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Updated: 30 नवम्बर, 2015 07:53 PM
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भारत में सड़क के गड्ढ़ों से तो हर कोई परेशान है. कई जगह सड़कें इतनी खराब हालत में हैं कि पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढ़ों में सड़क. 2014 में इन गड्ढों और स्‍पीड ब्रेकर्स की वजह से हुए हादसों में 11400 लोगों ने अपनी जान गंवाई. इन गड्ढ़ों की वजह से देश को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. तो क्‍या कोई उपाय है?

ब्रिटेन से सीखने की जरूरतः
भारत को इस मामले में ब्रिटेन से सीख लेने की जरूरत है. जहां पिछले वर्ष सड़क के गड्ढ़ों को भरने के लिए ब्रिटिश सरकार ने 60 हजार करोड़ रुपये के फंड की व्यवस्था की और 2015 से 2020 के बीच सड़कों की हालत सुधारने का लक्ष्य रखा. इतना ही नहीं ब्रिटिश सरकार ने हर साल करीब 18 करोड़ गड्ढ़ों को भरने के लिए भी पर्याप्त फंड की व्यवस्था की है. एक गड्ढे को भरने के लिए 5300 रुपये.

भारत सरकार इस मामले में ब्रिटेन से सीख ले सकती है और सड़कों के गड्ढे भरने का काम निजी ठेकेदारों और इंजीनियरों के भरोसे छोड़ने के बजाय खुद के जिम्मे ले सकती है. ऐसा करके सरकार हजारों लोगों की जिंदगियां और अरबों रुपये के नुकसान से बच सकती है. इसके लिए जरूरी है कि भारत सरकार भी ब्रिटेन की तरह सड़क के गड्ढ़ों को भरने के लिए फंड की व्यवस्था करे और इस काम को अंजाम देने और उसके पूरा होने की कड़ाई से निगरानी करे.

दरअसल कोई भी ठेकेदार और इंजीनियर्स सड़कों के छोटे गड्ढ़ों को भरने से कतराते हैं क्योंकि इससे उन्हें मुनाफा नहीं होता है और वह इन गड्ढ़ों के बड़ा होने और सड़क की हालत और खराब होने का इंतजार करते हैं ताकि इसकी मरम्मत से उन्हें ज्यादा फायदा हो सके. लेकिन इन गड्ढ़ों को बड़ा होने के लिए छोड़ देने पर न सिर्फ सड़क की मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है बल्कि लोगों के सिर पर दुर्घटनाओं की आफत भी मंडराने लगती है. सड़क में गड्ढ़ों के अलावा एक और बड़ी समस्या खराब ढंग से बनाए गए ब्रेकरों के कारण आती है, जिनसे न सिर्फ ट्रैफिक धीमा होता है बल्कि कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं. सड़कों की हालत सुधारने और लोगों का सफर आसान बनाने के लिए इन पर भी सरकार द्वारा ध्यान दिए जाने की जरूरत है.

इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि देश में इस तरह का कानून बनाया जाना चाहिए कि लोगों को 'गड्ढ़े मुक्त सड़क' उपलब्ध करवाना अनिवार्य हो. ग्रामीण विकास मंत्रालय में इस संबंध में विचार भी किया गया है क्योंकि ग्रामीण इलाकों की सड़कें बहुत ही खराब हालत में होती हैं और अक्सर उनकी मरम्मत भी नहीं की जाती हैं.

उम्मीद है कि सरकार गड्ढ़ों को भरने का अभियान चलाकर भारत की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त बनाएगी!

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