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Updated: 02 सितम्बर, 2020 06:53 PM
आईचौक
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इंटरनेट पर कब क्या वायरल हो जाए, ये कोई नहीं बता सकता और न ही लोगों को इसका आभाष भी होता है. बीते दिनों वायरल ‘बिनोद’ और ‘रसोड़े में कौन था’ ट्रेंड के बाद अब एक और ट्रेंड आपको हंसाने और गुस्सा दिलाने आ गया है. ज्यादातर वायरल ट्रेंड्स और मीम्स वीडियो लोगों को तो गुदगुदाते हैं, लेकिन इन दिनों जो एक वीडियो वायरल हुआ है, उसे देख आपको हंसी भी आ सकती है और गुस्सा भी. इस वायरल वीडियो और ट्विटर ट्रेंड्स का नाम है- ‘1800 रु का हिसाब’ और #JusticeforKaku. जी हां, आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा कि आखिरकार ये क्या नया सिरदर्द है. लेकिन ये सच भी है कि सोशल मीडिया की भीड़ आजकल एक समय के बाद सिरदर्द की तरह ही है, जहां आप एक हाथ में दवा, तो दूसरे हाथ में मोबाइल पर सोशल मीडिया के सहारे समय गुजार रहे होते हैं. अब इस सिर दर्द पर ज्यादा बात क्या करना, आते हैं असल मु्द्दे पर कि आखिरकार ये कौन है, जो 1800 रुपये का हिसाब मांग रहा/रही है और ये काकू कौन है, जिसके लिए न्याय की मांग की जा रही है. आइए, हम बताते हैं कि आखिरकार सोशल मीडिया पर ये सब चल क्या रहा है.

बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक लड़के की मेड (घर में काम करने वाली बाई) से मराठी में बहस हो रही है. काकू नामक मेड का कहना था कि आपने मुझे मासिक पगार के रूप में 1500 एक बार और 300 एक बार दिया, जो कि 1800 नहीं है, मुझे 1800 रुपये चाहिए, तभी मैं यहां से जाऊंगी. वहीं एक लड़का मेड को समझाने की कोशिश कर रहा है कि मैंने आपको 500 के 3 नोट दिए जो कि 1500 रुपये हुए और 200 के एक नोट के साथ एक 100 का नौट, कुल मिलाकर हुए 1800. लड़के की बात से मेड सहमत नहीं हो पाती और लगातार 1800 रुपये देने की बात दोहरा रही है. वीडियो में कुछ और लड़के हैं जो मेड को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि 1500 और 300 को जोड़ने पर 1800 ही होता है, लेकिन मेड है कि मानती नहीं. इसी बात पर लड़के हंसते भी दिखते हैं. यह वीडियो देखकर आपको पहले हंसी आएगी और फिर आपको उस मेड पर तरस आएगा कि कैसे कुछ लड़के उस मेड का इस तरह मजाक उड़ा रहे हैं कि इसे इतनी भी समझ नहीं है कि 1500+300 को मिलाने पर 1800 ही होता है.

जैसे ही सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ, वैसे ही इसपर तरह-तरह के मीम्स बनने लगे. हालांकि, इस वीडियो को देकर सोशल मीडिया पर लोग दो फाड़ हो गए. कुछ लोगों ने इस वीडियो को फनी बताते हुए शेयर और रीट्वीट जैसी प्रतिक्रियाओं से नवाजा, वहीं कुछ लोगों ने इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कैसे कुछ लड़के इस अकेली महिला का मजाक उड़ा रहे हैं. महिला की यही गलती थी कि उसे कैलकुलेशन समझ नहीं आया या शायद वह इतनी पढ़ी-लिखी नहीं है कि 1800 के विभाजन को समझ पाती. लोगों ने व्यंगात्मक लहजे का परिचय देते हुए इस वीडियो को लेकर #JusticeforKaku ट्रेंड करवा दिया और कहा कि महिला के साथ न्याय हो और इसके लिए 1800 का नोट छपना चाहिए, तभी काकू समझ पाएगी. लोगों ने तो मजे लेने के चक्कर में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को भी घसीट लिया और कहा कि अगर काकू को न्याय नहीं मिलेगा तो उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे देना चाहिए.

सोशल मीडिया पर ‘1800 रु का हिसाब’ ट्रेंड वायरल होने के बाद ये फिर से साबित हो गया कि वायरल तो कुछ भी हो सकता है और किया जा सकता है, चाहे इसके पीछे किसी की बेइज्जती हो रही है, मजाक बन रहा हूं या किसी की ट्रोलिंग ही क्यों नहीं. अभी ‘रसोड़े में कौन था’ का भूत लोगों पर से उतरा भी नहीं था कि अब जस्टिस फॉर काकू और 1800 रुपये का हिसाब ने माथा खराब कर दिया. उल्लेखनीय है कि बीते दिनों अचानक से बिनोद ट्विटर पर वायरल हो गया और लोगों ने मजे-मजे में बिनोद ही बिनोद कर डाले. इसके बात ‘रसोड़े में कौन था’ रैप सॉन्ग वीडियो वायरल हो गया और तमाम सोशल मीडिया साइट्स पर रसोड़े में कौन था मीम्स दिखने लगे. जैसे ही लोग सोशल मीडिया खोलते तो उन्हें कोकिलाबेन के साथ राशि और गोपी बहू की रसोई दिख जाती. लोग इन ट्रेंड्स से पागल हो गए थे और अब उनका सिर दर्द बढ़ाने जस्टिस फॉर काकू ट्रेंड आ गया है.

जरा आप भी ट्विटर पर हो रही ये बेशर्मी देख लें और निर्धारित करें कि इस वीडियो पर हंसना चाहिए या गुस्से का इजहार करना चाहिए!

 

 

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