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Updated: 10 अगस्त, 2016 02:55 PM
आईचौक
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आपने पत्रकारों को चर्चित हस्तियों के कई इंटरव्यू लेते देखे और सुने होंगे. इंटरव्यू लेना तो पत्रकारों के काम सबसे जरूरी हिस्सा होता है. लेकिन तब क्या हो अगर कोई पत्रकार बिना तैयारी के ही किसी सिलेब्रिटी का इंटरव्यू लेने पहुंच जाए.

जाहिर सी बात है कि आप जिसका इंटरव्यू लेने जा रहे हैं, अगर उसके बारे में आपको ठीक से पता ही नहीं है तो ये इंटरव्यू उस पत्रकार की फजीहत करवा सकता है. कुछ ऐसा ही हुआ एक महिला पत्रकार के साथ, जिसने बिना तैयारी के ही ऐक्ट्रेस रेणुका शहाणे का इंटरव्यू लिया, इसके बाद तो उस पत्रकार की क्या हालत हुई, ये आप रेणुका के फेसबुक पोस्ट से आसानी से जान सकते हैं. 

रेणुका शहाणे ने बिना उस महिला पत्रकार का नाम लिए उससे इंटरव्यू के दौरान हुई मजेदार बातचीत को फेसबुक पर शेयर किया है. उनकी ये पोस्ट वायरल हो गई है. शुक्र है रेणुका ने उस पत्रकार का नाम नहीं बताया, वर्ना उसके करियर का तो भगवान ही मालिक होता. खैर ये बातचीत मजेदार तो है लेकिन अपने काम को गंभीरता से न करने वालों के लिए एक सीख भी है. आइए आपको पढ़ाते हैं एक महिला पत्रकार और रेणुका शहाणे के बीच हुई मजेदार बातचीत. रेणुका ने अपनी पोस्ट में उस पत्रकार को 'जे' नाम दिया है.

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रेणुका शाहणे ने हाल ही में एक महिला पत्रकार के साथ हुए अपने मजाकिया इंटरव्यू को एफबी पर शेयर किया है

एक पत्रकार ने एक प्रसिद्ध डेली से मुझे कॉल किया, मैं उसे संक्षिप्त नाम 'j' से बुलाऊंगी

जे: मैम हम वेटरन टीवी ऐक्टर्स के कॉलम के लिए आपका इंटरव्यू करना चाहते हैं.

मैं: ओके

जे: तो सुरभि के अलावा मुझे याद है कि आपने स्वाभिमान में काम किया, है ना?

मैं: कई सीरियल्स लेकिन स्वाभिमान नहीं.

जे: ओह, नहीं, नहीं, ये शांति था, ना? ये बहुत लोकप्रिय था....

मैं: निश्चित तौर पर ये लोकप्रिय था लेकिन इसमें मैं नहीं थी.

जे: (पूरी तरह से भौंचक): अरे....तो आप किसमें थीं? कृपया मुझे अपने सीरियल्स के नाम बताइए?

मैं: आपने अपना होमवर्क क्यों नहीं किया?

जे: प्लीज मैम अभी मेरी मदद कीजिए...मैं अगली बार से करूंगी...सिर्फ कुछ सवाल...

मैं: ओके

जे: आज के सीरियल्स और आपने जो सीरियल्य किए उनमें क्या फर्क है?

मैं: जिन सीरियल्स में मैंने काम किया वे वीकलीज थे.

जे: वीकलीज?

मैं (धैर्यपूर्वक): आजकल हम डेली सोप्स देखते हैं...इन्हें डेलीज कहा जाता है क्योंकि ये रोज दिखाए जाते हैं. मेरे सीरियल्स वीकलीज कहे जाते हैं क्योंकि वे हफ्ते में एक बार दिखाए जाते थे.

जे: ओह, तो हफ्ते में एक बार? आपका मतलब है कि एक हफ्ते के लिए एक स्टोरी?

मैं: नहीं...मैं इसे कैसे समझाऊं? डेली न्यूजपेपर्स, वीकली मैगजींस, पाक्षिक और मासिक होती हैं...कुछ क्वॉटरली प्रकाशित होती हैं, है ना?

जे: ओह तो आपके पास बहुत वीकलीज और पाक्षिक जैसी विभिन्न चीजें थीं.

मैं: नहीं, नहीं...मेरा मतलब है हमारे पास विविधता थी...लेकिन मैं सिर्फ दोनों में समानता बताने की कोशिश कर रही थी, जिससे आप इसे अपने काम से जोड़ पाएं.

थोड़ा विराम

मैं: क्या आप हैं?

जे: हां मैं, मुझे लगा कि आप कुछ बना रही हैं.

मैंने इंतजार किया

मैं: हम्म्‍म क्या आप कुछ भी लिख रही हैं?

जे: मैम मेरी याददाश्त बहुत जोरदार है. आपने सुरभि में काम किया...और आपने शांति में काम किया जोकि वीकली था और आपने कई सारे पाक्षिक और क्वॉटरली सीरियल्स में भी काम किया मैम.

मैं: (अपनी हंसी रोकते हुए): आप लाजवाब हैं...आपने इसे पहचान लिया...क्या अब मैं समानता खींचने के लिए जा सकती हूं.

जे: जरूर मैम...अगर आप मुझे अपनी ड्राइंग की फोटो वॉट्सऐप कर दें तो मैं इसे आपके शौक के तौर पर शामिल कर सकती हैं...ये बहुत ही विशेष विचार है.

आह....कुछ पत्रकार मनोरंजन के साधन होते हैं...मैं कैनवस के पास आ गई हूं...लेकिन अभी भी कोई ड्राइंग नहीं बना पाई हूं.

ये है रेणुका शहाणे की पत्रकार के साथ बातचीत की एफबी पोस्टः

रेणुका शहाणे हाल के दिनों में अपने ट्वीट्स से काफी चर्चा में रही हैं, सलमान खान के रेप वाले बयान की आलोचना करने वाली उनकी पोस्ट की काफी सराहना हुई थी.

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