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Updated: 22 अक्टूबर, 2018 05:10 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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अपराध के आगे न्याय कितना बेबस है, यदि इसे समझना हो तो हम जालंधर का रुख कर सकते हैं. जालंधर में फादर कुरियाकोस कत्थुहारा की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई है. नन से बलात्कार के मामले में बिशप फ्रैंको मुलक्कल को जेल पहुंचाने में फादर कुरियाकोस की बड़ी भूमिका थी. फादर कुरियाकोस ने ही गवाही दी थी कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने 6 मई 2014 से 24 सितंबर 2016 तक कोट्टायम के कॉन्वेंट के गेस्ट हाउस में नन के साथ 13 बार रेप किया.

बीते दिनों बिशप फ्रैंको मुलक्कल को जमानत मिली. जेल से छूटने पर उनके समर्थकों ने फूल-माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया गया. मृत फादर कुरियाकोस के परिजन कह रहे हैं कि इस मौत के पीछे आरोपी बिशप के रसूख का ही हाथ है.

नन, बिशप, बलात्कार, केरल, चर्च, फ्रैंको मुलक्कलफादर कुरियाकोस की मौत के लिए बलात्कार मामले के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को दोषी माना जा रहा है

ज्ञात हो कि 2016 में नन के साथ हुए बलात्कार के मामले में बिशप फ्रैंको मुलक्कल जेल में था. केरल हाईकोर्ट ने आरोपी बिशप को राहत देते हुए जमानत पर रिहा किया था. बिशप फ्रैंको मुलक्कल को जमानत देते वक्त कोर्ट ने कहा था कि फिलहाल फ्रैंको की गिरफ्तारी मुद्दा नहीं है. कोर्ट मामले की जांच से संतुष्ट था. हो रही जांच पर संतोष जताते हुए कोर्ट का कहना था कि 'चूंकि यह एक पुराना मामला है, इसलिए जांच में समय लगेगा और 'आरोपी को जेल में डालने से बड़ा मुद्दा उसे दी जाने वाली अंतिम सजा है.

फादर कुरियाकोस को मिल रही थीं धमकियां

मृत फादर कुरियाकोस कट्टूथारा के भाई जोस कट्टूथारा ने आरोप लगाया कि फादर को बिशप के लोगों की तरफ से जान से मारने की धमकी दी जा रही थी साथ ही चर्च द्वारा भी लगातार उसे टॉर्चर कर मानसिक यातना दी जा रही थी. रिपोर्ट्स पर यकीन करें तो मिलता है कि अपने करीबियों से, फादर ने एक घटना का भी जिक्र किया था जिसमें कुछ लोग उसके घर के आस पास चढ़ते और गन्दगी फैलाते देखे गए थे मगर फादर चुप रहे और इसके लिए उन्होंने पुलिस की मदद नहीं ली.

फादर कुरियाकोस के साथ हुई है बड़ी साजिश

सिस्टर अनुपमा जो बिशप के खिलाफ अभियान चला रही हैं, इस मौत से बहुत दुखीहैं. सिस्टर अनुपमा ने कहा है कि फादर कुरियाकोस की मौत एक बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है. जब कुरियाकोस मुखर होकर बिशप के विरोध में आए तो उनका मुंह बंद करने के लिए उन्हें चर्च से हटा कर दूसरे चर्च में भेज दिया गया. सिस्टर अनुपमा के अनुसार इस हत्या का कारण बिशप है इसलिए पुलिस को इस पूरे मामले की जांच बहुत गंभीरता से करनी चाहिए.

फादर कुरियाकोस की रहस्यमय मौत से इतना तो साफ हो गया है कि आरोपी बिशप ने अपने विरोधियों पर शिकंजा कस लिया है. बिशप अपने को बचाने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है. नन से बलात्कार के मामले में दोषी बिशप को सजा मिलती है या नहीं ये हमें आने वाला वक़्त बताएगा. मगर जो वर्तमान है वो ये साफ बता रहा है कि अभी इस मामले में ऐसे कई खुलासे सामने आएंगे जो चौकाने वाले होंगे.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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