New

होम -> सियासत

 |  6-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 09 नवम्बर, 2019 02:47 PM
आईचौक
आईचौक
  @iChowk
  • Total Shares

राम मंदिर से जुड़ा फैसला (Ram Mandir Ayodhya verdict) आने के बाद पाकिस्‍तान ने वही किया, जिसकी उम्‍मीद थी. Pakistan Media reactions बता रहे हैं कि कैसे वह हिंदू-मुसलमानों के बीच के सौहार्द्र को बिगाड़ना चाहता है. kartarpur corridor inauguration के बीच पाकिस्‍तान अपना जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है. देश के सबसे बड़े विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को विराम लगा दिया. राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद (Ram Mandir-Babri Masjid dispute) में निर्मोही अखाड़ा और वक्फ बोर्ड का दावा खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रामलला का दावा बरकरार मानते हुए मालिकाना हक रामलला (Ramlala) को दे दिया यानी विवादित जमीन रामजन्भूमि न्यास (Ram Janmbhumi Nyas) को दे दी गई. उधर सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) को मस्जिद के लिए अयोध्या में ही 5 एकड़ वैकल्पिक जगह देने के आदेश दिए गए. मंदिर बनाने के लिए ट्रेस्ट बनाने के आदेश दिए. यानी मंदिर वहीं बनेगा.

और सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले पर भले ही जफरयाब जिलानी संतुष्ट न दिखें लेकिन पूरे देश में तो खुशी का माहौल है. हिंदू ही नहीं मुस्लिम पक्ष ने भी दिल खोलकर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है. ये तो रही भारत की बात, लेकिन पाकिस्तान में अयोध्या मामले पर आए फैसले को लेकर विरोध की स्थिति है. वैसे पाकिस्तान से हम कोई और उम्मीद तो कर नहीं सकते.

pakistan reaction on ayodhya verdict पाकिस्तान अयोध्या पर आए फैसले के खिलाफ है

यूं तो पाकिस्तानी मीडिया वही दिखा रहा है जो कुछ असल में हुआ है लेकिन न्यूज चैनल पर पाकिस्तान से ही इस फैसले के, और मोदी के विरोध में आवाज उठ रही हैं. पाकिस्तान के लिए भी आज बड़ा दिन है क्योंकि आज से करतारपुर कॉरीडोर की शुरुआत हो गई जिसके जरिये हजारों सिख श्रद्धालु करतारपुर स्थित दरबार साहिब के दर्शन कर सकेंगे. लिहाजा इस समय को लेकर पाकिस्तान बहुत उछल रहा है. और अल्पसंख्कों के लिए अपने झूठ प्रेम के कसीदे पढ़ रहा है.

समाटीवी पर शाह महमूद कुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हैरानी जताई. क्योंकि ये करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने वाले दिन ही सुनाया.

Geo news ने ये कहते हुए खबर चलाई कि सुप्रीमकोर्ट ने बाबरी मस्जिद की जमीन हिंदुओं को देदी.

पत्रकार अपनी राय सोशल मीडिया पर दे रहे हैं. पाक पत्रकार गरीदाह फरूकी कहती हैं कि- वो दिन जब पाकिस्तान खुद को भारत से ज्यादा सेकुलर महसूस करे और आपको फख्र हो.  पाकिस्तान- सभी धर्मों का देश, भारत- एक धर्म का देश.

पाकिस्तान के सेंट्रल फिल्म सेंसर बोर्ड के चेयर मैन danyal gilani का कहना है कि बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट का मंदिर बनाने का फैसला तब आया है जब करतारपुर कॉरिडोर खोला जा रहा है. भारत में अल्पसंख्यक पहले से कट्टरपंथी विचारधारा से डरे हुए हैं और इस फैसले के बाद वो और भी असुरक्षित महसूस करेंगे.

पाकिस्तानी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने सुप्रीमकोर्ट के इस फैसले को शर्मनाक, घृणित, अवैध और अनैतिक बताया.

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर जिन्होंने कल ही कहा थ कि 'पाकिस्तानी सेना राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में बेहद व्यस्त है और राजनीतिक मसलों के लिए उसके पास वक्त नहीं है' आज समय निकालकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कह रहे हैं कि- विश्व ने एक बार फिर से कट्टरपंथी भारत का असली और बदसूरत चेहरा देखा है. पहले 5 अगस्त 19 को IOJ & K पर अवैध कार्रवाई करके और उसके बाद आज बाबरी मस्जिद पर फैसले के माध्यम से. दूसरी ओर पाकिस्तान ने आज दूसरे धर्म का सम्मान करते हुए नानक सेवा के लिए कर्तापुर कोरिडोर खोला है.

पाकिस्तानी पाक्सितान होने के लिए जिन्नाह का शुक्रिया अदा करते नजर आ रहे हैं.

फैसल जावेद खान भी भारत और पाकिस्तान का चेहरा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. इनका कहना है कि दो देश, दो कहानियां- पाकिस्तान करतारपुर से अंतरजातीय सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देता है और और दूसरी ओर भारत की अतिवादी मानसिकता उजागर हुई है जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पूरी तरह से नजरंदाज करती है.

कुल मिलाकर देखा जाए तो अयोध्या मामले पर आए एक बेहद समझदारी वाले फैसले से पाकिस्तान जरा भी खुश नहीं है. अलबत्ता आज के दिन आए इस फैसले ने पाकिस्तान को खुद पर गुरूर करने का एक और मौका दे दिया कि पाकिस्तान ने सिखों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलकर धार्मिक सौहार्द का परिचय दिया है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने 'बाबरी मस्जिद की जमीन' हिंदुओं को देकर खुद को एक ही धर्म का देश साबित कर दिया है.

ये वो पाकिस्तान है जिसे न इतिहास से कोई मतलब, न कायदे और न कानून से और न इसे धार्मिक भावनाओं से कोई लेना-देना. इन्हें तो सिर्फ एक शब्द से लेना-देना है और वो है 'बाबरी मस्जिद' जिसके खोने से भारतीयों से ज्यादा दुख तो इन पाक्सितानियों को हो रहा है.

ये भी पढ़ें-

Ram Mandir verdict: मुस्लिम और हिंदू पक्ष की तैयारियों में है जबर्दस्‍त समानता!

Ram Mandir verdict आने को है लेकिन असली अलर्ट सोशल मीडिया को लेकर!

Ayodhya Ram Mandir Verdict: 10 दिलचस्‍प सवालों के घेरे में आए भगवान राम और बाबर

लेखक

आईचौक आईचौक @ichowk

इंडिया टुडे ग्रुप का ऑनलाइन ओपिनियन प्लेटफॉर्म.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय