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इमरजेंसी में पिज़्ज़ा ऑर्डर करने की समझदारी क्यों जरूरी है, जानिए

    • आईचौक
    • Updated: 25 नवम्बर, 2019 10:33 AM
  • 25 नवम्बर, 2019 10:33 AM
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अगर किसी से छिपकर मदद के लिए कॉल करना हो तो आप कैसे करेंगे. ये किसी के लिए भी एक चुनौती भरा काम होगा. लेकिन एक महिला ने जिस सूझबूझ से मदद मांगी उसकी तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है.

अगर कोई परेशानी में हो तो वो सबसे पहले पुलिस को 100 नंबर पर कॉल करता है. और बताता है कि पुलिस को कहां पहुंचना है. और अब तो भारत का अपना emergency helpline number 112 भी है. लेकिन कभी-कभी हम ऐसी परिस्थितियों में होते हैं कि आप खुलकर बता नहीं सकते कि आप परेशानी में हैं और आपको मदद की जरूरत है. यानी अगर किसी से छिपकर मदद के लिए कॉल करना हो तो आप कैसे करेंगे. ये किसी के लिए भी एक चुनौती भरा काम होगा. लेकिन एक महिला ने जिस सूझबूझ से मदद मांगी उसकी तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है.

मामला अमेरिका का है. और वहां का emergency helpline number 911 है. इस नंबर पर एक महिला का कॉल आया. फोन उठाकर ऑपरेटर ने कहा- 'ये 911 है.' महिला ने कहा- 'मुझे एक पिज्जा का ऑर्डर करना है.' जाहिर है इमरजेंसी नंबर पर पिज्जा तो नहीं मिलेगा. इसलिए उस तरफ बैठे ऑपरेटर TenEyck ने महिला से पूछा- 'आपने 911 पर पिज्जा ऑर्डर करने के लिए फोन किया है??' तो महिला ने कहा- हां. ऑपरेटर ने कहा- पिज्जा ऑर्डर करने के लिए ये गलत नंबर है. लेकिन महिला को पिज्जा नहीं मदद चाहिए थी. इसलिए उसने कहा- 'नहीं नहीं, आप समझ नहीं रहे हैं.'

महिला ने इमरजेंसी नंबर पर पिज्जा का ऑर्डर किया

महिला का इतना कहना था और ऑपरेटर तुरंत समझ गए कि मामला गडबड़ है और महिला code language में मदद मांग रही है. और उन्होंने कहा- 'मैं समझ रहा हूं.'उन्होंने तुरंत महिला से घर का पता लिया और पूछा कि- 'क्या वो शख्स अब भी उधर है?' महिला ने कहा- 'हां मुझे एक बड़ा पिज्जा चाहिए.' TenEyck ने कहा- 'क्या आपको medical help की भी जरूरत है?' तो महिला ने जवाब दिया- 'नहीं, पेपरोनी के साथ.' ऑपरेटर ने कहा- 'हम उन्हें पकड़ लेंगे.' महिला ने धन्यवाद दिया.

उधर ऑपरेटर ने तुरंत पुलिस को घरेलू हिंसा के बारे में...

अगर कोई परेशानी में हो तो वो सबसे पहले पुलिस को 100 नंबर पर कॉल करता है. और बताता है कि पुलिस को कहां पहुंचना है. और अब तो भारत का अपना emergency helpline number 112 भी है. लेकिन कभी-कभी हम ऐसी परिस्थितियों में होते हैं कि आप खुलकर बता नहीं सकते कि आप परेशानी में हैं और आपको मदद की जरूरत है. यानी अगर किसी से छिपकर मदद के लिए कॉल करना हो तो आप कैसे करेंगे. ये किसी के लिए भी एक चुनौती भरा काम होगा. लेकिन एक महिला ने जिस सूझबूझ से मदद मांगी उसकी तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है.

मामला अमेरिका का है. और वहां का emergency helpline number 911 है. इस नंबर पर एक महिला का कॉल आया. फोन उठाकर ऑपरेटर ने कहा- 'ये 911 है.' महिला ने कहा- 'मुझे एक पिज्जा का ऑर्डर करना है.' जाहिर है इमरजेंसी नंबर पर पिज्जा तो नहीं मिलेगा. इसलिए उस तरफ बैठे ऑपरेटर TenEyck ने महिला से पूछा- 'आपने 911 पर पिज्जा ऑर्डर करने के लिए फोन किया है??' तो महिला ने कहा- हां. ऑपरेटर ने कहा- पिज्जा ऑर्डर करने के लिए ये गलत नंबर है. लेकिन महिला को पिज्जा नहीं मदद चाहिए थी. इसलिए उसने कहा- 'नहीं नहीं, आप समझ नहीं रहे हैं.'

महिला ने इमरजेंसी नंबर पर पिज्जा का ऑर्डर किया

महिला का इतना कहना था और ऑपरेटर तुरंत समझ गए कि मामला गडबड़ है और महिला code language में मदद मांग रही है. और उन्होंने कहा- 'मैं समझ रहा हूं.'उन्होंने तुरंत महिला से घर का पता लिया और पूछा कि- 'क्या वो शख्स अब भी उधर है?' महिला ने कहा- 'हां मुझे एक बड़ा पिज्जा चाहिए.' TenEyck ने कहा- 'क्या आपको medical help की भी जरूरत है?' तो महिला ने जवाब दिया- 'नहीं, पेपरोनी के साथ.' ऑपरेटर ने कहा- 'हम उन्हें पकड़ लेंगे.' महिला ने धन्यवाद दिया.

उधर ऑपरेटर ने तुरंत पुलिस को घरेलू हिंसा के बारे में बताया और महिला के पते पर पहुंचने के लिए कहा. हिदायत भी दी कि वहां पहुंचने से पहले अपनी गाड़ी के सायरन बंद कर लेना. जिससे आरोपी भाग न जाए.

मदद लेने वाली महिला ने अपनी मां के लिए मदद मांगी थी क्योंकि मां का बॉयफ्रेंड शराब पीकर घर आया था और उनके साथ मारपीट कर रहा था. बेटी उनके सामने सीधे पुलिस की मदद नहीं मांग सकती थी, नहीं तो मामला और खराब हो जाता इसलिए महिला ने सूझबूझ का परिचय देते हुए घरेलू हिंसा के बारे में रिपोर्ट की. पुलिस तुरंत वहां पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

इस मामले में जितनी कुशलता महिला ने दिखाई उतनी ही ऑपरेटर ने भी. ये भी हो सकता था कि पिज्जा का नाम सुनते ही ऑपरेटर कॉल काट देता, लेकिन यहां ऑपरेटर की भी सूझबूझ तारीफ के काबिल थी जिसने महिला के कोड को क्रैक किया. ऑपरेटर TenEyck का कहना था कि उनके 14 साल के करियर में उन्होंने इस तरह किसी को भी मदद मांगते हुए नहीं देखा.

ये मामला दिलचस्प भी है और लोगों को एक सीख भी देता है कि अगर कहीं फंस जाएं तो इस तरह से भी बात की जा सकती है. सामने वाला समझदार होगा तो वो जरूर समझ लेगा. भारत में पुलिस की मदद के लिए 100 नंबर, emergency helpline number 112 , आग के लिए 101, स्वास्थ्य संबंधी मदद के लिए 108 और महिला सुरक्षा के लिए 1090 नंबर उपलब्ध हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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