New

होम -> समाज

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 08 जनवरी, 2019 07:01 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
  • Total Shares

हाल ही में बंगाल केडर के एक आईएएस का वीडियो वायरल हुआ जिसमें वो एक लड़के की पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं. ये आईएएस अधिकारी हैं निखिल निर्मल, जो अलीपुरद्वार के डीएम हैं.

निखिल पुलिस थाने में लड़के के थप्पड़ पर थप्पड़ लगा रहे हैं. और सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि एक डीएम कानून को हाथ में लेकर कितनी निर्ममता से लड़के की पिटाई कर रहा है. वीडियो में एक महिला को भी देखा जा सकता है जिससे पिटाई खाने वाला युवक माफी मांगता दिख रहा है. ये महिला डीएम की पत्नी हैं.

viral videoवीडियो में छेड़छाड़ करने वाले को बेचारा और डीएम को क्रूर बताया जा रहा है

बताया जा रहा है कि युवक ने डीएम साहब की पत्नी को फेसबुक पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे. जिसपर नाराज होकर डीएम ने युवक की पिटाई की. निर्मल को कहते सुना जा सकता है कि 'मैं अपने  और जिले में कुछ भी गलत होने नहीं दे सकता. घर में घुसकर मारुंगा'

डीएम की पत्नी ने भी उस युवक को थप्पड़ और लात भी मारी. यहां ये पूरा वीडियो देखा जा सकता है-

वीडियो के वायरल हो जाने के बाद डीएम निर्मल के व्यवहार की आलोचना होनी शुरू हो गई. उनके इस कृत्य को क्रूरता का नाम दिया गया. और राज्य सरकार ने उन्हें कुछ दिनों की छुट्टी पर भेज दिया. मीडिया और सोशल मीडिया पर मानव अधिकार की दुहाई दी जाने लगी. निर्मल पर पॉवर का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगे. लेकिन इसके बाद डीएम निर्मल की पत्नी ने फेसबुक पर डीएम की आलोचना करने वालों को जवाब दिया. हो सकता है अब तक डीएम को विलेन समझने वाले इसे पढ़कर अपना नजरिया बदल लें.

निखिल निर्मल की पत्नी नंदिनी कृष्णन ने लिखा-

''बहुत हो गई बकवास..हटाना है हटा दो, लेकिन किसी के बीवी बच्चों को लेकर एक फैमिली मैन को परेशान मत करो. पता क्या है तुम सबको?? क्या दिख रहा है वीडियो में?? वही जो दिखाया जा रहा है जानबूझके....वो नहीं दिखाया किसी ने जो हुआ है. हां मारे थप्पड़ और लात...कोई और होता तो ऐसे लोगों को मार ही डालता. मेरे पति ने मुझसे शादी करते समय सात फेरे लेते हुए कहा था कि 'मैं हमेशा तुम्हारा ख्याल रखूंगा..तुम्हारी रक्षा करूंगा..तुम्हारे लिए खड़ा रहूंगा...चाहे कुछ भी हो.' और उन्होंने यही किया. मुझे उनपर गर्व है. वो असली हीरो हैं.

कोई आपकी बीवी, बहन या बेटी को बोले कि 'open your legs let me go in' तो क्या सही होगा?? आप सबका रवैया निखिल की तरफ ऐसा है कि 'रेप नहीं किया न? बस कमेंट ही तो किया है भाई...थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था' है न??

भाड़ में जाए ऐसा समाज. जहां लोग अपने वचन का मान रखना भी भूल जाएं....

जॉब है, नहीं है...चलता है पर प्यार साथ है ये बहुत बड़ी बात है. आई लव यू निखिल. तुमपर मुझे गर्व है. मैं खुशकिस्मत हूं कि मैं तुम्हारी पत्नी हूं. मरने के बाद भी तुमपे किसी को उंगली उठाने नहीं दूंगी, चाहे मुझे मेरी जान ही क्यों न देनी पड़े. तुम्हारे सामने दीवार बनके खड़ी रहूंगी...जैसे हमेशा थी.''

fb postये पोस्ट नंदिनी ने फेसबुक पर पोस्ट की

महिलाओं को अक्सर सोशल मीडिया पर मनचले अश्लील मैसेज भेजते हैं. और वो उन्हें इग्नोर करती हैं. शायद ही कोई अपने घर में भाई, पिता या पति को ये बताती हो कि सोशल मीडिया पर उसे किसी ने ये मैसेज भेजा है. अरे सड़क पर भी अगर कोई छेड़ दे तो भी नहीं बतातीं. लेकिन अगर कोई बता दे तो क्या उसकी प्रतिक्रिया ऐसी नहीं होगी जो आईएएस निखिल की थी?

याद कीजिए जब बहन को कोई लड़का छेड़ देता था तो भाई पूरी फौज के साथ उस मनचले का हूलिया बिगाड़ के आ जाता था. ये प्रतिक्रिया आनी स्वाभाविक होती है क्योंकि अपनी बेटी, पत्नी या बहन के लिए कोई पुरुष अपशब्द सुनना बर्दाश्त नहीं करता. फिर आईएएस निर्मल कैसे करते. 

सोशल मीडिया पर थप्पड़ों को इस तरह से पेश किया जा रहा है जैसे आईएएस निर्नल ने कोई बहुत बड़ा क्राइम कर दिया है. किसी भी महिला से बद्तमीजी करने वालों के लिए थप्पड़ लगाना तो बहुत ही मिनिमम सजा है. आईएएस ने वही किया. रही बात डीएम की पत्नी के युवक के साथ दुर्व्यवहार करने की, तो उसने वही किया, जो अक्सर लड़कियां सिर्फ करने का सोचती हैं, लकिन कर नहीं पातीं. नंदिनी को मौका मिला तो उसने अपना गुस्सा निकाला.

बेहतर तो यही होता कि ये वीडियो इस बात को लेकर वायरल हुआ होता कि एक महिला को सोशल मीडिया पर छेड़ने की सजा थप्पड़ों से कहीं ज्यादा है. लेकिन इसे आईएएस की क्रूरता बताकर शेयर किया जा रहा. कभी-कभी हैरानी होती है हमारे समाज के लोगों की मानसिकता देखकर. एकतरफ इन्हें रेप की सजा फांसी चाहिए, दूसरी तरफ महिला के साथ बदतमीजी करने के लिए थप्पड़ भी बर्दाश्त नहीं हो रहे. शायद ये वही लोग हैं जिनके घरों में आज तक किसी महिला ने ये नहीं बताया कि बाहर उन्हें किसी ने छेड़ा है या फिर उनके खून में उबाल नहीं आता.

ये भी पढ़ें-

छेड़छाड़ करने वालों की हरकतों का रिपोर्ट कार्ड देखना चाहेंगे?

ऐसे पुरुषों के लिए भी लिफ्ट में चढ़ना सेफ नहीं हैं !

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय