New

होम -> सियासत

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 17 नवम्बर, 2018 12:15 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का एक दौर खत्म हो चुका है. अगले चरण की पोलिंग 20 नवंबर को होगी - और उसके हफ्ते भर बाद मध्य प्रदेश में मतदान होगा - 28 नवंबर को. नतीजे तो साथ ही 11 दिसंबर को आएंगे.

चुनाव आयोग भले ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव करा रहा हो. लगता तो ऐसा है जैसे सिर्फ दो राज्यों में चुनाव हो रहे हैं. चुनावी गहमागहमी के चलते मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ अब भी अलग नहीं लग रहे. अगर कोई अलग है तो वो है राजस्थान.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ही मध्य प्रदेश में डटे हुए हैं. 16 नवंबर को तो दोनों ही ने शहडोल का कार्यक्रम बना लिया. पहले मोदी की रैली फिर राहुल का रोड शो.

narendra modiये कौन बताएगा कि मध्य प्रदेश के साथ अब तक क्या होता रहा?

प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी दोनों ही एक दूसरे के निशाने पर रहे - और गौर करने वाली बात ये रही कि दोनों के भाषणों में 'तू-तू, मैं-मैं' से ज्यादा कुछ सुनने को नहीं मिला.

ये सवाल-जवाब लोगों को क्या देने वाला है?

मध्य प्रदेश के शहडोल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में नेहरू-गांधी-परिवार की राजनीति ही छायी रही. एक वजह ये भी रही कि इसी दौरान उन्हें कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान का जवाब भी देना था. शशि थरूर ने एक किताब के विमोचन के दौरान दावा किया था कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने का श्रेय देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जाता है. जब थरूर ने ये बात कही तो कार्यक्रम में सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं.

मोदी ने पहले तो साफ किया कि वो नेहरू नहीं बल्कि देश के सवा सौ करोड़ लोगों की वजह से प्रधानमंत्री बने, फिर शशि थरूर और कांग्रेस नेतृत्व को चैलेंज किया.

मोदी बोले, 'कहते हैं... नेहरू के चलते चायवाला पीएम बन गया... यदि आप डेमोक्रेसी का इतना सम्मान करते हैं तो एक छोटा सा काम करिये... यदि आप दावा करते हैं कि पंडित नेहरू और संविधान में आपकी भूमिका के चलते एक चायवाला पीएम बना है... तो फिर एक बार परिवार से बाहर के किसी व्यक्ति को सिर्फ 5 साल के लिए कांग्रेस का अध्यक्ष बना दो...'

मध्य प्रदेश में ही मौजूद राहुल गांधी भी मोदी पर वैसे ही बरसते रहे जैसे पिछले चुनावों में. राहुल गांधी ने नौजवानों को नौकरी के नाम मोदी सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाये और चीन में किसे कितना रोजगार मिलता है उसका रटा रटाया पुराना आंकड़ा फिर से पेश किया. राहुल गांधी ने फिर से नोटबंदी का जिक्र किया और बताया कि किस तरह गरीबों के पॉकेट से पैसा निकाल कर मोदी ने दर्जन भर अमीरों की जेब भर डाली. एक ठीकरा ये भी कि प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों भ्रष्टाचार की बात नहीं करते.

rahul gandhiराहुल गांधी कोई नया राग क्यों नहीं सुनाते...

राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर मोदी से मुलाकात का वो किस्सा भी सुनाया जिसके आखिर में वो बताते हैं कि मोदी ने जबाव नहीं दिया. साथ ही, एक वादा भी किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा. दो दिन पहले की ही बात है जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलायी और हाथ में गंगाजल लेकर किसानों की कर्जमाफी की कसमें भी खाई.

ये कैसा हिसाब किताब है?

शहडोल के जैतपुरा की रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने ये समझाने की भी कोशिश की कि मौजूदा विधानसभा चुनाव मध्य प्रदेश का भविष्य तय करने वाला है.

यहां प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ये चुनाव इसलिए नहीं हैं कि कौन विधायक बने या कौन नहीं... कौन दल जीता और कौन नहीं जीता... ये चुनाव मध्य प्रदेश का भविष्य तय करने वाला है...'

गजब! अगर ये चुनाव मध्य प्रदेश का भविष्य तय करने वाला है तो पिछले 15 साल से सूबे में क्या होता रहा? आखिर 15 साल के शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मध्य प्रदेश का भविष्य क्यों नहीं तय हुआ? फिर तो प्रधानमंत्री मोदी को ये भी समझाना होगा कि अब तक लगातार तीन चुनाव जीत कर बीजेपी की सरकार कौन से एक्सपेरिमेंट करती रही?

क्या 15 साल से शिवराज सिंह चौहान यही समझा रहे थे कि मध्य प्रदेश की सड़कें अमेरिका से ज्यादा चमकीली हैं? वो कैसे भूल गये कि शिवराज सिंह को कंधे पर उठाकर गड्ढे पार कराते सुरक्षाकर्मियों का वीडियो वायरल हुआ तो पूरी दुनिया देख रही थी.

यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी समझाया कि अगर कोई कांग्रेसी विकास का हाल पूछे तो लोगों को क्या जवाब देना चाहिये? प्रधानमंत्री को ये तो लगता है कि ये पब्लिक है, लेकिन उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि ये पब्लिक कुछ भी नहीं जानती.

देखिये कैसे मोदी ने रैली में मौजूद लोगों को समझा रहे थे, 'जब ये कांग्रेसी पूछें कि ये सड़क और ये स्कूल क्यों नहीं बना तो आप पूछिएगा कि 55 साल शासन करते हुए तुमने क्यों नहीं बनाया... क्या तब विकास में ताला लगा हुआ था...'

बातों ही बातों में मोदी शहडोल से दिल्ली पहुंच गये और बोले, 'एक मुकाबला हो जाए... एक ही परिवार की चार पीढ़ियों ने देश को क्या दिया - और एक चायवाले ने चार साल में क्या दिया?'

मुकाबला तो हो ही रहा है - और आगे भी होगा ही. वैसे भी 2019 आने में अब ज्यादा दिन बचे भी नहीं हैं.

इन्हें भी पढ़ें :

क्या कांग्रेस की रणनीति शिवराज को चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोक पाएगी?

मध्‍यप्रदेश में बीजेपी ने फातिमा को चुनकर कांग्रेस को दे दी फतह!

राजस्थान कांग्रेस के कार्यकर्ता पायलट-गहलोत नहीं राहुल से नाराज हो गये

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय