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Updated: 14 अप्रिल, 2020 05:57 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद भारत (India) में कोरोना (Coronavirus) के मामले और मौतों का ग्राफ (Coronavirus graph in India) बढ़ता जा रहा है. इसलिए आशंका जताई जा रही थी कि सरकार कठोर कदम उठाएगी और ऐसा ही हुआ. कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए लॉकडाउन की मियाद में इजाफा किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना को करारी शिकस्त देने के लिए अब देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा. पीएम ने ये भी कहा है कि अगर हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को आसानी के साथ हराया जा सकता है. बता दें कि अपनी बातों में पीएम मोदी ने अलग अलग राज्य सरकारों का हवाला देते हुए कहा कि सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. इसका मतलब ये हुआ कि आने वाले 3 मई तक सभी हर देशवासियों को लॉकडाउन का पालन करना पड़ेगा.

Coronavirus, Lockdown, Prime Minister, Narendra Modiपूरे देश के सामने आने वाले वक़्त की चुनौतियों को बताते पीएम मोदी

वहीं बात अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हो तो पीएम के लहजे से साफ था कि कोरोना वायरस के लिहाज से आने वाले कुछ दिन बड़े ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं. पीएम मोदी ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा. वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है.

आइये नजर डालें की पीएम मोदी के 25.18 मिनट के इस भाषण में वो कौन कौन सी बातें हैं जो न सिर्फ गंभीर हैं. बल्कि ये भी बता रही हैं कि सरकार ने समस्या को पार लगाने के लिए अपनी कमर कस ली है.

की देशवासियों की तारीफ

जैसा कि उम्मीद जताई जा रही थी पीएम मोदी कोरोना वायरस के तहत किये गए लॉक डाउन में जनता के सहयोग से संतुष्ट थे. आम लोगों की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि लोगों ने अपने प्रयासों से पूरे देश को बचाया है. इस दौरान पीएम ने तमाम तरह की चुनौतियों का भी जिक्र किया . पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को दिक्कतें हो रही हैं मगर वे एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं.

किया संविधान और त्योहारों का जिक्र

इस दौरान पीएम मोदी ने देश के संविधान का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे संविधान में जिस 'भारत के लोग' की बात हुई थी वो यही थी.आज लोग बीमारी के खिलाफ एकजुट हुए हैं एक साथ लड़ रहे हैं सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं. पीएम ने ये भी कहा कि यही डॉक्टर भीम राव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है. इसके अलावा त्योहारों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि त्योहार ही हमारी पहचान हैं और जैसे हम अपने घरों में रहते हुए त्योहार मना रहे हैं ये तमाम बातें प्रेरणा देने वाली हैं.

संक्रमण रोकने में भारत के प्रयासों की तारीफ

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के अंतर्गत अन्य मुल्कों के भी जिक्र किया और कहा कि इस दौरान जो प्रयास भारत की तरफ से थे वो कमाल के थे. पीएम ने बताया कि जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था तभी हमने विदेश से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की और विदेश से आए लोगों के लिए 14 दिन का आइसोलेशन रखा.

परिणाम ये निकला कि आज भारत में कोरोना वायरस की बीमारी अन्य देशों के मुकाबले खासी कम है. यानी भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया और मौके पर फैसला लेकर बीमारी पर काफी हद तक लगाम लगाई.

पीएम ने बताया कि अन्य देशों के मुकाबले भारत संभली हुई स्थिति में है. पीएम ने ये भी कहा कि भारत में सभी लोग साथ आए इसीलिए हम बेकाबू हालात को काबू करने में कामयाब हुए.

पहला हफ्ता सबसे सख्त लॉक डाउन, उसके बाद सशर्त ढील

पीएम ने कहा कि लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर जो रास्ता भारत ने चुना है वही सही है. साथ ही लॉक डाउन का लाभ देश को मिला है. चूंकि लॉक डाउन को बढ़ाया जा रहा है इसलिए ये एक परीक्षा की घड़ी है. आगे भी लॉक डाउन का पालन उसी अनुशासन से करना है जिसका परिचय हमने पूर्व में दिया है.

पीएम की बातों से साफ था कि लॉक डाउन का पहला हफ्ता सख्त होने वाला है. क्यों कि कोरोना से लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है इसलिए लॉक डाउन 2 में किसी भी लापरवाही को जगह नहीं दी जाएगी.

20 अप्रैल तक यदि लोगों ने सूझ बूझ का परिचय दिया तो सशर्त ढील दी जाएगी और अगर हालात बिगड़े तो इस ढील को वापस लेकर फिर से लॉक डाउन कर दिया जाएगा.

अब लोगों का रिपोर्ट कार्ड आएगा, यदि नए हॉटस्पॉट बने तो समझो फेल

जैसा कि हम ऊपर ही इस बात को बता चुके हैं ये लॉक डाउन तमाम देशवासियों के लिए किसी परीक्षा की तरह है. इसमें पास वही होगा जो नियम शर्तों और अनुशासन का पालन करेगा. यानी अब वो दौर है जब देश की जनता को रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा अगर नए हॉट स्पॉट बनते हैं या ये कहें कि नए मामले प्रकाश में आते हैं तो इस मुहिम में उस क्षेत्र को लोगों को फेल करार दिया जाएगा.

बता दें कि लॉकडाउन 2 को सरकार द्वारा बारीकी से परखा जाएगा और जो नियमों का पालन करेंगे फायदा उन्हीं का होगा. साथ ही अगर कहीं गड़बड़ हुई तो सरकार उससे सख्ती से निपटेगी.

किसानों और मजदूरों का क्या होगा?

राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री किसानों और मजदूरों के लिए भी फिक्रमंद नजर आए. पीएम ने कहा है कि लॉक डाउन का सबसे बुरा असर किसानों और मजदूरों पर हो रहा है और उस वक्त उनकी सबसे बड़ी चुनौती इन लोगों की समस्याओं को दूर करना है. पीएम ने कहा कि जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, वो मेरा परिवार हैं. मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक, इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है.

पीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने ऐसे लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास किया है. नई गाइड लाइंस में भी इनके हितों का पूरा ख्याल रखा गया है.

जनता को याद दिलाए 7 अहम बिंदु

पीएम ने तमाम बातों के अलावा 7 बिंदुओं पर बात की. पीएम ने कहा कि- 

1- अपने घर के बुजुर्गों का ख्याल रखें।

2- लॉकडाउन की लक्षमण रेखा का पालन करें, घर में बने मास्क का इस्तमाल करें.

3- आयुष मंत्रालय द्वारा जारी गाइड लाइंस का पालन करें.

4- आरोग्य सेतु डाऊनलोड करें और इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों से डाउन लोड कराएं.

6- गरीब परिवार की देखरेख करें और उन्हें भोजन मुहैया कराएं.

7- अपने व्यवसाय में लगे लोगों को नौकरी से न निकालें

डॉकटर नर्स पुलिस इत्यादि कोरोना वरियर्स का सम्मान करें.

लॉक डाउन 2 कैसा होगा ? दूसरे लॉक डाउन की गाइड लाइंस क्या होंगी इसका फैसला जल्द ही हो जाएगा मगर जो लहजा देश के प्रधानमंत्री का था उससे इतना तो साफ़ हो गया है कि यदि सब लोग साथ आ गए तो पूरा देश बड़ी ही आसानी के साथ इस विपदा का सामना कर लेगा और हगम आपसी तालमेल और सूझ बूझ से इस चुनौती को पार लगाकर कोरोना को करारी शिकस्त दे देंगे.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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