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Updated: 16 मार्च, 2017 08:48 PM
सीमा गुप्ता
सीमा गुप्ता
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कुछ साल पहले किंग खान शाहरुख़ खान टेलीविज़न पर ये पूछते हुए काफी पॉपुलर हुए कि 'क्या आप पांचवीं क्लास से तेज़ हैं.' उत्तर प्रदेश की रिकॉर्ड तोड़ जीत के बाद मोदी ने भी कुछ यहीं से प्रेरणा ली है. अंतर सिर्फ क्लास का है. पांचवीं के बजाय मोदी कार्यकर्ताओ से पूछ रहे है कि, क्या आप बाहरवी पास से तेज़ हैं? जी हां, आज भारतीय जनता पार्टी में सब बारहवीं के नतीजो में पास होने की तैयारी में हैं. बल्कि सभी कार्यकर्ताओ, सांसदों और विधायको को ये सन्देश अब साफ़ हो गया है. 

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मोदी ने आज पार्लिमेंट्री मीटिंग में सभी को साल 2019 के अपने मिशन में लग जाने को कहा. मिशन मोदी गरीब, युवा और दलितों को एक साथ ले जाने का रास्ता साफ कर रहा है. खास तौर पर कार्यकर्ताओ को कहा गया की आने वाले राज्यो के चुनाव और 2019 के चुनाव में युथ के साथ कनेक्ट होना बहुत जरूरी है और उसके लिए 12वीं में पढ़ रहे बच्चो के साथ अभी से बातचीत शुरू कर दें.

उनसे सोशल मीडिया और बातचीत के सारे रस्ते खोले जिससे आज का यूथ अपने आपको कनेक्ट करता है. उत्तर प्रदेश में हुई भारी जीत के बाद विश्लेषण ये साबित करता है की किस तरह बीजेपी को दलितों, युथ, महिलाओ ने भी अपना विकल्प माना है. अब ये फार्मूला बीजेपी अपनी 2019 के चुनावो में भी जारी रखना चाहती है.

जनगणना के ताजा आंकड़े 2011 के मुताबिक देश की करीब 41 फीसदी आबादी 20 साल से काम उम्र की है और आधी आबादी की उम्र 20 से 59 साल की है. आंकड़ों के मुताबिक मुस्लिम कौम के सबसे ज्यादा बच्चे हैं जो 16 साल की उम्र के हैं और कुल बच्चों की आबादी का 47 फीसदी है. देशभर में जबकि हिन्दू 40% और जैन समुदाय के 29% है. तो अगर बीजेपी को धर्म के ऊपर उठ कर, विकास का आइना दिखाकर वोट डलवाना है तो 12वीं पास विद्यार्थियों की जरुरत सबसे ज्यादा है. लैपटॉप, स्मार्टफ़ोन, वाई-फाई फ्री देना इसी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है.

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इसी जनगणना 2011 के मुताबिक देश की आबादी का 16.6% हिस्सा दलित आबादी है और अकेले 4 राज्यो में ही इस शेयर की आधी आबादी है. यूपी (20.5%), वेस्ट बंगाल (10.7%), बिहार (8.2%), तमिलनाडु (7.2%). यानि की कुल 543 सीट मे से 84 सीट पर दलित सांसद मौजूद है और करीब आधा 40 नंबर अकेले इन चार राज्यो में है.

यूनियन डायरेक्टरेट का जनगणना 2011 ये भी बताता है की 10 साल (2001-2011) में दलित आबादी 20.8 फीसदी के हिसाब से बड़ी जबकि देश की आबादी 17.7 फीसदी के हिसाब से बढ़ रही है. इन आंकड़ो का मतलब साफ़ है की अगर मोदी सरकार पार्ट 2 बनाना चाहते है तो देश की दलित आबादी को साथ में लेकर ही चलना होगा. तभी आज 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती देशभर में मनाए का सन्देश उन्होंने अपने कार्यकर्ताओ को दिया.

तो बात साफ़ है की मोदी ने अपना फोकस क्लियर कर लिया है- बच्चो के जरिये, मुस्लिम धर्म के आकर को भेदना, दलितों की बढ़ती आबादी और आमिर-गरीब की खाई को पाटना इसी का हिस्सा और सपनो को बेचना मोदी को अच्छे से आता है और ये बात लोगो को समझ भी आती है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को बारहवीं का टेस्ट देना होगा ताकि पकड़ लंबी रहे और 2019 में जलवा कायम रहे. तब तक शाहरुख़ खान की तरह पूछते रहे और जवाब पाते रहे की क्या आप पांचवीं पास से तेज़ हैं.

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सीमा गुप्ता सीमा गुप्ता @seema.gupta.9028

लेखक आजतक में न्यूज एडिटर हैं

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