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पहला 5G स्मार्टफोन, क्या भारत में कर पाएगा काम?

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 19 फरवरी, 2017 03:17 PM
  • 19 फरवरी, 2017 03:17 PM
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दुनिया का पहला 5G फोन लॉन्च होने जा रहा है, लेकिन भारत में अभी भी आधी से ज्यादा जनता 2G-3G का इस्तेमाल कर रही है. तो कब तक आ पाएगा भारत में 5G? क्या हो सकता है इसका भविष्य?

26 फरवरी से शुरू होने जा रही मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में चीनी कंपनी ZTE दुनिया का पहला 5G रेडी स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही ही है. ये फोन ZTE गीगाबिट नाम से लॉन्च किया जाएगा और इसमें 360 डिग्री का वर्चुअल वीडियो भी शूट किया जा सकेगा.

कितनी होगी स्पीड-

ये फोन 1GB प्रति सेकंड तक इंटरनेट स्पीड सपोर्ट कर सकता है इसका मतलब 1 HD फिल्म 1 या 2 सेकंड में ही डाउनलोड हो सकती है (अगर ये अपनी पूरी स्पीड में काम करे तो). ये फोन भारतीय मार्केट में कब तक आएगा इसके बारे में कोई भी जानकारी अभी नहीं दी गई है. अन्य देशों के लिए ये 2020 तक मार्केट में आ सकता है.

ये फोन खयालों में तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन जरा सोचिए जब ये फोन भारत में आएगा तो क्या होगा?

3G-4G तो ठीक पर 5G?

अब जरा भारत के बारे में सोचिए. 2017 में जहां सभी देश 5G की ओर बढ़ गए हैं वहां जियो 4G को फ्री डेटा की अवधी बढ़ानी पड़ी ताकी यूजर्स वापस पुराने 3G पैक्स पर ना चले जाएं. अभी भी हमारे मार्केट में 3G फोन्स बिक रहे हैं. 4G हैंडसेट है तो भी लोग 3G इस्तेमाल कर रहे हैं और कुछ इलाकों में ये 2G की तरह चलता है.

भारत के कई इलाकों में लोग 3G इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं क्योंकि ये तेज है और हां 2G के बाद नया अपग्रेड है. ये कुछ ऐसा ही है कि साइकल की जगह आप बाइक ले लें, लेकिन 5G की ओर बढ़ना मतलब तेज कार की सवारी करना. तो कितना तैयार है भारत 5G के लिए?

4G और भारत-

- सबसे पहले 2009 में 4G तकनीक का इस्तेमाल किया गया था और इसका स्टैंडर्डाइजेशन 2007 - 08 में हो चुका था, लेकिन भारत में 2017 में भी पूरी तरह से 4G नहीं उपयोग किया जाता है. - अभी भी 2G और 3G इस्तेमाल करने वालों की संख्या 60% से ज्यादा है और दूर दराज के इलाकों में तो...

26 फरवरी से शुरू होने जा रही मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में चीनी कंपनी ZTE दुनिया का पहला 5G रेडी स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही ही है. ये फोन ZTE गीगाबिट नाम से लॉन्च किया जाएगा और इसमें 360 डिग्री का वर्चुअल वीडियो भी शूट किया जा सकेगा.

कितनी होगी स्पीड-

ये फोन 1GB प्रति सेकंड तक इंटरनेट स्पीड सपोर्ट कर सकता है इसका मतलब 1 HD फिल्म 1 या 2 सेकंड में ही डाउनलोड हो सकती है (अगर ये अपनी पूरी स्पीड में काम करे तो). ये फोन भारतीय मार्केट में कब तक आएगा इसके बारे में कोई भी जानकारी अभी नहीं दी गई है. अन्य देशों के लिए ये 2020 तक मार्केट में आ सकता है.

ये फोन खयालों में तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन जरा सोचिए जब ये फोन भारत में आएगा तो क्या होगा?

