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बाजार ने मान लिया है कि पापा को गिफ्ट नहीं देते लोग !

    • सरवत फातिमा
    • Updated: 18 जून, 2017 11:46 AM
  • 18 जून, 2017 11:46 AM
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पापा के लिए सही गिफ्ट खरीदना पहाड़ तोड़ने की तरह टफ टास्क है! अगर मां के लिए कोई गिफ्ट खरीदनी है तो बाजार में सैंकेड़ों ऑप्शन उपलब्ध होते हैं, चॉकलेट से लेकर पेंटिंग तक. और अगर पैसे कम हैं तो मां को खुद ही एक ग्रीटिंग कार्ड बनाकर दे दें. लेकिन, पिताजी के साथ ऐसा नहीं है, है ना?

इस साल मदर्स डे पर आपने क्या किया है ये आपको जरुर याद होगा. शायद उस दिन आप मां को खाने के लिए बाहर ले गए होंगे, उन्हें उनका फेवरेट परफ्यूम खरीद कर फूलों के गुलदस्ते के साथ गिफ्ट किया होगा. है ना? और अब फादर्स डे के लिए आपने क्या प्लान किया है? यकीनन कुछ नहीं प्लान किया होगा. वैसे आप अकेले नहीं हैं. दुनिया भर में लोग मदर्स डे की तुलना में फादर्स डे पर लोग खर्च कम करते हैं.

ऐसा क्यों?

'हम में से ज्यादातर लोग ये सोचते हैं कि पिता की अपेक्षा हमारी मां ज्यादा अच्छा और बड़ा प्रेजेंट डिजर्व करती हैं. सही या गलत लेकिन कुछ हद तक हमें लगता है कि घर को सजाने-संवारने में मां का ज्यादा बड़ा योगदान होता है. लोग मां के बलिदानों को समझते हैं और इसलिए दिल में उनके लिए स्पेशल जगह तो होती ही है साथ ही वो उसके लिए कुछ स्पेशल भी करना चाहते हैं.

साथ ही पिता जी गिफ्ट या फिर प्यार के भावों को व्यक्त करने में बहुत कम रुचि रखते हैं. शायद पिता ये सोचते हैं कि उन्हें महंगे गिफ्ट या मां की तरह गुलदस्ते नहीं चाहिए. सामान्यत: वे किसी से इस बात की आशा नहीं रखते कि वो उनके लिए किसी तरह के महंगे गिफ्ट खरीदें.

साथ ही ये बात कौन भूल सकता है कि पापा के लिए सही गिफ्ट खरीदना पहाड़ तोड़ने की तरह टफ टास्क है! अगर मां के लिए कोई गिफ्ट खरीदनी है तो बाजार में सैंकेड़ों ऑप्शन उपलब्ध होते हैं, चॉकलेट से लेकर पेंटिंग तक. और अगर पैसे कम हैं तो मां को खुद ही एक ग्रीटिंग कार्ड बनाकर दे दें. लेकिन, पिताजी के साथ ऐसा नहीं है, है ना? इसके अलावा, आपको लगता है कि पापा को खुश करने के लिए किसी तरह के बड़े सामान की जरुरत नहीं है. और ये बताने की तो जरुरत ही नहीं कि ज्यादातर लोगों को अपने पापा के बदले मां की पसंद ज्यादा पता होती है. इसलिए भी पापा के लिए गिफ्ट लेना और भी कठिन हो...

इस साल मदर्स डे पर आपने क्या किया है ये आपको जरुर याद होगा. शायद उस दिन आप मां को खाने के लिए बाहर ले गए होंगे, उन्हें उनका फेवरेट परफ्यूम खरीद कर फूलों के गुलदस्ते के साथ गिफ्ट किया होगा. है ना? और अब फादर्स डे के लिए आपने क्या प्लान किया है? यकीनन कुछ नहीं प्लान किया होगा. वैसे आप अकेले नहीं हैं. दुनिया भर में लोग मदर्स डे की तुलना में फादर्स डे पर लोग खर्च कम करते हैं.

ऐसा क्यों?

'हम में से ज्यादातर लोग ये सोचते हैं कि पिता की अपेक्षा हमारी मां ज्यादा अच्छा और बड़ा प्रेजेंट डिजर्व करती हैं. सही या गलत लेकिन कुछ हद तक हमें लगता है कि घर को सजाने-संवारने में मां का ज्यादा बड़ा योगदान होता है. लोग मां के बलिदानों को समझते हैं और इसलिए दिल में उनके लिए स्पेशल जगह तो होती ही है साथ ही वो उसके लिए कुछ स्पेशल भी करना चाहते हैं.

साथ ही पिता जी गिफ्ट या फिर प्यार के भावों को व्यक्त करने में बहुत कम रुचि रखते हैं. शायद पिता ये सोचते हैं कि उन्हें महंगे गिफ्ट या मां की तरह गुलदस्ते नहीं चाहिए. सामान्यत: वे किसी से इस बात की आशा नहीं रखते कि वो उनके लिए किसी तरह के महंगे गिफ्ट खरीदें.

साथ ही ये बात कौन भूल सकता है कि पापा के लिए सही गिफ्ट खरीदना पहाड़ तोड़ने की तरह टफ टास्क है! अगर मां के लिए कोई गिफ्ट खरीदनी है तो बाजार में सैंकेड़ों ऑप्शन उपलब्ध होते हैं, चॉकलेट से लेकर पेंटिंग तक. और अगर पैसे कम हैं तो मां को खुद ही एक ग्रीटिंग कार्ड बनाकर दे दें. लेकिन, पिताजी के साथ ऐसा नहीं है, है ना? इसके अलावा, आपको लगता है कि पापा को खुश करने के लिए किसी तरह के बड़े सामान की जरुरत नहीं है. और ये बताने की तो जरुरत ही नहीं कि ज्यादातर लोगों को अपने पापा के बदले मां की पसंद ज्यादा पता होती है. इसलिए भी पापा के लिए गिफ्ट लेना और भी कठिन हो जाता है.

और जब आपको पता है कि कुछ स्पेशल नहीं देने पर पापा बुरा भी नहीं मानेंगे तो फिर कुछ भी लेने का ही आइडिया ड्रॉप कर दिया जाता है.

अब तो समझ आ ही गया होगा कि आखिर क्यों लोग मां के लिए तो गिफ्ट खरीदते हैं लेकिन पापा के लिए बहुत कम.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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