केजरीवाल के दफ्तर में सीबीआई: झूठ कौन बोल रहा है?
केजरीवाल ने कहा है कि अगर अफसर के खिलाफ सीबीआई के पास सबूत थे तो उसने मुझसे क्यों नहीं शेयर किया. मैं एक्शन लेता.
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दिल्ली सचिवालय में सीबीआई की छापेमारी के बाद केजरीवाल समर्थक और तथाकथित भक्त आपस में भिड़े नजर आ रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीतिक विद्वेष की कार्रवाई बताया है तो सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है. लगे हाथ कुछ लोग केजरीवाल से वाई-फाई को लेकर अपडेट भी मांग रहे हैं.
ब्रेकिंग न्यूज, एक मिनट में ही विश्लेषण भी
दिल्ली सचिवालय में सीबीआई की छापेमारी की खबर खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए ब्रेक की. ठीक एक मिनट बाद केजरीवाल ने मोदी को टारगेट किया.
CBI raids my office
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2015
When Modi cudn't handle me politically, he resorts to this cowardice
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2015
Modi is a coward and a psycopath
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2015
अपने अपने दावे
CBI ने छापेमारी को लेकर सफाई दी है. इसका कहना है कि छापेमारी सचिवालय केजरीवाल के दफ्तर पर नहीं, बल्कि एक अधिकारी के दफ्तर पर की गई है.
सीबीआई ने सफाई। कहा- प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर छापेमारी, उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मौजूद थे और छापेमारी के लिए सीबीआई निदेशक की मंजूरी मिली थी.
सीबीआई की सफाई को केजरीवाल ने सफेद झूठ बताया. केजरीवाल ने दावा किया कि अफसर नहीं बल्कि उनके खुद के दफ्तर पर छापेमारी हुई है.
CBI lying. My own office raided. Files of CM office are being looked into. Let Modi say which file he wants?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2015
राजेंद्र के बहाने मेरे दफ़्तर की सारी फ़ाइल देखी जा रही हैं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 15, 2015
इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि अगर अफसर के खिलाफ सीबीआई के पास सबूत थे तो उसने मुझसे क्यों नहीं शेयर किया. मैं स्वयं उसके खिलाफ एक्शन लिया होता. केजरीवाल ने ये भी कहा कि वो पहले मुख्यमंत्री हैं जिसने भ्रष्टाचार को लेकर अपने मंत्री और एक सीनियर अफसर को बर्खास्त कर दिया.
'आप' और भक्त
आप नेता आशुतोष ने इसे सीबीआई का दुस्साहस बताते हुए सवाल किया कि सीबीआई व्यापमं घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या उनके प्रमुख सचिव के दफ्तर को क्यों नहीं सील करती?
संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने दिल्ली सचिवालय पर हुई छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'केंद्र सरकार सीबीआई के काम में दखल नहीं देती, केंद्र और प्रधानमंत्री पर आरोप लगाना गलत है.'
इसके साथ ही केजरीवाल समर्थक और मोदी समर्थकों ने भी ट्वीट और रीट्वीट करना शुरू कर दिया. कोई सपोर्ट कर रहा है तो इसी बहाने कुछ लोग केजरीवाल से वाई फाई पर अपडेट भी मांग रहे हैं
.@ArvindKejriwal Congratulations !! Party ?
— Babu Bhaiya (@Shahrcasm) December 15, 2015
@ArvindKejriwal Fully agree sir! His 2002 credentials vouch for that!
— Manvendra Singh Rana (@ms_rana) December 15, 2015
@ArvindKejriwal video recording karwao sir
— Geekology (@academic_dud) December 15, 2015
@ArvindKejriwal Rayta mat failao Ab...
— Pradeep Mamgain (@pc_navy) December 15, 2015
@ArvindKejriwal sir wifi ka kya hua
— мr. ѕтarĸ (@being_adhiraj) December 15, 2015
सीबीआई ने कुछ दिन पहले हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह के यहां भी छापेमारी की थी, वो भी ऐसे मौके पर जब उनकी बेटी की शादी थी. सीबीआई के दुरुपयोग के आरोप पिछली यूपीए सरकार पर भी लगते रहे हैं - और ताजातरीन आरोप मायावती ने भी लगाए थे जब एक घोटाले को लेकर सीबीआई ने उनसे पूछताछ की थी. बिहार चुनाव में मुलायम सिंह के महागठबंधन छोड़ने के पीछे भी बड़ी वजह सीबीआई ही मानी जाती है.
सरकार जो भी सफाई दे, शकूर बस्ती के बाद केजरीवाल को एक और, बल्कि उससे मजबूत मुद्दा तो मिल ही गया है.
केजरीवाल ने एक रीट्वीट कर सवाल भी छोड़ दिया है कि लोग खुद ही पूरे मामले पर फैसला करें.
क्या #ShakurBasti में झुग्गियों को गिराने पर फंसी मोदी सरकार ने केजरीवाल पर सीबीआई छापा मार कर मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश की है?
— Mukesh Kejariwal (@Mukesh_k) December 15, 2015
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