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Updated: 23 मार्च, 2020 08:13 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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जैसी उम्मीद की जा रही थी कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर नजारा कुछ वैसा ही है. भारत (India) भर में हड़कंप मचा हुआ है. हालात इमरजेंसी वाले हैं. जिक्र अगर बीमारी के भयावह होने का हो तो बता दें कि अब तक देश भर में 400 से ऊपर लोग इस बीमारी की चपेट में हैं वहीं 8 लोग अपनी जान गंवा (Coronavirus Death In India) चुके हैं. महाराष्ट्र (Maharashtra) के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं जहां 3 लोगों की मौत हो चुकी है. बीमारी जितनी खराब है उससे ज्यादा खतरनाक इस बीमारी से जुड़ी अफवाहें हैं. चूंकि इस बीमारी की अभी कोई दवा अस्पतालों में मौजूद नहीं है इसलिए परेशानियां दोगुनी हैं. बीमारी को लेकर ग़फ़लत बनी हुई है और क्यों कि अफवाहें इस बीमारी के तहत उत्प्रेरक की भूमिका अदा कर रही हैं तो कब कौन सी बात तिल का ताड़ न बन जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. मसला किस हद तक पेचीदा है इसे हम एक ऐसी घटना से समझ सकते हैं जिसके बाद हमें ये पता चल जाएगा कि ये बीमारी कितनी खौफनाक है. एयर एशिया (Air Asia) की फ्लाइट में पैसेंजर को छींक आई और उस छींक की दहशत कुछ ऐसी थी कि फ्लाइट के पायलट ने फ्लाइट से कूदकर अपनी जान बचाई.

Air Aisa, Pilot, Coronavirus, Death, Precautions कोरोना वायरस के कारण जो एयर ऐसा की फ्लाइट में हुआ है उससे पूरे देश को सबक लेना चाहिए

मामला एयर एशिया इंडिया की फ्लाइट से जुड़ा है. पुणे से दिल्ली आ रही फ्लाइट संख्या I5-732 में उस वक़्त प्लेन के अंदर अफरातफरी का माहौल हो गया जब लोगों को इस बात की जानकारी हुई कि फ्लाइट में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज भी लोगों का सह यात्री है. इसी बीच यात्री को छींक आ गयी. फिर क्या था पूरी फ्लाइट में हड़कंप मच गया. जैसे ही लैंडिंग हुई पायलट-इन-कमांड ने कॉकपिट के इमरजेंसी एक्जिट से छलांग लगा दी.ये पूछे जाने पर कि उसने ऐसा क्यों किया ? पायलट ने अपनी जान का हवाला दिया.

ज्ञात हो कि अमूमन किसी भी फ्लाइट के पायलट प्लेन के सामने वाले गेट का ही उपयोग करते हैं लेकिन इस मामले में जब पायलट को पता चल कि पहले ही रो में बैठे यात्री ने छींका है तो वह घबरा गया और छलांग लगा दी. पायलट को ऐसा करत्ते देख फ्लाइट की भी स्थिति ख़राब हुई और यात्रियों में अफरातफरी मच गई. बाद में सभी यात्रियों को पिछले दरवाजे से सुरक्षित बाहर निकाला गया.

बताया जा रहा है कि जिस यात्री को छींक आई थी, उसे आगे वाले गेट से बाहर निकाला गया. सभी यात्रियों की बाद में जांच की गई और सभी का टेस्ट नेगेटिव आया. सुरक्षा उपाय के रूप में लैंडिंग के बाद विमान को अलग खड़ा किया गया था.

मामला क्योंकि एयर एशिया से जुड़ा था जिसने मेन स्ट्रीम मीडिया के अलावा सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्ख़ियों में रहा इसलिए खुद एयर एशिया के प्रवक्ता सामने आए हैं. एयर एशिया इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार आगे किसी भी यात्री को दिक्कत न हो इसलिए विमान की पूरी तरह से एंटी इन्फेक्शन से गहरी सफाई की गई. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि हमारे चालक दल ऐसी घटनाओं के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं और इस मामले में भी उनकी तरफ से धैर्य से काम लिया गया है जो कि अपने आप में एक बहुत अच्छी बात है.

हो सकता है कि इन बातों के बाद एक बहुत बड़ा वर्ग एयर एशिया के पायलट की आलोचना के लिए सामने आए या फिर ये भी हो सकता कि इस घटना के बाद लोग पायलट को कायर की संज्ञा दें और उस परफ हंसे तो बता दें कि विमान के पायलट ने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसके कारण उसका तिरस्कार किया जाए. बल्कि इस मामले में खुद पायलट ने देश की जनता को एक बड़ा सबक देते हुए बताया है कि यदि कोई अब भी इस बीमारों को लेकर गंभीर नहीं है और इसे हंसी मजाक में टाल रहा है तो उसे गंभीर हो जाना चाहिए.

हम ऐसा इसलिए भी कह रहे हैं क्योंकि जिस लिहाज से इस बीमारी ने पूरी दुनिया को आतंकित किया है कल हमारे देश की हालत भी इस विमान से मिलती जुलती नजर आएगी। लोग किसी को खांसते या छींकते हुए देखकर ऐसे ही अपनी जान बचाकर भागेंगे. क्योंकि सावधानी ही इस खतरनाक बीमारी से बचाव है तो कौन नहीं चलेगा कि वो या फिर उसके जानने वाले सचेत रहें.

गौरतलब है कि तमाम मुल्कों में कोहराम या ये कहें कि तबाही मचाकर हिंदुस्तान पहुंचे कोरोना वायरस ने सरकार को भी सकते में डाल दिया है. तत्काल प्रभाव में एक्शन लेते हुए सभी ट्रेनों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है वहीं बीमारी और संक्रमण न फैले इसलिए देशभर के तमाम बड़े छोटे शहरों को लॉक डाउन कर दिया गया है.माना यहां तक जा रहा है कि जिस हिसाब से भारत की आबादी है अगर ये बीमारी यहां फैल गयी तो हालात बद से बदतर होंगे। हम एक ऐसा मंजर अपनी आंखों के सामने देखेंगे जिसकी कल्पना ही हमने शायद ही कभी की हो.

बीमारी का कैसा स्वरुप हम भविष्य में देखेंगे ? क्या हमारी सरकार बीमारी पर लगाम कसने में कामयाब होगी ? क्या हम अपने को इस खौफनाक बीमारी से बचा पाएंगे इन तमाम सवालों के जवाब वक़्त की गर्त में छुपे हैं लेकिन जो वर्तमान है वो ये साफ़ बता रहा है कि अब वो वक़्त आ गया है जब हमें सावधान हो जाना चाहिए और एक दूसरे से दूरी बना लेनी चाहिए। आज की ही हमारी सावधानी हमें भविष्य देखने के लिए जिन्दा रख सकती है.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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