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Updated: 18 मार्च, 2016 05:01 PM
आशीष मिश्रा
आशीष मिश्रा
  @Ruritania
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एक अच्छी बात फैलाने चलिए सारी जिन्दगी गुजर जाएगी सिर्फ दस लोग कान और उनमें से भी दो ध्यान देंगे. लेकिन वहीं कोई अफवाह हुई तो एक मुंह से दूसरे कान होते हुए शाम तक दस नए तथ्य जोड़कर वापिस आ पहुंचेगी. ऐसा ही कुछ हुआ बराक ओबामा के भारत दौरे के साथ. पहली बात सामने आई कि ओबामा अपनी बेटियों को इस बार भारत नहीं लाए.

साथ ही अफवाह ये सुनाई दी कि इसके पीछे वजह मोदी जी का डर है. हाल ही में उन्होंने बेटियों को पढ़ाने को लेकर बयान दिए. ऐसे मौके पर अगर ओबामा बीच सत्र में स्कूल से छुट्टी दिलाकर बेटियों को भारत लाते तो डर था कहीं मोदी एयरपोर्ट पर ही उन्हें बच्चियों की पढ़ाई में बाधा बनने के लिए डपटने न लग जाएं. दूसरी वजह ये बताई गई कि मालिया नहीं चाहती कोई उन्हें आलिया की बहन समझ बैठे. साथ ही दोनों बहनों ने ब्राजील दौरे पर नरेन्द्र मोदी को लाड़ में बच्चे के कान उमेठते भी देखा था और तबसे भारत आने के नाम पर ही उन्हें हाड़ का बुखार आ जाता है. इन अफवाहों के बीच सबसे बच्चियों के भारत न आने की सबसे मजेदार वजह ये बताई जा रही है कि मिशेल नही चाहती थीं कि दिल्ली से लौटने के बाद उनकी बेटियां दिल्ली के बच्चे-बच्चियों की तरह अमेरिका की सड़कों पर ‘जानता है मेरा बाप कौन है?’ चिल्लाती फिरें.

ओबामा ने आने से पहले अपना भारत दौरा थोड़ा छोटा किया जिसकी वजह से उनका आगरा जाने का कार्यक्रम रद्द हो गया. ये सुन कर कइयों के दिल टूट गए और वो यूं प्रतिक्रियाएं देने लगे मानो ओबामा ने ताज देखने से नहीं उनके भतीजे के मुंडन में शामिल होने से मना कर दिया हो. कुछ ये कहते पाए गए कि बराक ‘हुसैन’ ओबामा आगरा में हुए हालिया ‘घर वापसी’ के चलते डर गए हैं. वहीं कुछ ये कह रहे थे कि उन्हें डर था कहीं ताजमहल के साथ-साथ आजम खान उन्हें भी वक्फ बोर्ड की संपत्ति न घोषित कर दें. लेकिन बराक ओबामा के आगरा न जाने की जो सबसे वाजिब वजह बताई गई वो ये थी कि ओबामा दिल्ली से आगरा के बीच पड़ने वाले टोल टैक्स का खर्च सुन सकते में आ गए थे.

खैर ओबामा भारत आए और उतरते ही नमस्ते किया. यहां भी अफवाह फैलाने वालों ने उन्हें नहीं बख्शा. उनकी मानें तो नमस्ते के बाद ओबामा ने मोदी जी से सीधे ‘बाबूजी (आलोकनाथ’) कहां हैं?’ पूछा और उसके बाद होटल जाने की बजाय ‘सूर्यवंशम’ वाले हीरा ठाकुर के घर जाने की जिद करने लगे. मिशेल ओबामा के बारे में कहा जा रहा है कि वो मोदी से औपचारिक अभिवादन के बाद पालिका बाजार का रास्ता पूछ रही थीं. ओबामा की भारत यात्रा की वजह अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चीन का बढ़ता दखल भी बताया जा रहा है. मोदी ने ओबामा की वो चिंता भी चाय पीते-पिलाते खत्म कर दी. उन्होंने चाय के प्याले में शुगरक्यूब डाल चम्मच से हिलाते हुए ओबामा को इशारा किया कि ‘चीनियों’ को हम यूं गायब कर सकते हैं.

बराक ओबामा की भारत यात्रा के उद्देश्य भी तलाशे जा रहे हैं और निहितार्थ भी बताए जा रहे है. अफवाहों के बाजार में जैसी सुगबुगाहट है, उस हिसाब से ओबामा मिशेल के कहने पर भारत आए हैं. क्योंकि वो यहां आकर ‘ससुराल सिमर का’ देखना चाहती थीं. बीमा क्षेत्र से जुड़े लोगों की मानें तो वो इस यात्रा के बहाने ‘जीवन सरल पालिसी’ भी ले डालेंगे. एक बिल्डर की मानें, तो ओबामा उससे नोएडा में रिटायरमेंट के बाद रहने के लिए एक फ्लैट और ईएमआई की किश्त पता करने आए हैं. निर्मल बाबा के एक शिष्य बताते हैं वास्तव में वो परेड की आड़ में बाबाजी के समागम में हिस्सा लेने आए हैं. अफवाहों की हद तो तब हो गई जब किसी को यह कहते सुना की ओबामा गुरमीत राम रहीम के एमएसजी देखने आये हैं और लौटते तक में अपना नाम बराक हुसैन ओबामा इन्सान रख लेंगे.

चलते-चलते: ओबामा की भारत यात्रा से सबसे ज्यादा खुश आगरा वाले हैं. एक तो ताज चमक उठा शहर साफ हो गया और दूसरे ओबामा के न आने के चलते दिल्लीवासियों की तरह बंदिशें भी नही झेलनी पड़ीं. इससे एक बात और सामने आई है कि सारे मुल्क को साफ करने के लिए किसी स्वच्छ्ता अभियान की जरूरत नहीं सिर्फ ओबामा को हर महीने अलग-अलग शहर घूमने बुला लिया जाए.

लेखक

आशीष मिश्रा आशीष मिश्रा @ruritania

लेखक एक व्यंग्यकार हैं.

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