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कोरोना काल में कुत्तों की डिमांड बढ़ी, साथ ही चार गुना हुई कीमत भी!

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 16 जून, 2021 04:53 PM
  • 16 जून, 2021 04:53 PM
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पहले की तुलना में पेट्स की डिमांड काफी बढ़ गई है. जिसके बाद डॉग की कीमतों में 4 गुना बढ़ोतरी हो गई है. इसके बाद भी लोग डॉग खरीदने से पीछे नहीं हट रहे हैं.

माना जाता है कि कुत्ते वफादार होते हैं, इस जमाने में लोग इंसान से ज्यादा जानवरों पर भरोसा करते हैं. कुत्तों के बारे में एक बात और सामने आती है कि वे स्वामी भक्त होते हैं. आजकल के टाइम में वैसे भी लोगों के अंदर अकेलापन ज्यादा है. रिश्तें बस नाम भर के रह गए हैं. उपर से कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने लोगों को और बोर कर दिया है.

ऐसे में लोग पालतू जानवरों के साथ टाइम बिताना पसंद कर रहे हैं. पहले की तुलना में पेट्स की डिमांड काफी बढ़ गई है. जिसके बाद डॉग की कीमतों में 4 गुना बढ़ोतरी हो गई है. अब कोरोना काल के चलते पिछले साल से देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है. इसके बाद भी लोग डॉग खरीदने से पीछे नहीं हट रहे हैं. जो Puppy कभी 10 हजार रु में मिलने थे वो उनकी कीमत अब 40 हजार रु हो गई है.

इंसान से ज्यादा कुत्ते पर भरोसा किया जाता है?

डॉग कंपनी के मालिकों के अनुसार, डिमांड को देखते हुए कुत्तों की कीमतें करीब 50% तक बढ़ गई हैं. पहले माल्टा डॉग के लिए हफ्ते में एक फोन आता था वहीं अब 6 से 7 कॉल आ जाते हैं. वहीं लॉकडाउन के कारण खास नस्लों के कुत्तों जैसे माल्टा, पूचोन और कैवोडल की कीमतें तो इस वक्त आसमान छू रही हैं. इसके अलावा हस्की नस्ल के पपी की कीमत करीब 30 से 40 हजार रु हो गई है और गोल्ड रिट्राइवर की कीमत 20 हजार है.

यह तो हो गई इन डॉग को खरीदने के लिए देने वाली रकम की बात लेकिन एक कुत्ता अपने मालिक के लिए जो करता है वह अनमोल है. यानी उसकी कीमत नहीं लगाई जा सकती. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं यह आप इन सच्ची कहानियों से समझ सकते हैं.

जब कोई इंसान कुत्ता पालता है तो धीरे-धीरे उसे अपनी संतान जैसा प्यार करने लगता है. वह पालतू जानवर भी अपने मालिक से दिल से जुड़ने लगता है और उसकी सारी बातें समझने लगता...

माना जाता है कि कुत्ते वफादार होते हैं, इस जमाने में लोग इंसान से ज्यादा जानवरों पर भरोसा करते हैं. कुत्तों के बारे में एक बात और सामने आती है कि वे स्वामी भक्त होते हैं. आजकल के टाइम में वैसे भी लोगों के अंदर अकेलापन ज्यादा है. रिश्तें बस नाम भर के रह गए हैं. उपर से कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने लोगों को और बोर कर दिया है.

ऐसे में लोग पालतू जानवरों के साथ टाइम बिताना पसंद कर रहे हैं. पहले की तुलना में पेट्स की डिमांड काफी बढ़ गई है. जिसके बाद डॉग की कीमतों में 4 गुना बढ़ोतरी हो गई है. अब कोरोना काल के चलते पिछले साल से देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है. इसके बाद भी लोग डॉग खरीदने से पीछे नहीं हट रहे हैं. जो Puppy कभी 10 हजार रु में मिलने थे वो उनकी कीमत अब 40 हजार रु हो गई है.

इंसान से ज्यादा कुत्ते पर भरोसा किया जाता है?

डॉग कंपनी के मालिकों के अनुसार, डिमांड को देखते हुए कुत्तों की कीमतें करीब 50% तक बढ़ गई हैं. पहले माल्टा डॉग के लिए हफ्ते में एक फोन आता था वहीं अब 6 से 7 कॉल आ जाते हैं. वहीं लॉकडाउन के कारण खास नस्लों के कुत्तों जैसे माल्टा, पूचोन और कैवोडल की कीमतें तो इस वक्त आसमान छू रही हैं. इसके अलावा हस्की नस्ल के पपी की कीमत करीब 30 से 40 हजार रु हो गई है और गोल्ड रिट्राइवर की कीमत 20 हजार है.

यह तो हो गई इन डॉग को खरीदने के लिए देने वाली रकम की बात लेकिन एक कुत्ता अपने मालिक के लिए जो करता है वह अनमोल है. यानी उसकी कीमत नहीं लगाई जा सकती. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं यह आप इन सच्ची कहानियों से समझ सकते हैं.

जब कोई इंसान कुत्ता पालता है तो धीरे-धीरे उसे अपनी संतान जैसा प्यार करने लगता है. वह पालतू जानवर भी अपने मालिक से दिल से जुड़ने लगता है और उसकी सारी बातें समझने लगता है. जैसे एक छोटे बच्चे का रिश्ता अपने माता-पिता के साथ होता है वही प्यार और अंडरस्टैंडिंग एक कुत्ते के साथ जुड़ जाती है. प्यार की कोई भाषा नहीं होती, यह बात एक कुत्ते और उसे पालने वाले को देखकर समझा जा सकता है.

1- एक बार गांव के व्यक्ति को सड़क पर एक Puppy मिला. वह धीरे-धीरे उसके पीछे-पीछे चलते-चलते उसके घर पहुंच गया. उस व्यक्ति ने उसे कब पाल लिया पता भी नहीं चला. वह कोई खास नस्ल का कुत्ता नहीं था लेकिन वह अपने मालिक के प्रति वफादार था. एक दिन वह व्यक्ति सिर पर सामान लेकर किसी बगीचे के रास्ते जा रहा था.

थोड़ी देर बाद उसके पीछे-पीछे उसका कुत्ता भी जाने लगा. रास्ते में उस कुत्ते को एक जगह पर तीन-चार जहरीले सांप दिखाई दिए. वे मालिक की तरफ जाते हुए दिखाई दिए तभी कुत्ते ने उनसे जंग छेड़ दिया. उसने एक-एक करके सभी सांपों को काटा, मारा और अपने मालिक की जान बचा ली. सापों ने भी उसे डस लिया था. जहर कुत्ते के शरीर में फैल गया और थोड़ी देर बाद उसकी जान चली गई. मालिक को इस बात की जानकारी नहीं थी, जब वह लौटकर आया तो माजरा देख रो पड़ा.

2- पति-पत्नी ने बड़े प्यार से एक डॉग पाला था. उनका एक का बेटा भी था. एक दिन किसी काम से उनको बाहर जाना था. बेटा सो रहा था तो उसे जगाया नहीं. हुआ यूं कि शॉर्ट सर्किट की वजह से घर में आग लग गई. कुत्ता उसके पास जाकर भोकने लगा वह तब भी नहीं जगा.

इसके बाद डॉग ने लड़के के शरीर पर अपने दांत लगा दिए फिर उसकी नींद खुल गई तो कुत्ते ने उसके कपड़े को खींचते हुए उसे कमरे से बाहर ले गया. लड़के को भी समझ आ गया कि डॉग कुछ कहना चाहता है, उसने देखा कि बोर्ड में आग लगी हुई थी. उसने तुरंत फायर ब्रिगेड को फोन किया और इस तरह कुत्ते के कारण उसकी जान बच गई.

3- साल 2019 के समय केरला में जब भयानक बाढ़ आई थी तब पूरा परिवार घर में सो रहा था और उनका पालतू कुत्ता आउट हाउस में था. अचानक कुत्ते को कुछ समझ आया और वह तेज-तेज भोंकने लगा. परिवार के लोगों को लोगों की नींद टूट गई. वे आउट हाउस में देखे गए कि क्या बात है. उनके आउटहाउस पहुंचने के बाद ही उनका पूरा घर उनकी आंखों के सामने ही बाढ़ में बह गया लेकिन पूरे परिवार की जान उनके कुत्ते ने बचा ली.

ऐसी ना जाने कितनी सच्ची कहानियां और घटनाएं आपने भी सुनी और देखी होंगी. कई पर तो फिल्म भी बन चुकी है. जो लोग कुत्ता (dog lover) पालते हैं वो भी उसे अपना बच्चे की तरह मानते हैं. इन बेजुबानों से ऐसा कनेक्शन बन जाता है कि वो अपने लगने लगते हैं. कुत्ते को स्वामी भक्त ऐसे ही नहीं कहा जाता.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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