New

होम -> सियासत

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 19 जनवरी, 2018 02:19 PM
अशोक उपाध्याय
अशोक उपाध्याय
  @ashok.upadhyay.12
  • Total Shares

दक्षिण भारत के मशहूर अभिनेता प्रकाश राज ने इंडिया टुडे के कार्यक्रम इंडिया टुडे कन्क्लेव साउथ में कहा, 'मैं मोदी विरोधी हूं, मैं हेगड़े का विरोधी हूं, मैं अमित शाह का विरोधी हूं और मेरे मुताबिक वे लोग हिन्दू नहीं हैं.' बीजेपी सांसद और केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बारे में उन्होंने कहा कि 'अनंत कुमार हेगड़े जो कहते हैं कि वह एक वाद को, एक धर्म को इस धरती से खत्म करना चाहते हैं, लेडीज एंड जेंटलमैन ऐसे लोग हिन्दू नहीं हो सकते हैं.' इस कार्यक्रम में एक दर्शक ने प्रकाश राज से पूछा कि आप कैसे तय करेंगे कि कोई खास व्यक्ति हिन्दू है या नहीं, इस पर प्रकाश राज ने कहा कि तो फिर वे लोग कैसे तय करते हैं कि वह हिन्दू विरोधी हैं. प्रकाश राज ने फिर कहा कि जो लोग कहते हैं 'मारो, जो मारने वाले का समर्थन करते हैं, वह हिन्दू नहीं हो सकते हैं.'

प्रकाश राज, नरेंद्र मोदी, भाजपा, हिन्दू  ये कोई पहली बार नहीं है कि एक्टर प्रकाश राज विवाद में आए हैं. पहले भी वो पीएम मोदी पर बयान दे चुके हैं

उनके इस वक्तव्य से एक बार फिर से यह विवाद सामने आ गया है की हिन्दू कौन है. पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद से ही एक्टर प्रकाश राज दक्षिणपंथी विचारधारा और भाजपा के खिलाफ खुलकर बोलते आएं हैं. अभी कुछ ही दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के सदस्यों ने प्रकाश राज के कार्यक्रम के बाद स्टेज को गौमूत्र से साफ किया था. प्रकाश राज ने उस कार्यक्रम में उत्तरा कन्नड़ सांसद और केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े की आलोचना की थी. ये आलोचना भाजपा के युवा मोर्चा के लोगों को रास नहीं आई.

जनवरी के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक में एक रैली कर सीएम सिद्धारमैया पर तीखा हमला बोला और उनके हिन्दू होने पर सवाल उठाया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा- मैंने ऐसे समाचार देखे हैं जिनमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया खुद को हिंदू बता रहे थे. उन्होंने कहा- 'हिंदुत्व गोमांस खाने की वकालत नहीं करता है. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि अगर वह हिंदू हैं और हिंदुत्व का समर्थन करते हैं, तो क्या गोमांस खाने को समर्थन देकर सही कर रहे हैं?' उन्होंने सिद्धारमैया को अवसरवादी बताते हुए कहा था की सिद्धारमैया भी उसी तर्ज पर काम करने लगे हैं, जैसा कि गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किया था, उन्होंने कई मंदिरों पर माथा टेका था और हिंदुत्व की बात करने लगे थे.

योगी आदित्यनाथ के इस बयान पलटवार करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री कहा, 'मैं आदित्यनाथ से बेहतर हिंदू हूं, क्या सिर्फ बीजेपी के लोग ही हिंदू हैं?, मेरा नाम सिद्धारमैया है, जिसमें सिद्ध भी है और राम भी, क्या बीजेपी ने हिंदुओं का मालिकाना हक लिया हुआ है? हम भी हिंदू हैं. हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. यही हमारी संस्कृति है और यही असल हिंदुत्व है.

गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदिर पॉलिटिक्स पर जोर दिया और अपने 85 दिन के प्रचार में गुजरात के 27 मंदिरों के दर्शन किए. उनके द्वारा सोमनाथ के मंदिर में ग़ैर-हिंदू दर्शनार्थियों के लिए रखे रजिस्टर में साइन करने से विवाद खड़ा हो गया है. इस रजिस्टर में उन लोगों को हस्ताक्षर करने होते हैं, जो हिंदू नहीं हैं. इस मुद्दे पर भाजपा राहुल गांधी पर हमलावर हो गई और राहुल गांधी के हिंदू होने पर सवाल खड़ा कर दिया. कांग्रेस ने इस गलती की असल वजह बताई. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला तो यहां तक कह गए राहुल सिर्फ हिंदू ही नहीं जनेऊधारी हिंदू हैं.

एक दूसरे को हिन्दू एवं गैर हिन्दू साबित करने में दोनों पक्ष को महोपनिषद के अध्याय 4, श्लोक 71 पढ़ना चाहिए. यह 'वसुधैव कुटुंबकम', यानी धरती ही परिवार है, की बात करता. यही सनातन धर्म या हिंदुत्व का मूल संस्कार एवं विचारधारा है. यह हिंदुत्व सर्वधर्म समभाव यानी की सभी धर्मों के प्रति समान भाव की बात करता है. दोनों पक्ष एक दूसरे के हिंदुत्व पे सवाल उठाने की जगह अगर एक दूसरे का सम्मान करना प्रारम्भ कर देंगे वही सच्चा हिंदुत्व होगा. और वही भारतवर्ष के हित में होगा. अगर दोनों एक दूसरे का जनेऊ देखते रहेंगे तो उनका तो शायद कुछ दिन के लिया भला हो जाए पर देश का भला नहीं होगा.

ये भी पढ़ें -

तो क्या प्रकाश राज का मोदी विरोध और अवार्ड वापसी सिर्फ ट्विटर पर ट्रेंड करने के लिए.. !

तोगड़िया के इर्द-गिर्द कांग्रेस के मंडराने के मायने...

असहिष्णुता पर अब सरकारी राशन की दुकान खोलने की तैयारी

लेखक

अशोक उपाध्याय अशोक उपाध्याय @ashok.upadhyay.12

लेखक इंडिया टुडे चैनल में एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय