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एक गुड़िया आखिर किससे रेप की शिकायत करेगी?

    • ऑनलाइन एडिक्ट
    • Updated: 24 अक्टूबर, 2017 12:30 PM
  • 24 अक्टूबर, 2017 12:30 PM
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ऑस्ट्रिया में हुए एक टेक शो में लोगों ने सेक्स डॉल समांथा के साथ जो किया वो देखकर शायद ये सच्चाई समझ आ जाएगी कि इस तकनीकी विकास के लिए दुनिया तैयार तो कतई नहीं है.

कहते हैं कि तकनीक इंसान को और बेहतर बनाने में मदद कर रही है. वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के बीच दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है कि पता ही नहीं चल पा रहा है कि इस तकनीक के लिए लोग तैयार भी हैं या नहीं. इस तकनीकी विकास ने सेक्स को भी थोड़ा रोचक बना दिया है. इसके कारण ही कई तरह की सेक्स डॉल भी बनाई गई हैं जो लोगों को वो सब करने की सुविधा देती हैं जो असल जिंदगी में शायद मुमकिन न हो, लेकिन सामाजिक लोग इस डॉल के साथ क्या कर रहे हैं ये सोचकर भी दिल दहल जाता है. 

ऑस्ट्रिया में हुए एक टेक शो में लोगों ने सेक्स डॉल समांथा के साथ जो किया वो देखकर शायद ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि असली महिलाओं के साथ क्या-क्या होता होगा. आर्ट्स इलेक्ट्रॉनिका फेस्टिवल (लिंज्स, ऑस्ट्रिया) में सर्जी सैंटोस नाम के एक व्यक्ति ने अपनी समांथा को पेश किया था. बार्सिलोना के सर्जी ने समांथा को बनाया था. इस डॉल की खासियत ये है कि ये आर्टिफीशियल इंटेलिजेंट सेक्स डॉल या रोबोट है.

समांथा अपने साथ हो रहे व्यवहार के हिसाब से आवाज भी निकाल सकती है. इसमें इतनी समझ है कि किसी के छूने पर किस तरह का बर्ताव करना है. समांथा बहुत ही समझदार रोबोट है और इसकी कीमत 3000 पाउंड या यूं कहें कि 26 लाख रुपए के आस-पास है.

ये तो थी रोबोट की बात, लेकिन ये जानना जरूरी है कि इस मास्ट पीस के साथ लोगों ने क्या किया. टेक फेयर में उस रोबोट को लोगों ने छेड़ा, उसके साथ गलत हरकतें कीं. उसे इतनी बुरी हालत में छोड़कर गए कि उसे बनाने वाले का दिल ही टूट गया.

टेक फेयर में लोगों ने समांथा के स्तनों को...

कहते हैं कि तकनीक इंसान को और बेहतर बनाने में मदद कर रही है. वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के बीच दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है कि पता ही नहीं चल पा रहा है कि इस तकनीक के लिए लोग तैयार भी हैं या नहीं. इस तकनीकी विकास ने सेक्स को भी थोड़ा रोचक बना दिया है. इसके कारण ही कई तरह की सेक्स डॉल भी बनाई गई हैं जो लोगों को वो सब करने की सुविधा देती हैं जो असल जिंदगी में शायद मुमकिन न हो, लेकिन सामाजिक लोग इस डॉल के साथ क्या कर रहे हैं ये सोचकर भी दिल दहल जाता है. 

ऑस्ट्रिया में हुए एक टेक शो में लोगों ने सेक्स डॉल समांथा के साथ जो किया वो देखकर शायद ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि असली महिलाओं के साथ क्या-क्या होता होगा. आर्ट्स इलेक्ट्रॉनिका फेस्टिवल (लिंज्स, ऑस्ट्रिया) में सर्जी सैंटोस नाम के एक व्यक्ति ने अपनी समांथा को पेश किया था. बार्सिलोना के सर्जी ने समांथा को बनाया था. इस डॉल की खासियत ये है कि ये आर्टिफीशियल इंटेलिजेंट सेक्स डॉल या रोबोट है.

समांथा अपने साथ हो रहे व्यवहार के हिसाब से आवाज भी निकाल सकती है. इसमें इतनी समझ है कि किसी के छूने पर किस तरह का बर्ताव करना है. समांथा बहुत ही समझदार रोबोट है और इसकी कीमत 3000 पाउंड या यूं कहें कि 26 लाख रुपए के आस-पास है.

ये तो थी रोबोट की बात, लेकिन ये जानना जरूरी है कि इस मास्ट पीस के साथ लोगों ने क्या किया. टेक फेयर में उस रोबोट को लोगों ने छेड़ा, उसके साथ गलत हरकतें कीं. उसे इतनी बुरी हालत में छोड़कर गए कि उसे बनाने वाले का दिल ही टूट गया.

टेक फेयर में लोगों ने समांथा के स्तनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, उसकी बाजुओं और उसकी टांगों के साथ छेड़छाड़ की. समांथा की हालत इतनी खराब कर दी कि उसकी दो उंगलियां ही टूट गईं. इसे बनाने वाले का कहना है कि क्योंकि लोगों को इसके लिए कोई पैसे नहीं चुकाने थे इसलिए उन्हें ये तकनीक समझ नहीं आई, लेकिन शायद असलियत तो इससे भी ज्यादा खतरनाक है.

शायद आपको न याद हो, लेकिन कुछ समय पहले एक परफॉर्मेंस आर्टिस्ट मरिना अब्रावोमिक ने अपनी एक परफॉर्मेंस के दौरन 6 घंटों तक खड़े होकर लोगों को अपने साथ वो सब करने दिया था जो वो करना चाहें. लोगों ने उसके कपड़े फाड़ दिए, उसपर ड्रिंक गिराए, फूल देने की जगह उसके शरीर पर कांटे गड़ा दिए. 6 घंटे में लोगों ने उसके स्तनों के साथ खेलना शुरू कर दिया. उसके साथ अमानवीय बर्ताव किया. वो तो इंसान ही थी न, लोगों को पता भी था कि वो जिंदा है.

हम एक ऐसे समाज में रहते हैं जहां महिलाओं के साथ दुनिया भर में तरह-तरह के अत्याचार किए जा रहे हैं. सिर्फ भारत की ही बात करें तो हर रोज न जाने कितनी महिलाएं रेप और छेड़खानी का शिकार हो रही हैं. बाकी देशों के आंकड़े भी कुछ कम चौंकाने वाले नहीं होंगे. महिलाओं को पीटना, उनका रेप करना, उन्हें गाहे-बगाहे किसी भी जगह छू लेना कोई बड़ी बात नहीं.

उस सेक्स डॉल के लिए कहा जा रहा है कि उसे खुले में सबके सामने प्रदर्शनी के लिए नहीं रखना चाहिए था या उसपर टिकट लगा देनी चाहिए थी तब ऐसा नहीं होता, लेकिन यही तो आम महिलाओं के साथ होता है. उनको भी तो यही सब झेलना पड़ता है. हर बार यही तो बोला जाता है. लड़की क्यों निकली? क्यों ऐसे कपड़े पहने, क्यों लोगों के सामने गई... वगैराह वगैराह.

जो हरकत लोगों ने उस सेक्स डॉल के साथ की है वो दिखाती है कि भीड़ के बीच किस तरह के जानवर छुपे हुए हैं. समाज इस लायक ही नहीं है कि कुछ भी सोचा जाए उसके बारे में. हाल ही की एक घटना है जिसमें एक जानवर जैसे इंसान ने एक 8 साल की बच्ची का रेप किया और उसके होठ काट लिए ताकि उसे खा सके. वो इंसान पहले भी कई जानवरों के साथ यौन संबंध बना चुका है. ऐसी खबरें आती रहती हैं कि फलां व्यक्ति ने किसी कुत्ते का रेप कर दिया. ये सब एक विकृत समाज की शक्ल ही तो है.

तो जनाब जब लोग एक गुड़िया को या एक जानवर को नहीं छोड़ रहे फिर सोचिए छोटी बच्चियों या महिलाओं के साथ क्या नहीं हो सकता.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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