New

होम -> सियासत

 |  6-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 19 अप्रिल, 2018 07:38 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

संसद न चलने देने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित तमाम बीजेपी नेताओं ने एक दिन का उपवास रखा था. ये ऐसा मुद्दा है जिस पर शशि थरूर भी कांग्रेस से इत्तफाक नहीं रखते. बीजेपी का उपवास भी कांग्रेस के ही खिलाफ था. इसी बात को लेकर शशि थरूर को एक बार सोनिया गांधी की डांट भी खानी पड़ी थी, "आप हमेशा ऐसे ही करते हो, ये आपकी आदत हो गई है." मीडिया में ये खबर सूत्रों के हवाले से आई थी, लेकिन खुद थरूर ने इस बात से इंकार किया था.

2012 में एक चुनावी रैली में मोदी ने कहा था, "वाह क्या गर्लफ्रेंड हैं? आपने कभी देखा है 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड को?" बगैर किसी का नाम लिये मोदी ने ये टिप्पणी की थी. फिर थरूर ने रिएक्ट कर इस बात की पुष्टि भी कर दी.

बाद के दिनों में थरूर ने कई बार प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की और साथ ही साथ आलोचना भी करते रहे. इस बार मोदी का सपोर्ट कर थरूर ने उधार का चुकता कर दिया है.

'ये तो एंटी-नेशनल एक्टिविटी है'

तीन साल पहले ऑक्सफोर्ड में शशि थरूर का एक भाषण सोशल मीडिया पर तो वायरल हुआ ही काफी दिनों तक बहस भी होती रही. शशि थरूर ने जोशीली दलील पेश करते हुए भारत पर 200 साल तक औपनिवेशिक शासन के लिए ब्रिटेन से हर्जाना मांग लिया था. इस बात को लेकर थरूर बाकियों के साथ साथ अपने कट्टर विरोधी मोदी के भी प्रशंसा के पात्र बने थे.

थरूर की तारीफ में मोदी ने कहा था, "शशि थरूर ऐसे वक्ता हैं जो सही समय पर सही बात कहते हैं... कभी-कभी ऐसी चीजें टर्निंग पॉइंट साबित हो जाती हैं."

shashi tharoorथरूर का 'मोदी-मोदी'

मोदी की ये तारीफ तीन साल से थरूर पर उधार जैसी रही होगी, लेकिन लगता है थरूर को भी मोदी की ब्रिटेन यात्रा का बेसब्री से इंतजार रहा. ब्रिटेन में मोदी को लेकर जो मुखालफत हुई है, थरूर ने उसका विरोध कर उधार का चुकता कर दिया है.

दरअसल, मोदी की यात्रा से पहले से ही लंदन की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. मोदी के पहुंचने पर भी कुछ लोगों ने हाथों में प्ले-कार्ड लिये 'मोदी गो बैक' जैसे नारे भी लगाये. ये लोग कठुआ और उन्नाव गैंग रेप को लेकर नाराज बताये गये.

कठुआ और उन्नाव गैंग रेप के विरोध में तो राहुल गांधी ने भी इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था. थरूर के इससे इत्तेफाक न रखने का तो खैर सवाल ही पैदा नहीं होता, लेकिन ब्रिटेन की सड़कों पर मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थरूर को बेहद नागवार गुजरा है. थरूर को इसमें वो राजनीति दिखायी दी है जो पूरी तरह देश के खिलाफ जाती है.

थरूर ने एक ट्वीट को अपनी टिप्पणी के साथ रीट्वीट किया था. बाद में वो ट्वीट तो डिलिट कर दिया गया लेकिन थरूर के टाइमलाइन पर उनका ट्वीट मौजूद है. थरूर इस प्रदर्शन के पीछे भारत विरोधी तत्वों का हाथ मानते हैं. थरूर का मानना है कि ऐसे लोग जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट, पाकिस्तानी ग्रुप और खालिस्तान समर्थकों के हाथों की कठपुतली बन सड़कों पर नारे लगाते हैं - और प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसा कतई मंजूर नहीं होना चाहिये.

