सीजन रेवड़ियों का है, देखिए किसने किसको क्या दिया...
पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश और गोवा से लेकर मणिपुर और उत्तराखंड तक रेवड़ियों की ऐसी दुकानें सजी हैं, मानो अगले पांच साल तक चलेंगी परंतु गारंटी किसी की नहीं है.
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समय हैं सर्दियों का, और सीजन हैं रेवड़ियों का, मार्किट में आजकल खूब रेवड़ियां बिक रहीं हैं. ठंड का समय हैं लिहाजा लोग घरों में रेवड़ियों का इस्तेमाल खूब करते हैं. लेकिन आजकल एक और प्रकार की रेवाड़ी हर चौराहे, मोहल्ले, कस्बे में आप को मिल जाएगी और वह हैं- चुनावी रेवड़ी, खाने वाली रेवड़ी का दुकानदार तो आपके एरिया में ही रहेगा परंतु चलती गाड़ी, चौराहे व मीडिया के द्वारा फैलायी जा रही रेवड़ियों से कृपया सावधान रहें. क्योंकि 15 मार्च के बाद सारी दुकानें फुर्रर हो जाएंगी और आप ढूंढते रह जाओगे .
पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश और गोवा से लेकर मणिपुर और अंत में खत्म होती हैं उत्तराखंड में. रेवड़ियों की ऐसी दुकानें सजी हैं मानो अगले पांच साल तक चलेंगी परंतु गारंटी किसी की नहीं है.
तो पहले बात करते हैं कॉमन रेवड़ियों की जो पंजाब में मिल रही हैं. तीनों पार्टी बीजेपी, कांग्रेस और आप की रोजगार नामक रेवड़ी कॉमन हैं. किसानों के लिए फ्री की रेवड़ी भी कॉमन है. जीने के लिए पानी भी तो जरुरी है. आखिर मेरा पानी दूसरा कैसे पी सकता है, यह भी कॉमन हैं.
लेकिन असली तो हैं घी वाली रेवड़ी, कीमत मात्र पचीस रूपए. बीजेपी और अकाली इस बार लोगो को 25 रूपए की दर से घी पिलाएगी आरोप है कि पहले इन्होंने नशा पिलाया, तो मेरे पंजाब के भाईयों बहनों और युवाओं तैयार हो जाइए, नशे को छोड़कर घी पीने का समय आ गया है, वैसे भी पंजाब की धरती घी की कटोरी के लिए जानी जाती हैं. तो क्यों न सस्ते घी का मजा ले लिया जाए. छोड़ो ये नशा वशा, नौकरी करते हैं क्योंकि ये रेवड़ियां भी मार्किट में कम नहीं हैं , मेहनत करते हैं और खूब घी पीते हैं.
आटा-दाल, चीनी भी अब दस रुपये किलो मिलने वाली है, सब कुछ तो अब बल्लै-बल्लै होने वाले हैं, चिंता छोड़ो चुनाव में भाग लो. और पांच साल के लिए पंजाब को छोड़ दो इन दुकानदारों के हवाले. देखते हैं पांच साल बाद भी कोई नयी दुकान तो खुलेगी ही. पांच रूपए में घी से भरी लबालब थाली मिलेगी, खूब खाओ और डकार लेने के बाद पानी पीना मत भूलना, पंजाब में रामराज लौटने वाला है. लगता है उड़ता पंजाब की परिकल्पना साकार होने वाली है.
रुख करते हैं देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की ओर और देखते हैं समाजवादी रेवड़ी को, जिसने हाल ही में नया ब्रांड प्राप्त किया है.
यहां भी मुफ्त में गेहूं-चावल के साथ पकाने के लिए फ्री का कुकर, फ्री में 1000 रुपये की मासिक पेंशन, हाई प्रोफाइल बनने के लिए फ्री के लैपटॉप, और क्या चाहिए भाइयों-बहनों ? वो अगली दुकान पर मिलेगी, फिलहाल दुकान खुलनेवाली है.
अन्य राज्यों में भी रेवड़ियों की दुकानों पर काम जारी है. जल्दी ना खुलने के लिए खेद है.
जल्द से जल्द खोलने की कोशिश में,
आपका-
बीजेपी-शिरोमणि अकालीदल, कांग्रेस, सपा, बसपा.
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