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Updated: 18 नवम्बर, 2017 03:20 PM
बिजय कुमार
बिजय कुमार
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भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 70 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का नाम भी हैं. मुख्यमंत्री राजकोट पश्चिम से उम्मीदवार बनाये गये हैं, जबकि महेसाणा से उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को टिकट दिया गया है. इस लिस्ट पर गौर करें तो हमें बीजेपी की रणनीति साफ़ देखने को मिल रही है. आईये देखते है क्या खास है पार्टी द्वारा जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में....

गुजरात, गोधरा, नरेंद्र मोदी, इलेक्शन पाटीदार, ओबीसी और एसटी वोटों को साधने की कोशिश...

70 उम्मीदवारों की जारी की गई सूची में अगर हम जाति के आधार पर देखें तो इसमें पाटीदार समाज का दबादबा दिखता है जो लम्बे समय से बीजेपी के साथ रहा है लेकिन हार्दिक पटेल के नेतृत्व में हुए पाटीदार आंदोलन ने बीजेपी के लिए काफी मुश्किलें खड़ी की थीं और यही वजह है कि पार्टी आने वाले चुनाव में पाटीदारों के बीच अच्छा सन्देश देना चाहती है तभी तो पहली लिस्ट में पाटीदार उम्मीदवारों की संख्या राज्य में उनकी जनसंख्या के अनुपात से कुछ ज्यादा ही है. इसके अलावा लिस्ट में पार्टी ने ओबीसी उम्मीदवारों को भी तरजीह दी है साथ ही एसटी वर्ग का भी काफी बोलबाल दिखता है. जारी की गयी 70 उम्मीदवारों की सूची में पाटीदार, ओबीसी, एससी और एसटी उम्मीदवारों का योग करीब 50 है. अन्य पिछड़ा वर्ग से टिकट पाने वालों में काफी संख्या में ठाकोर है, इसके अलावा कोली समुदाय के नेताओं को भी टिकट दिया गया है. कह सकते हैं की बीजेपी ने इस दांव से हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी तीनों के प्रभाव को कम करने की कोशिश की है.

मौजूदा विधायकों पर भरोसा जताना...

ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी इस बार कई मौजूदा विधायकों की छुट्टी करेगी लेकिन इस सूची ने उन सभी ख़बरों को फ़िलहाल गलत साबित किया है. कई मौकों पर ऐसा देखने को मिलता है कि राजनीतिक दल एंटी-इंकम्बैंसी से बचने के लिए अपने मौजूदा मंत्रियों और विधायकों में से कुछ को टिकट नहीं देते हैं लेकिन पार्टी ने पहली सूची के जरिये ये सन्देश देने कि कोशिश की है कि उसे अपने नेताओं पर भरोसा है और उस पर किसी तरह का दबाव नहीं है जैसा कि विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं. वैसे दो विधायकों की छुट्टी की गई है जो की कोई बड़ी बात नहीं है. पार्टी ने पहली लिस्ट में 55 मौजूदा विधायकों को मौका दिया है जिनमें एक निर्दलीय और 5 कांग्रेस छोड़कर आये नेता शामिल हैं. वैसे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के दूसरे नेताओं से अक्सर हम सुनते रहे हैं की देश को कांग्रेस मुक्त बनाना है लेकिन पार्टी को शायद कांग्रेस नेताओं से कोई दिक्कत नहीं है तभी तो इस बार भी पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आये लोगों को उम्मीदवार बनाया है.

पार्टी ने इस सूची में 15 नए उम्मीदवारों को मौका दिया है जो वर्तमान के माहौल को ध्यान में रखकर किया गया है. लगभग हर बार की तरह इस बार भी महिलाओं को ज्यादा जगह नहीं मिली है. हमने अक्सर देखा है की पार्टियां 33% प्रतिशत महिला आरक्षण की बात तो करती हैं पर टिकट देते वक़्त शायद यह बात भूल जाती हैं यही वजह है कि इस लिस्ट में भी महिलाओं की भागीदारी महज 5 फ़ीसदी के आसपास ही है.

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लेखक

बिजय कुमार बिजय कुमार @bijaykumar80

लेखक आजतक में प्रोड्यूसर हैं.

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