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ऋतिक रोशन को स्‍टार मानते हैं, लेकिन 20 उंगलियों वाली महिला को डायन!

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 25 नवम्बर, 2019 04:18 PM
  • 25 नवम्बर, 2019 04:18 PM
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Hrithik Roshan खुशकिस्मत हैं क्योंकि 11 उंगलियों के साथ भी वो सुपर स्टार हैं. लेकिन 65 वर्षीय एक महिला के पैर में 10 नहीं 20 उंगलियां हैं. और हाथों में 12. लेकिन उनके गांव के लोग उसे डायन समझते हैं.

बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) के बारे में एक चीज लगभग सभी जानते हैं कि उनके दाएं हाथ में पांच नहीं 6 उंगलियां हैं. वो दो अंगूठों के साथ ही पैदा हुए थे. लेकिन इस विकृति के बावजूद भी उन्होंने बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाई है. इतने बड़े सितारे के हाथ में 6 उंगलियों का होना लोगों के लिए आश्चर्य तो हो सकता है लेकिन इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, खुद ऋतिक को भी नहीं.

ऋतिक रोशन इस मामले में खुशकिस्मत हैं. क्योंकि 11 उंगलियों के साथ भी वो सुपर स्टार हैं. लेकिन हर किसी की किस्मत उनकी तरह नहीं होती. ओडिशा के गंजम की रहने वाली 65 वर्षीय महिला नायक कुमारी के पैर में 10 नहीं 20 उंगलियां हैं. और हाथों में 12. लेकिन उनके गांव के लोग उन्हें डायन समझते हैं.

खुद को घर में कैद करके रखती है ये महिला, क्योंकि लोग डायन समझते हैं

नायक कुमारी ने इन उंगलियों के साथ ही जन्म लिया था. और जो जन्म से मिलता है उसमें कोई कुछ नहीं कर सकता. जब तक कि आप पैसे वाले न हों. लेकिन एक गरीब परिवार में जन्मी नायक कुमारी इसका इलाज नहीं करवा सकते थे. नायक कहती हैं कि इस गांव के लोग अंधविश्वासी हैं और मुझसे दूर हू रहते हैं. गांव के लोगों की इसी सोच की वजह से वो खुद को अपने घर में ही कैद करके रखती हैं.  

आज ही की एक और खबर भी कुछ इसी वजह से ध्यान खींचती है. मध्यप्रदेश के विदिशा में एक महिला ने ऐसे जुड़वां बच्चों को जन्म दिया जिनके दो सिर और तीन हाथ हैं. ऐसा तब होता है जब गर्भ में भ्रूण ठीक से विकसित नहीं हो पाता. आपस में जुड़े हुए बहुत से लोग देखे गए हैं. जो इसी तरह से जीते हैं. लेकिन अब तक ऐसी कोई खबर नहीं आई कि उन्हें भूत या फिर डायन कहा गया हो. लेकिन ओडिशा के उस गांव में रहने वाले लोगों के लिए इस...

बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) के बारे में एक चीज लगभग सभी जानते हैं कि उनके दाएं हाथ में पांच नहीं 6 उंगलियां हैं. वो दो अंगूठों के साथ ही पैदा हुए थे. लेकिन इस विकृति के बावजूद भी उन्होंने बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाई है. इतने बड़े सितारे के हाथ में 6 उंगलियों का होना लोगों के लिए आश्चर्य तो हो सकता है लेकिन इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, खुद ऋतिक को भी नहीं.

ऋतिक रोशन इस मामले में खुशकिस्मत हैं. क्योंकि 11 उंगलियों के साथ भी वो सुपर स्टार हैं. लेकिन हर किसी की किस्मत उनकी तरह नहीं होती. ओडिशा के गंजम की रहने वाली 65 वर्षीय महिला नायक कुमारी के पैर में 10 नहीं 20 उंगलियां हैं. और हाथों में 12. लेकिन उनके गांव के लोग उन्हें डायन समझते हैं.

खुद को घर में कैद करके रखती है ये महिला, क्योंकि लोग डायन समझते हैं

नायक कुमारी ने इन उंगलियों के साथ ही जन्म लिया था. और जो जन्म से मिलता है उसमें कोई कुछ नहीं कर सकता. जब तक कि आप पैसे वाले न हों. लेकिन एक गरीब परिवार में जन्मी नायक कुमारी इसका इलाज नहीं करवा सकते थे. नायक कहती हैं कि इस गांव के लोग अंधविश्वासी हैं और मुझसे दूर हू रहते हैं. गांव के लोगों की इसी सोच की वजह से वो खुद को अपने घर में ही कैद करके रखती हैं.  

आज ही की एक और खबर भी कुछ इसी वजह से ध्यान खींचती है. मध्यप्रदेश के विदिशा में एक महिला ने ऐसे जुड़वां बच्चों को जन्म दिया जिनके दो सिर और तीन हाथ हैं. ऐसा तब होता है जब गर्भ में भ्रूण ठीक से विकसित नहीं हो पाता. आपस में जुड़े हुए बहुत से लोग देखे गए हैं. जो इसी तरह से जीते हैं. लेकिन अब तक ऐसी कोई खबर नहीं आई कि उन्हें भूत या फिर डायन कहा गया हो. लेकिन ओडिशा के उस गांव में रहने वाले लोगों के लिए इस तरह से जन्म लेने वाला हर शख्स अमानवीय है. और इस हिसाब से तो ऋतिक रोशन भी छोटे-मोटे भूत तो हैं ही.

ऋतिक रोशन के हाथ में एक एक्स्ट्रा उंगली है

डॉक्टरों का कहना है कि इस अवस्था को Polydactyly कहा जाता है जिसमें जन्म से ज्यादा उगलियां होती हैं. ये स्थिति जीन म्यूटेशन की वजह से उत्पन्न होती है. Polydactyly बहुत अनोखी बात नहीं है क्योंकि हर 5 हजार लोगों में से 1-2 लोगों के अतिरिक्त उंगलियां होती हैं. हालांकि एक साथ 20 उंगलियों का होना बहुत कम होता है.

किसी विकृति के साथ पैदा होना किसी भी व्यक्ति के अपने हाथ में नहीं होता लेकिन फिर भी लोग ऐसे लोगों का जीवन जीना मुश्किल कर देते हैं. जिन लोगों को समाज के साथ की बहुत ज्यादा जरूरत होती है उन्हीं लोगों का साथ ये समाज छोड़ देता है. अपनी इस अवस्था के कारण ऐसे लोगों का आत्मविश्वास खत्म होता जाता है, क्योंकि वो खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं. लेकिन उपेक्षित होना अलग बात है और डायन समझना अलग. इस महिला के लिए फिक्र करना जरूरी है क्योंकि हमारे देश में डायन समझी जाने वाली महिलाओं के साथ कभी भी अच्छा नहीं होता.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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