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Updated: 11 अगस्त, 2015 04:13 PM
मार्कंडेय काटजू
मार्कंडेय काटजू
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जनता का भारत रत्न

सरकार यूपीए की हो या एनडीए की, भारत सरकार द्वारा अक्सर, वो भी असंगत कारणों से, अयोग्य व्यक्तियों को भारत रत्न दे दिया जाता है.

हर साल स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर मैंने जनता का भारत रत्न की घोषणा करने का मन बनाया है. ऐसे भारत रत्न, जो सही मायने में इसके हकदार हैं.

इस साल स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को ये होंगे जनता के भारत रत्न :

(i) मिर्जा गालिब  
(ii) भगत सिंह
(iii) चंद्रशेखर आजाद  
(iv) सूर्य सेन (मास्टरदा)
(v) अश्फाकउल्ला
(vi) खुदीराम बोस
(vii) राम प्रसाद बिस्मिल
(viii) डॉ. द्वारकानाथ कोटनिस
(ix) सुब्रमण्या भारती
(x) शरत चंद्र चटोपाध्याय
(xi) काजी नजरूल इस्लाम
(xii) मुंशी प्रेमचंद
(xiii) राजा राम मोहन रॉय

मैंने सिर्फ उन्हीं लोगों का चयन किया है, जो मॉडर्न काल से हैं. प्राचीन या मध्यकालीन युग से नहीं. 18वीं सदी के राजा राम मोहन रॉय और 19वीं सदी के मिर्जा गालिब भी मॉडर्न युग से ही आते हैं.

प्राचीन काल में से सम्राट अशोक, आर्यभट्ट, सुश्रुत, पाणिनी और मध्यकालीन युग से सम्राट अकबर, कबीर आदि की मैं बहुत इज्जत करता हूं. लेकिन चयन का आधार मॉडर्न युग को बनाया, इसलिए इनके नामों को छोड़ना पड़ा.

मरणोपरांत पुरस्कार अक्सर दिए गए हैं, जैसे डॉ. अंबेडकर, सरदार पटेल और पंडित मदन मोहन मालवीय. सचिन तेंदुलकर को दिया गया पुरस्कार एक मजाक था.

मैं आप सभी से अपील करता हूं कि इन नामों की हर जगह घोषणा करें. आइए हम अपने असली नायकों का सम्मान करें.

यह सूची संपूर्ण नहीं है बल्कि जनवरी 26 से पहले और अधिक नामों की घोषणा की जाएगी. लोगों से अनुरोध है कि इसके लिए वे नाम सुझाएं.

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लेखक

मार्कंडेय काटजू मार्कंडेय काटजू @justicekatju

लेखक सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एवं प्रेस कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष हैं

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