3G-4G तो ठीक पर 5G?

अब जरा भारत के बारे में सोचिए. 2017 में जहां सभी देश 5G की ओर बढ़ गए हैं वहां जियो 4G को फ्री डेटा की अवधी बढ़ानी पड़ी ताकी यूजर्स वापस पुराने 3G पैक्स पर ना चले जाएं. अभी भी हमारे मार्केट में 3G फोन्स बिक रहे हैं. 4G हैंडसेट है तो भी लोग 3G इस्तेमाल कर रहे हैं और कुछ इलाकों में ये 2G की तरह चलता है.

भारत के कई इलाकों में लोग 3G इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं क्योंकि ये तेज है और हां 2G के बाद नया अपग्रेड है. ये कुछ ऐसा ही है कि साइकल की जगह आप बाइक ले लें, लेकिन 5G की ओर बढ़ना मतलब तेज कार की सवारी करना. तो कितना तैयार है भारत 5G के लिए?

4G और भारत-

- सबसे पहले 2009 में 4G तकनीक का इस्तेमाल किया गया था और इसका स्टैंडर्डाइजेशन 2007 - 08 में हो चुका था, लेकिन भारत में 2017 में भी पूरी तरह से 4G नहीं उपयोग किया जाता है. - अभी भी 2G और 3G इस्तेमाल करने वालों की संख्या 60% से ज्यादा है और दूर दराज के इलाकों में तो लोग इंटरनेट के बारे में ही नहीं जानते. 2020 तक भारत के सभी इलाकों में 4G पहुंच जाए यही बहुत बड़ी बात है. - लोग अभी भी 3G कनेक्शन का पूरा इस्तेमाल इसलिए नहीं करते क्योंकि उनका डेटा पैक जल्दी खत्म हो जाएगा. ऐसे में जियो 4G ने लोगों को थोड़ा ज्यादा इस्तेमाल करने की आदत जरूर डाल दी है, लेकिन अभी भी कंपनी और एक्सपर्ट्स दोनों को ये नहीं पता कि फ्री पैक खत्म होने के बाद कितने लोग जियो का इस्तेमाल करेंगे. - भारत के कई हिस्सों में अभी 4G टावर भी नहीं हैं.

कब तक आएगा भारत में 5G?

- दुनिया 5G को 2020 का सपना बता रही है, लेकिन भारत में इसके आने में और समय लग सकता है.- ये कुछ वैसा ही है जैसा 4G के आने पर हुआ था. - 5G में आपको 4G से 40% बेहतर रिस्पांस मिलेगा, लेकिन अगर रिस्पांस बेहतर होगा तो उतनी ही समस्याएं भी होंगी. जियो 4G भी अभी तक अपने यूजर्स को पूरी तरह से खुश नहीं कर पाया है. - जियो को 2017 पूरा अपनी सर्विसेज सुधारने में लगेगा और ये कहा जा सकता है कि 2018 तक बाकी सभी सर्विस प्रोवाइडर 4G की सर्विसेज गांव-गांव तक पहुंचा पाएंगे. तो क्या महज दो साल के अंदर 5G लायक इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विसेज उपलब्ध हो पाएंगी?- 2020 तक भारत में 780 मिलियन इंटरनेट यूजर्स हो जाएंगे फिर ऐसे में 4G सुविधाएं सबके लिए हो जाएं यही बहुत होगा.

एक्सपर्ट्स की मानें तो भारत में 5G को आने में अभी कुल मिलाकर 2022-2024 तक का समय लगेगा. इससे पहले का पूरा समय लोगों को 4G अपनाने में लगेगा. तो कुल मिलाकर जब तक भारत में 5G आएगा तब तक और भी नए और आकर्षक 5G हैंडसेट्स लॉन्च हो चुके होंगे और अभी ZTE के नए गीगाबिट का असर भारतीय मार्केट पर कुछ खास नहीं पड़ेगा.

 

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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