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एक रॉकेट के फटने से कई दिल टूटे...

    • आईचौक
    • Updated: 02 सितम्बर, 2016 02:35 PM
  • 02 सितम्बर, 2016 02:35 PM
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एक निजी स्पेसफ्लाइट कंपनी स्पेसएक्स का एक रॉकेट फॉल्कोन-9 लॉन्चिंग से पहले फट गया. गुरुवार की सुबह हुआ ये धमाका इतना जबर्दस्त था कि कुछ मीलों तक इससे इमारतें तक थर्रा गई.

उस घटना को आज करीब 60 साल होने को आए. तब शीत युद्ध का दौर था. 1957 के दिसंबर में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पहली बार कोई रॉकेट स्पेस में भेजने की तैयारी पूरी कर ली थी. लेकिन लॉन्चिंग के बाद रॉकेट जमीन से 4 फीट ही ऊपर उठी कि उसमें विस्फोट हो गया. पहली बार एक रॉकेट के फटने का दृश्य दुनिया ने देखा.

अमेरिका के लिए ये बड़ा झटका था. क्योंकि दो महीने पहले ही अक्टूबर-1957 में रूस स्पेस में कृत्रिम सेटेलाइट भेजने वाला दुनिया का पहला देश बन चुका था. बावजूद इसके कि सेटेलाइट भेजने की योजना की घोषणा सबसे पहले अमेरिका ने की थी. लेकिन तब बाजी रूस ने मार ली.

यह भी पढ़ें- वीडियो : जब सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट एयरलैंडर 10 हुआ क्रैश...

अब इतने वर्षों बाद कुछ ऐसा ही हुआ है. एक निजी स्पेसफ्लाइट कंपनी स्पेसएक्स का एक रॉकेट फॉल्कोन-9 लॉन्चिंग से पहले ही फट गया. गुरुवार की सुबह को हुआ ये धमाका इतना जबर्दस्त था कि कुछ मीलों तक इससे इमारते तक थर्रा गई. ये मामला अब जरूर अमेरिका बनाम रूस की कहानी नहीं कहता. लेकिन ये वही जगह है जहां 1957 में अमेरिकी रॉकेट के फटने की घटना हुई थी. फ्लोरिडा का केप केनवेरल एयर फोर्स स्टेशन.

देखिए ये वीडियो, कैसे फटा फॉल्कोन-9

राहत वाली बात ये रही कि धमाके के समय रॉकेट में या उसके आसपास कोई मौजूद नहीं था. जो रॉकेट छोड़ा जाना था उसमें फेसबुक से जुड़ा एक सेटेलाइट भी था. लिहाजा फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकर्बर्ग ने भी इस घटना पर दुख जताया..

पिछले साल भी स्पेसएक्स का एक रॉकेट ऐसे ही आसामान में कुछ दूर जाने के बाद फट गया था. गौरतलब है कि स्पेसएक्स एक निजी कंपनी है, जिसकी स्थापना 2002 में एलोन मस्क...

उस घटना को आज करीब 60 साल होने को आए. तब शीत युद्ध का दौर था. 1957 के दिसंबर में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पहली बार कोई रॉकेट स्पेस में भेजने की तैयारी पूरी कर ली थी. लेकिन लॉन्चिंग के बाद रॉकेट जमीन से 4 फीट ही ऊपर उठी कि उसमें विस्फोट हो गया. पहली बार एक रॉकेट के फटने का दृश्य दुनिया ने देखा.

अमेरिका के लिए ये बड़ा झटका था. क्योंकि दो महीने पहले ही अक्टूबर-1957 में रूस स्पेस में कृत्रिम सेटेलाइट भेजने वाला दुनिया का पहला देश बन चुका था. बावजूद इसके कि सेटेलाइट भेजने की योजना की घोषणा सबसे पहले अमेरिका ने की थी. लेकिन तब बाजी रूस ने मार ली.

यह भी पढ़ें- वीडियो : जब सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट एयरलैंडर 10 हुआ क्रैश...

अब इतने वर्षों बाद कुछ ऐसा ही हुआ है. एक निजी स्पेसफ्लाइट कंपनी स्पेसएक्स का एक रॉकेट फॉल्कोन-9 लॉन्चिंग से पहले ही फट गया. गुरुवार की सुबह को हुआ ये धमाका इतना जबर्दस्त था कि कुछ मीलों तक इससे इमारते तक थर्रा गई. ये मामला अब जरूर अमेरिका बनाम रूस की कहानी नहीं कहता. लेकिन ये वही जगह है जहां 1957 में अमेरिकी रॉकेट के फटने की घटना हुई थी. फ्लोरिडा का केप केनवेरल एयर फोर्स स्टेशन.

देखिए ये वीडियो, कैसे फटा फॉल्कोन-9

राहत वाली बात ये रही कि धमाके के समय रॉकेट में या उसके आसपास कोई मौजूद नहीं था. जो रॉकेट छोड़ा जाना था उसमें फेसबुक से जुड़ा एक सेटेलाइट भी था. लिहाजा फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकर्बर्ग ने भी इस घटना पर दुख जताया..

पिछले साल भी स्पेसएक्स का एक रॉकेट ऐसे ही आसामान में कुछ दूर जाने के बाद फट गया था. गौरतलब है कि स्पेसएक्स एक निजी कंपनी है, जिसकी स्थापना 2002 में एलोन मस्क द्वारा की गई थी.

यह भी पढ़ें- धरती पर ही एक साल 'एलियन' बनकर रहे ये 6 लोग



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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