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Updated: 19 अक्टूबर, 2015 01:25 PM
सुशील कुमार मोदी
सुशील कुमार मोदी
  @modisushilkumar
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लालू प्रसाद से हाथ मिलाने वाले नीतीश कुमार लाख कोशिश कर लें बीजेपी किसी भी कीमत पर पुराने दिनों को लौटने नहीं देगी. जंगलराज वाले उन पुराने दिनों को याद कर बिहार की जनता आज भी सहम जा रही है. सत्ता की लिप्सा में नीतीश कुमार भले उन पुराने दिनों को भूल कर लालू प्रसाद और कांग्रेस की गोद में चले गए हैं, मगर बिहार की जनता नहीं भूली है जब शो रूम से गाड़ियां उठा ली जाती थीं, अपहरण उद्योग बन गया था और अपराधी लग्जरी गाड़ियों से बंदूक की नाल बाहर निकाल कर दहशत फैलाते घूमते थे.

जंगलराज के उन काले-भयावह दिनों को कोई बिहारी कैसे भूल सकता है जब सामूहिक नरसंहारों के अन्तहीन सिलसिले से पूरा देश शर्मसार था. शाम होने से पहले ही गांवों में सन्नाटा छा जाता था. 10 हजार से ज्यादा कारोबारियों, डॉक्टरों व इंजीनियरों को बिहार से पलायन के लिए विवश होना पड़ा था. फिरौती के लिए अपहरण उद्योग बन चुका था. सुबह निकला कोई व्यक्ति शाम में जब तक सुरक्षित घर नहीं पहुंचता था, परिवार वालों को चैन नहीं मिलती थी. बच्चों को स्कूल भेजने के बाद मां सलामती की मन्नतें मांगती रहती थीं.

नीतीश जी, आप उन पुराने दिनों को लौटाने की बात कह रहे हैं जब बिहार की सड़कें गड्ढे में तब्दील हो गई थीं. दूरियां किलोमीटर में नहीं घंटों में मापी जाती थीं. स्कूलों को बंद कर चरवाहा विद्यालय खुलवा दिए गए थे. कलम-किताब की जगह युवाओं के हाथों में लालटेन और लाठी थमा दिए गए थे. पूरा बिहार अंधकार में डूबा था. अपराध व गुंडागर्दी चरम पर था. जिसकी लाठी, उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ हो रही थी. प्रदेश के बाहर ‘बिहारी’ कहलाना शर्म की बात थी, सो लोग अपनी पहचान छुपाने के लिए विवश थे. क्या उन्हीं पुराने दिनों को आप लौटाना चाहते हैं?

पांच साल तक जंगलराज की सहभागी रही कांग्रेस की सोनिया गांधी को यह कहने का कोई हक नहीं है कि पीएम बिहार की चिंता नहीं करें. सोनिया जी, दस वर्षों तक लगातार सत्ता में रहने के बावजूद आपने बिहार की चिंता नहीं की. आपने जंगलराज के नायक लालू प्रसाद को साथ लेकर न केवल बिहार की जनता का अपमान किया बल्कि बिहार की हकमारी भी की. लालू प्रसाद को साथ लेकर अच्छे दिन नहीं लाए जा सकते हैं. परिवर्तन का मन बना चुकी बिहार की जनता दहशत व आतंक के उन पुराने दिनों को लौटने देने के लिए कतई तैयार नहीं है.

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लेखक

सुशील कुमार मोदी सुशील कुमार मोदी @modisushilkumar

लेखक बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री हैं.

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