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IRCTC से ज्‍यादा यह एप बताएगा कि कन्‍फर्म टिकट कहां है!

    • आईचौक
    • Updated: 16 फरवरी, 2016 10:28 AM
  • 16 फरवरी, 2016 10:28 AM
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आईआईटी रुड़की के छात्र रुनाल जाजू ने अपने भाई शुभम बलवाड़ा के साथ मिलकर 'टिकट जुगाड़' एप बनाया, जिससे आपको कन्फर्म टिकट की उपलब्धता की इतनी सटीक जानकारी मिल जाती है जोकि रेलवे की टिकट बुकिंग साइट irctc भी नहीं दे पाती.

आईआईटी रुड़की के छात्र रुनाल जाजू बंगाल से महाराष्ट्र स्थित अपने घर औरंगाबाद जा रहे थे. ट्रेन की टिकट चेक की तो बड़ी वेटिंग लिस्ट मिली. लेकिन जब जाजू ट्रेन में चढ़े तो देखा कि कई सीटें खाली थीं. इस बात से उन्हें लोगों को ट्रेन की सीटों की उपलब्धता बताने और वेटिंग लिस्ट से बचाने का उपाय आया. इसके बाद उन्होंने अपने भाई शुभम बलवाड़ा के साथ मिलकर एक ऐसा ऐप बनाया जो वेटिंग लिस्ट से जूझते रेलवे यात्रियों की परेशानियों को खत्म कर देता है. आइए जानें जाजू ने क्या किया...

आईआईटी रुड़की के छात्र रुनाल जाजू ने इस समस्या के समाधान के लिए एनआईटी जमशेदपुर में पढ़ने वाले अपने भाई शुभम बलवाड़ा से बात की. इन दोनों ने मिलकर 'टिकट जुगाड़' नाम से एक ऐप बनाया जिससे आपको कन्फर्म टिकट की उपलब्धता की इतनी सटीक जानकारी मिल जाती है जोकि रेलवे की टिकट बुकिंग साइट irctc भी नहीं दे पाती. रेलवे की टिकट बुकिंग साइट की इस भारी खामी को जाजू और बलवाड़ा ने अपने ऐप से दूर करने की कोशिश की और नतीजा एक बेहतरीन ऐप्लिकेशन के रूप में सामने आया.

कैसे काम करता है टिकट जुगाड़: जाजू और बलवाड़ा द्वारा बनाया गया टिकट जुगाड़ नामक यह एप यूनीक एलगोरिथम का प्रयोग करके वैकल्पिक रूट्स की ट्रेनों में टिकट की उपलब्धता के बारे में जानकारी दे देता है. इसे ऐसे समझिए, जब आप रेलवे की साइट irctc पर टिकट बुकिंग के लिए जाते हैं तो उसमें सिर्फ यात्रा शुरू करने के स्टेशन और यात्रा खत्म करने वाले स्टेशनों के बीच की ही ट्रेनों के टिकटों की उपलब्धता नजर आती है. ऐसे में इन स्टेशनों के बीच अगर वेटिंग लिस्ट है तो आपके पास उस स्टेशन के आसपास या किसी वैकल्पिक रूट की ट्रेनों में टिकट की उपलब्धता को चेक करने की कोई सुविधा रेलवे नहीं देता है. जबकि हर स्टेशन के पास टिकटों का अपना कोटा होता है.

जाजू और बलवाड़ा का टिकट जुगाड़ एप ऐसे मामले में आपके काम आता है. इस ऐप से आप यह जान सकते हैं कि वैकल्पिक रूट की किन ट्रेनों में टिकट उपलब्ध हैं. 'जाजू कहते हैं, टिकट बुकिंग में कुछ...

आईआईटी रुड़की के छात्र रुनाल जाजू बंगाल से महाराष्ट्र स्थित अपने घर औरंगाबाद जा रहे थे. ट्रेन की टिकट चेक की तो बड़ी वेटिंग लिस्ट मिली. लेकिन जब जाजू ट्रेन में चढ़े तो देखा कि कई सीटें खाली थीं. इस बात से उन्हें लोगों को ट्रेन की सीटों की उपलब्धता बताने और वेटिंग लिस्ट से बचाने का उपाय आया. इसके बाद उन्होंने अपने भाई शुभम बलवाड़ा के साथ मिलकर एक ऐसा ऐप बनाया जो वेटिंग लिस्ट से जूझते रेलवे यात्रियों की परेशानियों को खत्म कर देता है. आइए जानें जाजू ने क्या किया...

आईआईटी रुड़की के छात्र रुनाल जाजू ने इस समस्या के समाधान के लिए एनआईटी जमशेदपुर में पढ़ने वाले अपने भाई शुभम बलवाड़ा से बात की. इन दोनों ने मिलकर 'टिकट जुगाड़' नाम से एक ऐप बनाया जिससे आपको कन्फर्म टिकट की उपलब्धता की इतनी सटीक जानकारी मिल जाती है जोकि रेलवे की टिकट बुकिंग साइट irctc भी नहीं दे पाती. रेलवे की टिकट बुकिंग साइट की इस भारी खामी को जाजू और बलवाड़ा ने अपने ऐप से दूर करने की कोशिश की और नतीजा एक बेहतरीन ऐप्लिकेशन के रूप में सामने आया.

कैसे काम करता है टिकट जुगाड़: जाजू और बलवाड़ा द्वारा बनाया गया टिकट जुगाड़ नामक यह एप यूनीक एलगोरिथम का प्रयोग करके वैकल्पिक रूट्स की ट्रेनों में टिकट की उपलब्धता के बारे में जानकारी दे देता है. इसे ऐसे समझिए, जब आप रेलवे की साइट irctc पर टिकट बुकिंग के लिए जाते हैं तो उसमें सिर्फ यात्रा शुरू करने के स्टेशन और यात्रा खत्म करने वाले स्टेशनों के बीच की ही ट्रेनों के टिकटों की उपलब्धता नजर आती है. ऐसे में इन स्टेशनों के बीच अगर वेटिंग लिस्ट है तो आपके पास उस स्टेशन के आसपास या किसी वैकल्पिक रूट की ट्रेनों में टिकट की उपलब्धता को चेक करने की कोई सुविधा रेलवे नहीं देता है. जबकि हर स्टेशन के पास टिकटों का अपना कोटा होता है.

जाजू और बलवाड़ा का टिकट जुगाड़ एप ऐसे मामले में आपके काम आता है. इस ऐप से आप यह जान सकते हैं कि वैकल्पिक रूट की किन ट्रेनों में टिकट उपलब्ध हैं. 'जाजू कहते हैं, टिकट बुकिंग में कुछ स्टेशनों के हिसाब से टिकट का कोटा होता है. उदाहरण के लिए अगर आप स्टेशन ए से टिकट बुक कर रह हैं तो हो सकता है कि आपको वेटिंग लिस्ट दिखे, लेकिन अगर आप इसी टिकट को पिछले स्टेशन से बुक करें तो आपको टिकट मिल सकती है. अगर आप खुद से ऐसे स्टेशनों को खोजने की कोशिश करें तो यह बहुत मु्श्किल होगा लेकिन हमारा ऐप ने इसे ऑटोमैटिक बना दिया है.' भारतीय रेलवे यात्रियों को उस स्टेशन से यात्रा शुरू करने की इजाजत देती है जोकि बुकिंग स्टेशन के बाद आते हैं.

यह बेहतरीन एप फिलहाल ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.

एक बेहतरीन जुगाड़ रेलवे यात्रियों की जिंदगी को आसान बनाने जा रहा है!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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