है...

सबसे बेहतर तरीका है रिसर्च कर ये पता लगाने का कि आखिर हो क्या रहा है और कैसे निवेश करें. हैकर्स भी सोफेस्टिकेटेड हो गए हैं और उनका काम करने का तरीका भी बदल गया है. अब वो दौन नहीं रहा जहां किसी वेबसाइट पर शक करना आसान होता था.

3. यूआरएल का रखें ध्यान..

बिटक्वाइन और बाकी क्रिप्टोकरंसी से जुड़े स्कैम लगातार आ रहे हैं और जा रहे हैं. सबसे बेहतर होगा कि यूआरएल पर सेक्योर्ड कनेक्शन देख लें और CoinDesk या CoinMarketCap जैसे किसी आधिकारिक सोर्स से ट्रेड करने के पहले प्राइज देख लें.

4. सोशल मीडिया...

सोशल मीडिया पर कोई ऐसा लिंक या कोई ऐसा ईमेल नहीं है जो आपको बिटक्वाइन खरीदने के लिए कहेगा या फिर किसी अन्य तरीके की क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने को कहेगा. अगर ऐसा कोई मेल आया है तो भी आपके लिए बेहतर यही होगा कि ट्रेडिंग किसी आधिकारिक सोर्स से करें.

Kashh coin जैसी गलती कोई भी आसानी से कर सकता है और क्रिप्टोकरंसी में अगर आपको निवेश करना है तो सबसे पहले ध्यान देने वाली बात ये होगी कि गलती से भी कहीं आप किसी स्कैम में न फंस जाएं. क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना खतरनाक तो है ही क्योंकि ये किसी को भी नहीं पता कि कब करंसी का रेट गिर जाए, लेकिन अगर निवेश कर रहे हैं तो मेहनत की कमाई इस तरह के किसी स्कैम में न फंस जाए इसकी जांच भी कर लीजिएगा.

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लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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