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Updated: 16 सितम्बर, 2018 03:09 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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जाह्नवी कपूर इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं. धड़क फिल्म के रिलीज होने के बाद से तो जब भी जाह्नवी कपूर अपने घर के बाहर निकलती हैं कोई न कोई फोटोग्राफर उनकी फोटो खींच ही लेता है. इस बार भी ऐसा ही हुआ. जैसे ही जाह्नवी अपने घर से बाहर निकलीं तो उनकी फोटो खींच ली गई. इंस्टाग्राम पर उनकी फोटो आते ही उनके फैन्स और ट्रोल्स दोनों ही एक्टिव हो जाते हैं.

जाह्नवी कपूर की फोटोज में अक्सर ट्रोल उनके फैशन सेंस, कपड़ों और उनके श्रीदेवी की बेटी होने को लेकर ट्रोल करते हैं. जरा खुद ही सोचिए एक बेटी को अक्सर इसलिए ट्रोल होना पड़ता है क्योंकि उसकी मां बॉलीवुड की सबसे पहली महिला सुपरस्टार थी. अब ये क्या तुक हुआ? सबसे पहले तो उनके ट्रोल होने को लेकर ही बात करते हैं. जाह्नवी ने एक पिंक रंग की टीशर्ट पहनी और हॉट पैंट. वो अपने घर से बाहर निकली और अगर वो इस बात को लेकर और अपने कपड़ों को लेकर सहज महसूस कर रही हैं तो क्यों आखिर लोग इस बात के पीछे पड़े हुए हैं कि उन्हें इसे लेकर असहज महसूस करना चाहिए. किसी लड़की के कंफर्ट जोन की बात को लेकर सोशल मीडियाई नुमाइंदे इतने चिंतित क्यों हैं?

जाह्नवी कपूर, श्रीदेवी, इंस्टाग्राम, सोशल मीडिया, ट्रोलजाह्नवी कपूर अपने इस ड्रेस के लिए ट्रोल हुईं.

ये ड्रेस अगर जाह्नवी को ठीक लग रही है तो ये सही है. और अगर वो इसकी जगह किसी और ड्रेस में होतीं तो क्या उन्हें देखने वालों की सोच बदल जाती?

एक नजर उन कमेंट्स पर डाल लीजिए जो जाह्नवी को लेकर किए गए हैं.

जाह्नवी कपूर, श्रीदेवी, इंस्टाग्राम, सोशल मीडिया, ट्रोललोगों ने इस तरह के कमेंट्स किए उनकी इंस्टाग्राम फोटोज पर

लोग इसे रेप का कारण बता रहे हैं, उनके बारे में कहा जा रहा है कि वो पैंट पहनना भूल गईं, वगैराह, वगैराह. लेकिन जिन लोगों को इस फोटो में अश्लीलता दिख रही है उनके कमेंट्स ही तो भद्दे और अश्लील हैं. कोई पुरुष अगर किसी सार्वजनिक जगह पर हैंडपंप के नीचे सिर्फ अंडरगार्मेंट में नहा सकता है तो वो अश्लीलता नहीं होती क्योंकि वो तो पुरुष है और उससे किसी लड़की को कोई आपत्ती नहीं होनी चाहिए क्योंकि लड़कियों की आपत्ती को थोड़ी हमारे समाज में जगह दी जाती है, लेकिन अगर किसी लड़की ने हॉट पैंट पहन लिए हैं तो उसे ये सलाह दी जाती है कि वो पैंट पहन कर घूमे क्योंकि ये रेप का कारण है.

अगर सिर्फ जाह्नवी की बात करें पूरे समाज की नहीं तो उनके साथ ये पहली बार नहीं हुआ. इसके पहले भी एक बार ऐसा हो चुका है और तब भी जाह्नवी ने हॉट पैंट ही पहने थे. तब अर्जुन कपूर ने न सिर्फ ट्रोल्स को बल्कि मीडिया को भी लताड़ा था.

जाह्नवी कपूर, श्रीदेवी, इंस्टाग्राम, सोशल मीडिया, ट्रोलअर्जुन कपूर पहले भी जाह्नवी पर किए गए ट्रोल्स और कवरेज के लिए मीडिया को हड़का चुके हैं

मतलब जितनी बार भी जाह्नवी घर से बाहर निकलेंगी उन्हें ट्रोल्स का शिकार होना पड़ेगा.

हद तो ये है कि जाह्नवी की तुलना हर बार श्रीदेवी से की जाती है. उनके पिता और भाई को भी ट्रोल्स अपनी नफरत में शामिल कर लेते हैं. मतलब अगर लड़की के घर वाले उसे छूट दे रहे हैं तो इससे समाज को दिक्कत तो होनी ही है. अरे अगर उसके घर वालों को फर्क नहीं पड़ता तो किसी और को क्या दिक्कत है?

जाह्नवी कपूर की बात होते ही श्रीदेवी के नाम का ताना क्यों जरूरी है?

पहली बात तो जिस एक्ट्रेस की बात हो रही है, जिसे लेजेंड कहा जाता था वो अब इस दुनिया में नहीं है तो कम से कम उसकी संतान को उसे लेकर ताना तो नहीं दिया जा सकता. अगर इतनी तमीज भी नहीं है तो इसके बारे में क्या ही कहा जाए. और दूसरी बात कि जाह्नवी कपूर को अपने चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी करवाने वालों को ये सोचना चाहिए कि क्या दुनिया की हर लड़की की शक्ल उसकी मां से मिलती है? अगर नहीं तो क्या उसे भी सर्जरी करवा लेनी चाहिए?

जाह्नवी कपूर, श्रीदेवी, इंस्टाग्राम, सोशल मीडिया, ट्रोलजाह्नवी अपने कपड़ों में सहज महसूस कर रही हैं

फेमस मां होने का मतलब ये नहीं कि उन्हें हर बात पर इस चीज़ का ताना मारा जाए. जाह्नवी कपूर अपने आप में बेहद खूबसूरत हैं और वो ही क्यों हर लड़की होती है. उसकी अहमियत फ्री का इंटरनेट इस्तेमाल कर अपने दिमाग की गंदगी फैलाते लोग नहीं समझ पाएंगे. ये सिर्फ उस लड़की पर निर्भर करता है कि उसे अपने शरीर को कैसे रखना है. वो किसी लड़के के साथ घूमे, छोटे कपड़े पहने, सड़क पर गोलगप्पा खाए, बारिश में भीगे या फिर शादी न करे ये किसी और को सोचने की जरूरत नहीं है. वो खुद सक्षम है अपने फैसले खुद लेने के लिए. और वो लोग जिन्हें लगता है कि जाह्नवी में ग्रेस की कमी है या वो श्रीदेवी जैसी लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाएंगी या वो एक्टर बेहतर नहीं हैं, तो जाह्नवी की अपनी पहचान है और उन्हें श्रीदेवी जैसा बनने की जरूरत नहीं.

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लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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