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ओलंपिक में भारतीयों की दिचलस्पी क्रिकेट के ही जरिए आएगी? तो वो वक्त आ गया...

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 11 अगस्त, 2021 11:53 AM
  • 11 अगस्त, 2021 11:52 AM
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कई लोग हैं जिनका मानना है कि अगर ओलंपिक में क्रिकेट को भी जोड़ा जाता तो भारत के मद्देनजर आज स्थिति कहीं ज्यादा अलग होती. हो सकता है 2028 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हम इंडिया को पाकिस्तान से या फिर ऑस्ट्रेलिया से भिड़ते देख लें. ओलंपिक के मद्देनजर ICC ने उस बात को सोच ही लिया जिसका इंतजार क्रिकेट फैंस को न जाने कब से था.

1गोल्ड 2 सिल्वर 4 ब्रॉन्ज मेडल के साथ टोक्यो से भारतीय खिलाड़ी हिंदुस्तान आ गए हैं. स्वागत हो रहा है, पुरस्कारों की घोषणा की जा रही है. भारत सवा सौ करोड़ से ऊपर की आबादी का देश है. यहां हॉकी, टीटी, बैडमिंटन, आर्चरी, पोलो, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग कम ही होती है, क्रिकेट ज्यादा खेला जाता है. भारत में बच्चा अगर पढ़ाई लिखाई से थोड़ा इधर उधर हुआ और खेलों की तरफ आया तो मां बाप का भी यही रहता है कि बच्चा क्रिकेटर बने. माना जाता है कि भारत में किसी और खेल के मुकाबले क्रिकेट में स्कोप ज्यादा है. ओलंपिक अभी जल्द ही खत्म हुए हैं, तो कई लोग हैं जिनका मानना है कि अगर ओलंपिक में क्रिकेट को भी जोड़ा जाता तो भारत के मद्देनजर आज स्थिति कहीं ज्यादा अलग होती. वैसे क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की ये मांग कोई आज की नहीं है. हर कुछ एक महीनों में ये मांग उठती ही रहती है. तो वो लोग जो चाहते थे कि क्रिकेट भी ओलंपिक में आए उनके लिए अच्छी खबर है. हो सकता है 2028 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हम इंडिया को पाकिस्तान से या फिर ऑस्ट्रेलिया से भिड़ते देख लें. ओलंपिक के मद्देनजर ICC ने उस बात को सोच ही लिया जिसका इंतजार क्रिकेट फैंस को न जाने कब से था.

वो दिन दूर नहीं जब हम क्रिकेट को भी ओलंपिक में देखेंगे पहल खुद आईसीसी ने की है

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस बात की पुष्टि की कि वह लॉस एंजिल्स में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिये अपनी तरफ से दावा पेश करेगा. ध्यान रहे पिछले कुछ समय से आईसीसी की भी कोशिशें तेज हैं कि क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाए. खुद बीसीसीआई ने भी आईसीसी की इस पहल का स्वागत किया था और इस मुहीम को अपना समर्थन दिया था.

बताते चलें कि आईसीसी ने ओलंपिक कार्य समूह भी गठित किया है जो कि क्रिकेट को 2028...

1गोल्ड 2 सिल्वर 4 ब्रॉन्ज मेडल के साथ टोक्यो से भारतीय खिलाड़ी हिंदुस्तान आ गए हैं. स्वागत हो रहा है, पुरस्कारों की घोषणा की जा रही है. भारत सवा सौ करोड़ से ऊपर की आबादी का देश है. यहां हॉकी, टीटी, बैडमिंटन, आर्चरी, पोलो, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग कम ही होती है, क्रिकेट ज्यादा खेला जाता है. भारत में बच्चा अगर पढ़ाई लिखाई से थोड़ा इधर उधर हुआ और खेलों की तरफ आया तो मां बाप का भी यही रहता है कि बच्चा क्रिकेटर बने. माना जाता है कि भारत में किसी और खेल के मुकाबले क्रिकेट में स्कोप ज्यादा है. ओलंपिक अभी जल्द ही खत्म हुए हैं, तो कई लोग हैं जिनका मानना है कि अगर ओलंपिक में क्रिकेट को भी जोड़ा जाता तो भारत के मद्देनजर आज स्थिति कहीं ज्यादा अलग होती. वैसे क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की ये मांग कोई आज की नहीं है. हर कुछ एक महीनों में ये मांग उठती ही रहती है. तो वो लोग जो चाहते थे कि क्रिकेट भी ओलंपिक में आए उनके लिए अच्छी खबर है. हो सकता है 2028 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हम इंडिया को पाकिस्तान से या फिर ऑस्ट्रेलिया से भिड़ते देख लें. ओलंपिक के मद्देनजर ICC ने उस बात को सोच ही लिया जिसका इंतजार क्रिकेट फैंस को न जाने कब से था.