थरूर ने इससे पहले भी मोदी की आलोचना के साथ साथ पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के उनके फैसले, विश्व योग दिवस, स्वच्छता अभियान और डोकलाम को लेकर सरकार के स्टैंड की तारीफ कर चुके हैं. थरूर ने तो एक बार यहां तक कह दिया था, 'मोदी एक वक्त नफरत के प्रतीक माने जाते थे, लेकिन अब उन्होंने खुद के व्यक्तित्व को आधुनिकता और प्रगति के अवतार में बदल दिया है.' वैसे कांग्रेस ने थरूर के इस बयान को निजी बताकर खुद को अलग कर लिया था.

'मौन' पर मनमोहन को मोदी का जवाब

लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में आयोजित 'भारत की बात, सबके साथ' को प्रसून जोशी होस्ट कर रहे थे. जोशी के साथ साथ मोदी हॉल में मौजूद लोगों के सवालों का भी जवाब दे रहे थे. तभी एक शख्स ने मोदी से उनकी सेहत का राज भी पूछ लिया.

वो सवाल था, "हमें इस ऊर्जा के बारे में बताएं ताकि हम भी इस ऊर्जा का इस्तेमाल करके देश हित के लिए काम कर सकें."

मोदी का जवाब था, "इस सवाल के कई जवाब हो सकते हैं, एक जवाब अगर मुझे हंसी-खुशी की शाम के रूप में देना है तो मैं कह सकता हूं कि मैं करीब 20 साल से रोजाना 1-2 किलोग्राम गालियां खाता हूं." मोदी के इतना बोलते ही हॉल 'मोदी मोदी' के नारों से गूंज उठा और होस्ट प्रसून जोशी भी देर तक हंसते रहे.

ढाई घंटे के इस शो में ढेरों सवालात हुए और मोदी उनके जवाब देते गये. जब कठुआ और उन्नाव गैंग रेप को लेकर सवाल उठा तो मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी जवाब दे डाला. अपने जमाने में मोदी से ही 'मौन-मोहन' की संज्ञा पाने वाले मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री को खुद की नसीहत पर ध्यान देते हुए बोलते रहने की सलाह दी थी.

narendra modiमनमोहन को लंदन से मोदी का जवाब

मनमोहन सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए मोदी का विस्तृत जवाब था, "किसी छोटी बालिका पर बलात्कार होता है. कितनी दर्दनाक घटना है? लेकिन क्या हम ये कहेंगे कि तुम्हारी सरकार में इतने होते थे. मेरी सरकार में इतने होते हैं. बलात्कार बलात्कार होता है. एक बेटी के साथ अत्याचार कैसे सहन कर सकते हैं? मैंने लाल किले से नए सिरे से इस विषय को प्रस्तुत किया था. मैंने कहा कि बेटी शाम को देर से आती है तो हर मां-बाप पूछते हैं कि कहां गई थी. बेटियों को तो सब पूछ रहे हो कभी बेटों को तो पूछो कहां गए थे? ये पाप करने वाला किसी का तो बेटा है?

बेशक वो कोई क्लोन नहीं होता जिसे लैब में तैयार किया गया हो. ऐसा हर हमलावर हमारे समाज में ही पलता बढ़ता है और फिर ऐसे बड़े अपराध को अंजाम देता है. प्रधानमंत्री का ये आइडिया भी बेहतरीन है. अमल किया जाये तो नतीजे भी अच्छे मिलेंगे लेकिन ऐसा होते होते पीढ़ियां गुजर जाएंगी. सिर्फ पूछताछ से बहुत कुछ नहीं होने वाला - बलात्कारी किसी का बेटा होता है क्या?

इन्हें भी पढ़ें :

लीजिए अब तो देश की सबसे हंसमुख लड़की भी रो दी.. अब तो खुश हैं न?

भारत में होने वाले रेप पर पाकिस्‍तान के आंसू, ये किसी नौटंकी से कम नहीं!

हम अपने बच्चों के लिए रेप और नफरत भरा समाज छोड़कर जाना चाहते हैं?

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय