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क्या इतना 'क्रूर' है ब्रिटिश राजघराने में माँ बनना

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 30 अप्रिल, 2018 06:52 PM
  • 30 अप्रिल, 2018 06:52 PM
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डिलिवरी के बाद जिस वक्त दुनिया की ज्यादातर महिलाएं दर्द और कमजोरी से बिस्तर पर पड़ी होती हैं, लेकिन केट मिडिलटन तीसरी संतान को जन्‍म देने के 7 घंटे बाद अस्‍पताल से ऐसे बाहर आईं, जैसे वे एक ब्यूटी सलून से निकल रही हों.

जब से ब्रिटिश शाही परिवार के प्रिंस विलियम की पत्नी केट मिडलटन ने अपनी तीसरी संतान को जन्म दिया है, तब से पूरी दुनिया की नई माएं खुद की तुलना केट से कर रही हैं, और ये बता रही हैं कि डिलिवरी के बाद उनका क्या हाल हुआ था और केट डिलिवरी के बाद इतनी खूबसूरत कैसे लग सकती हैं.

डिलिवरी के 7 घंटे बाद अस्पताल से बाहर आईं केट

महिलाओं का तुलना करना वाजिब भी है, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि डिलिवरी के बाद एक महिला की हालत क्या होती है, और कितने वक्त तक वो उस अवस्था में रहती है. और ऐसे में केट मिडलटन की तारीफ तो करनी ही होगी कि डिलिवरी के 7 घंटों बाद वो अपने बच्चे के साथ पब्लिक के सामने आ गईं और उस वक्त भी खुद को ऐसे प्रेजेंट किया, जैसे वो हमेशा करती हैं- फ्रेश और पिक्चर परफेक्ट.

डिलिवरी के बाद जिस वक्त दुनिया की ज्यादातर महिलाएं दर्द और कमजोरी से बिस्तर पर पड़ी होती हैं, केट इस तरह लग रही थीं कि वो मेटरनिटी वार्ड के बजाए एक ब्यूटी सलून से निकलकर आई हों. लाल रंग की ड्रेस, हाई हील्स चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान. उनका खूबसूरत लगना ही उनकी आलोचनाओं का कारण बन रहा है.

मुझे याद है अपनी...

जब से ब्रिटिश शाही परिवार के प्रिंस विलियम की पत्नी केट मिडलटन ने अपनी तीसरी संतान को जन्म दिया है, तब से पूरी दुनिया की नई माएं खुद की तुलना केट से कर रही हैं, और ये बता रही हैं कि डिलिवरी के बाद उनका क्या हाल हुआ था और केट डिलिवरी के बाद इतनी खूबसूरत कैसे लग सकती हैं.

डिलिवरी के 7 घंटे बाद अस्पताल से बाहर आईं केट

महिलाओं का तुलना करना वाजिब भी है, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि डिलिवरी के बाद एक महिला की हालत क्या होती है, और कितने वक्त तक वो उस अवस्था में रहती है. और ऐसे में केट मिडलटन की तारीफ तो करनी ही होगी कि डिलिवरी के 7 घंटों बाद वो अपने बच्चे के साथ पब्लिक के सामने आ गईं और उस वक्त भी खुद को ऐसे प्रेजेंट किया, जैसे वो हमेशा करती हैं- फ्रेश और पिक्चर परफेक्ट.

डिलिवरी के बाद जिस वक्त दुनिया की ज्यादातर महिलाएं दर्द और कमजोरी से बिस्तर पर पड़ी होती हैं, केट इस तरह लग रही थीं कि वो मेटरनिटी वार्ड के बजाए एक ब्यूटी सलून से निकलकर आई हों. लाल रंग की ड्रेस, हाई हील्स चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान. उनका खूबसूरत लगना ही उनकी आलोचनाओं का कारण बन रहा है.

मुझे याद है अपनी डिलिवरी पर मैं किस अवस्था में थी. हालांकि डिलिवरी नॉर्मल थी, लेकिन 6 घंटे लेबर पेन झेलने के बाद कोई भी नॉर्मल तो नहीं ही होता. उस वक्त आप सीधे खड़े होने की हालत तक में नहीं होते, ऐसे में किसे पड़ी है कि आप दिख कैसे रहे हो. मुझे याद है डिलिवरी के कुछ घंटे बाद वॉशरूम जाने के लिए जब मैं उठी तो कमजोरी की वजह से खुद से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी. नर्स का सहारा लेकर वॉशरूम तक जाना पड़ा था. लेकिन हां, 24 घंटों बाद मैं बेहतर थी. बच्चा पैदा करने का दर्द सहना कोई आसान काम तो है नहीं. भले ही आपका फूला हुआ पेट एक दम से गायब हो जाता है, आपको हल्का महसूस होता है, लेकिन पेट के नीचे का हिस्सा सूजन और टांकों की वजह से कई दिनों तक दर्द देता रहता है. और ऑपरेशन हुआ, तब तो बात ही और है.

ऐसे में केट को डिलिवरी के 7 घंटों बाद शानदार ड्रेस में पूरे मेकअप के साथ देखना अपने आप में आश्चर्य सा लगता है, क्योंकि ये नॉर्मल नहीं है. एक महिला बच्चा पैदा करने के बाद खुद को अच्छा दिखाना चाहे तो इसमें हर्ज भी क्या है. ऐसी विषम परिस्थिति में भी केट ने खुद को अच्छा दिखाने के लिए जो भी प्रयत्न किया वो आलोचना नहीं बल्कि तारीफ के काबिल है. लेकिन यहां केट का खूबसूरत लगना अपनी पसंद से ज्यादा दबाव लग रहा है.

केट पर खूबसूरत दिखने का दबाव

केट शाही घराने की बहू हैं, और शाही लोगों का अंदाज आम लोगों जैसा नहीं होता. रानियों के लिए ये जरूरी है कि वो आकर्षक लगें, और रॉयल ब्रांड को बनाए रखें. रानियों को हर अवसर पर खूबसूरत लगना होता है, वो चाहे खेल के कपड़े हों या गाउन, उन्हें रॉयल ही दिखना होता है. और ये उनकी पसंद नहीं बल्कि वो नियम हैं जो शाही परिवार से जुड़ी महिलाओं को मानने ही होते हैं. केट के लिए ऐसे ही कुछ नियम हैं.

आप अंदाजा लगाइए शाही परिवार में जब रानी खाना खा रही होती हैं तो उनके आखिरी निवाला खाने के बाद कोई भी खाना नहीं खा सकता, यानी रानी का खाना खत्म तो सबको अपना खाना खत्म करना होता है, ये नियम है. तो ऐसे राजसी परिवार में केट शाही परिवार की बहू होने का धर्म निभा रही हैं, जिनका पहनना ओढ़ना रानी यानी सास के मुताबिक होता हो उन्हें कब और कैसे लोगों के सामने आना है ये भी उनके अपने हाथ में नहीं होगा. जाहिर सी बात है शाही परिवार का रुतबा बनाए रखने के लिए बहुत सी चीजें जरूरी हैं. और अगर केट डिलिवरी के बाद भी दर्द सहकर चेहरे पर शिकन नहीं ला रहीं, हाई हील्स पहन रही हैं तो वो उनकी पसंद नहीं बल्कि शायद धर्म है, जिसे वो बखूबी निभा रही हैं. ऐसे में उनकी जितनी तारीफ की जाए, कम है. ये उन महिलाओं के लिए सीख है जिन्हें ज्वाइंट फैमिली में रहकर नियम-कायदे निभाना बंदिशों से कम नहीं लगता.

महिलाएं अगर केट को सिर्फ एक नई मां के रूप में न देखकर शाही परिवार की बहू के रूप में देखें तो ही बेहतर होगा, कम से कम उनपर फक्र कर पाएंगी. वैसे रही बात माओं के खूबसूरत लगने और न लगने की, तो ये बात भी नहीं भूलें कि एक नन्हीं सी जान को दुनिया में लाने वाली औरत से खूबसूरत दुनिया में कोई नहीं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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