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Updated: 31 जनवरी, 2020 01:05 PM
अनु रॉय
अनु रॉय
  @anu.roy.31
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बसंत पंचमी (Basant Panchmi) का दिन होने के कारण आज का दिन कितना प्यारा था. विद्या की देवी सरस्वती (Goddess Saraswati) मां की पूजा. पूरा बिहार (Bihar) एकदम दुल्हन की सजा होगा. स्त्रियां पीली साड़ी-पीली चूड़ियां पहन कर पूजा पंडालों में जा रही होंगी. लड़कियां जो प्रेम में होंगी वो सज-संवर का अपने महबूब की एक झलक पाने को सड़कों पर निकली होंगी. लड़के नक़ली लेदर वाली काली जैकेट में अपनी बाइक और जिनके पास बाइक नहीं होगी वो रेंजर साइकिल से घूमने निकले होंगे. गाने फ़ुल वॉल्यूम में बज रहें होंगे. कुछ दुल्हन आज बसंत-पंचमी के दिन गौना हो कर ससुराल जा रही होंगी. पीली साड़ी-लाल चुनरी ओढ़े. आंखों में आंसू और आने वाले कल के सपने लिए. दूल्हे की भी एड़ियां लाल आल्ते से रंगी होंगी. पीली धोती और लाल कुर्ता उसने पहन रखा होगा. गमछा के खूंट में सुपारी और इलायची भी राखी होगी, जो सास ने प्रणाम करने के दौरान उसे दी थी.

Jamia Firing, Gopal Sharma, Firing, Basant Panchmi  बसंत पंचमी के अवसर पर जामिया में जो हुआ वो कई मामलों में विचलित करने वाला है

जीप या कार जिस से दुल्हन जा रही होगी उसमें अब भी कुमार सानु वाला गाना बज रहा होगा.

'तुझे ना देखूं तो चैन मुझे आता नहीं है,

एक तेरे सिवा कोई और मुझे भाता नहीं है

कहीं मुझे प्यार हुआ तो नहीं है.

बसंत-पंचमी मेरे लिए पूरा का पूरा नॉस्टेलैजिया का दिन है. ये दिन पूजा, नई शुरुआत, कुछ शुभ करने का संकेत मेरे अलावा तमाम हिंदुओं को देता है. लेकिन इस दिन को भी बर्बाद करना था. इसी की तो कमी थी बस. आज ही के दिन मिल गया हिंदुओं (Hindu) को गोपाल शर्मा (Gopal Sharma) अपना नया पोस्टर-बॉय. जो ख़ुद को राम-भक्त (RamBhakt) बता रहा. वो राम-भक्त जो निर्दोषों पर गोली चलाता (Jamia Firing) है. बानगी फिर ये देखिए कि कुछ हिंदू सीना ठोक कर उसके साथ खड़े हैं. वो कह रहें कि जो प्रोटेस्ट करेगा उसके साथ यही होना चाहिए.

वैसे आम लोग क्या इस देश के केंद्रिय मंत्री ने कहा है न कि, 'ग़द्दारों को गोली मारो.' तो ठीक है जिसको जो ग़द्दार लग रहा उस पर वो गोली दाग रहा ये कहते हुए कि, 'आओ मैं तुम्हें आज़ादी दिलाता हूं. दिल्ली पुलिस ज़िंदाबाद. हिंदुस्तान ज़िंदाबाद!'

सही है. दिल्ली पुलिस ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद का नारा लगा कर वो शख़्स जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों पर गोली चला देता है. नागरिकता संसोधन क़ानून के विरोध में शांति मार्च करते हुए ये लोग राजघाट जाने वाले थे. और वहां दिल्ली पुलिस खड़ी थी. वाह -वाह और क्या चाहिए. अच्छा हुआ गांधी जी मर गए. ज़िंदा होते तो जीते जी मर जाते. मोदी जी मुबारक हो. केजरीवाल आपको भी. दिल्ली वालों ख़ूब नाम हो रहा है. देश को जला दो. अब वो वक़्त आ गया है जब धर्म के नाम पर इस देश को बांट कर दो देश कर दो.

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लेखक

अनु रॉय अनु रॉय @anu.roy.31

लेखक स्वतंत्र टिप्‍पणीकार हैं, और महिला-बाल अधिकारों के लिए काम करती हैं.

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