वो दिन दूर नहीं जब हम क्रिकेट को भी ओलंपिक में देखेंगे पहल खुद आईसीसी ने की है

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस बात की पुष्टि की कि वह लॉस एंजिल्स में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिये अपनी तरफ से दावा पेश करेगा. ध्यान रहे पिछले कुछ समय से आईसीसी की भी कोशिशें तेज हैं कि क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाए. खुद बीसीसीआई ने भी आईसीसी की इस पहल का स्वागत किया था और इस मुहीम को अपना समर्थन दिया था.

बताते चलें कि आईसीसी ने ओलंपिक कार्य समूह भी गठित किया है जो कि क्रिकेट को 2028 से ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनाने की दिशा में काम करेगा. इस संदर्भ में आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बारक्ले का एक बयान बहुत तेजी से खेलप्रेमियों के बीच वायरल हो रहा है. बयान में बारक्ले ने कहा है कि, ‘हम सब एक इस दावे को लेकर एकमत हैं और हम ओलंपिक को क्रिकेट के भविष्य के रूप में देखते हैं.

बारक्ले के अनुसार आईसीसी के वैश्विक स्तर पर एक अरब से अधिक प्रशंसक हैं और इनमें लगभग 90 प्रतिशत क्रिकेट को ओलंपिक में देखना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि, 'यह स्पष्ट है कि क्रिकेट के पास मजबूत और जुनूनी प्रशंसकों का आधार है विशेषकर दक्षिण एशिया में जहां उसके 92 प्रतिशत प्रशंसक हैं. इसके अलावा अमेरिका में ही तीन करोड़ क्रिकेट प्रशंसक हैं. इन प्रशंसकों के लिये अपने नायकों को ओलंपिक पदक के लिये प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना शानदार होगा.

वहीं बारक्ले ने कोविड के मद्देनजर टोक्यो ओलंपिक के आयोजकों को बधाई देते हुए ये भी कहा था कि ‘मैं आईसीसी की तरफ से आईओसी, टोक्यो 2020 के आयोजकों और जापान के लोगों को मुश्किल परिस्थितियों में भी अद्भुत खेलों के आयोजन के लिये बधाई देना चाहता हूं.

ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी किस हद तक कमर कस चुका है इसका अंदाजा बारक्ले की उस बात से लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने ये भी कहा है कि,‘यह देखना वास्तव में शानदार रहा कि खेल लोगों की भावनाओं पर हावी हो गये और हम भविष्य के खेलों में क्रिकेट की भागीदारी देखना पसंद करेंगे.

‘हमारा मानना है कि ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करना शानदार होगा लेकिन हम जानते हैं कि ओलंपिक में जगह बनाना आसान नहीं है क्योंकि कई अन्य खेल भी ऐसा चाहते हैं. लेकिन हमें लगता है कि यह हमारे लिये अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने और यह दिखाने का सर्वश्रेष्ठ समय है कि क्रिकेट और ओलंपिक की भागीदारी कितनी शानदार हो सकती है.

गौरतलब है कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष इयान वाटमोर आईसीसी ओलंपिक कार्य समूह की अगुवाई करेंगे और उनके साथ आईसीसी की स्वतंत्र निदेशक इंदिरा नूयी भी होंगी. जिम्बाब्वे क्रिकेट के तावेंग्वा मुकुहलानी, आईसीसी के एसोसिएट सदस्य निदेशक और एशियाई क्रिकेट परिषद के उपाध्यक्ष महिंदा वाल्लिपुरम तथा अमेरिका क्रिकेट के पराग मराठे भी इस कार्य समूह में शामिल हैं.

ये कोई पहली बार नहीं है जब क्रिकेट को ओलंपिक में लाने की वकालत हुई है. पूर्व में साल 1900 में पेरिस ओलंपिक कर दैरान क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया गया था. नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम वो देश थे जिनकी टीमों ने पेरिस ओलंपिक में शिरकत की थी लेकिन बाद में बेल्जियम और नीदरलैंड ने अपना नाम क्रिकेट कंपीटिशन से वापस ले लिया था जिसके बाद फ्रांस और ब्रिटेन के बीच मैच हुआ. मैच 2 दिन तक चला था और ब्रिटेन जीता था.

बहरहाल एक ऐसे समय में जब हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक में 7 पदकों की बदौलत भारत 48 वां स्थान हासिल करने में कामयाब हुआ हो. यदि क्रिकेट ओलंपिक में वापस जोड़ दिया जाता है तो इससे भारत को बड़ा फायदा होने वाला है. भारत जो वर्तमान में 8 पदकों को लेकर जश्न मना रहा है तब उसके पास खुशियां मनाने के कहीं ज्यादा बड़े कारण होंगे। आने वाला वक़्त एक गेम के रूप में क्रिकेट के लिए खासा महत्वपूर्ण है.  

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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