New

होम -> समाज

 |  3-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 25 सितम्बर, 2018 06:33 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

हम घर के कोने में मकड़ी का एक जाला बर्दाश्त नहीं कर सकते लेकिन सोचिए उस एक शहर पर क्या गुजर रही होगी जो धीरे-धीरे जालों से ढकता जा रहा है. सुनने में अजीब जरूर लगेगा लेकिन ये सच है.

अब तक बड़े-बड़े जालों से आपका सामना सिर्फ हॉरर फिल्मों में हुआ होगा. लेकिन ये मकड़जाल इतने विकराल भी हो सकते हैं शायद अब से पहले किसी ने न देखे हों. फिलहाल ग्रीस का आइटोलिको शहर इस भयानक सच का सामना कर रहा है.

1_092418072257.jpgजाले की सफेद चादर से ढके हैं पेड़ पौधे

पिछले कुछ ही दिनों में जालों ने वहां नदी के किनारे के सभी पेड़-पौधों और नावों को पूरी तरह अपनी गिरफ्त में ले लिया है. ये शहर इतना सुंदर है कि इसे 'लिटिल वैनिस' कहा जाता है. लेकिन इसकी सुंदरता पर मकड़ियों की नजर लग गई है.

एक फोटोग्राफर Giannis Giannakopoulos ने जब ये चौंकाने वाला नजारा देखा तो उसे अपने कैमरे में कैद किया, जिसे देखकर अब हर कोई हैरान है.

webनदी किनारे खड़ी नावों पर भी जाले

ये घटना अजीब तो है लेकिन ऐसा इस देश के दूसरे हिस्सों में भी देखने को मिलता है. बायोलॉजिस्ट मारिया चटजाकी का कहना है कि 'ये मकड़ियां इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है, ये किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगी. ये घटना तब होती है जब मकड़ियों का मेटिंग समय होता है. ये जाले चादर की तरह बन जाते हैं जिसके नीचे हजारों मकड़ियां रहती हैं.'

देखिए वीडियो-

मकड़ियां ऐसा कर क्यों रही हैं?

इतनी बड़ी संख्या में मकड़ियों के होने का कारण हैं एक खास तरह के कीट जिन्हें gnats कहा जाता है. ये मच्छर की तरह होते हैं जिनका जीवनकाल बहुत छोटा होता है. ये नमी वाले तापमान में रहते हैं और इसी दौरान प्रजनन करते हैं. चूंकि इस जगह का तापमान इन कीटों के लिहाज से एकदम सटीक है लिहाजा उनकी आबादी बढ़ती है. और जब ये कीट बढ़ते हैं तो उन्हें खाने वाली इन मकड़ियों की संख्या भी तेजी से बढ़ती है.

webअपने शिकार की तलाश में आती हैं मकड़ियां

ये शिकार और शिकारी की एक सामान्य घटना है. ये मौसम के अनुरूप ही होता है. जब तापमान गिरने लगता है तो कीट भी मरने लगते हैं और जैसे-जैसे कीट कम होते हैं मकड़ियों की संख्या भी कम हो जाती है.

ये तो अच्छा है कि इस खूबसूरत शहर पर ये मुसीबत कुछ ही समय के लिए आई है. लेकिन इतना तो तय है कि शहर के लोगों को सफाई में काफी मेहनत करनी पड़ेगी, क्योंकि इतने बड़े जाले साफ करना आसान काम नहीं होता.

ये भी पढ़ें-

ये गधे का प्रमोशन है या उसका अपमान?

'पीक ऑवर' में मुंबई लोकल की यात्रा करने वाले हरे सांप को लाल सलाम

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय