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या अल्लाह ! पाकिस्तान में तीन पिताओं के 96 बच्चे !!

    • अरविंद मिश्रा
    • Updated: 11 जून, 2017 05:59 PM
  • 11 जून, 2017 05:59 PM
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'जितने ज्यादा मुस्लिम होंगे, उनके दुश्मन उनसे उतना ही डरेंगे, इसलिए मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए’. 96 बच्चे पैदा करने वाले 3 पाकिस्तानी पिताओं की कुछ ऐसी ही दलीलें हैं.

हम इंसानों की एक फितरत होती है कि जब हम मुसीबत में होते हैं और कोई समाधान दूर-दूर तक नजर नहीं आता, तो उसे हम इस आशा में भगवान के भरोसे छोड़ देते हैं कि भगवान ही अब नैय्या को पार लगा सकता है. ताजा वाक्या पाकिस्तान का है जहां तीन पिता ऐसे हैं जिनकी सन्तानों की संख्या 96 है. यानी शतक के बेहद करीब. इन तीनों ने अपनी संतानों को अल्लाह के भरोसे छोड़ दिया है. उनका कहना है कि खुदा अगर जन्म देता है तो उसे चलाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है और खुदा पर उन्हें विश्वास भी है.

तीन पिता और 96 बच्चे

पहले पिता मस्तान खान वजीर हैं जिनकी उम्र 70 साल है और उनकी 3 पत्नियों से कुल 22 बच्चे हैं. उनका कहना है कि उनके पोते पोतियां इतने ज्यादा हैं कि उन्हें उनकी सही गिनती ही मालूम नहीं है. बकौल मस्तान खान वजीर ‘अल्लाह पर भरोसा रखें, वह अपने बंदों के रहने खाने का इंतजाम करता है.’

मस्तान खान वजीर के हैं 22 बच्चे

दूसरे पिता हैं गुलजार खान जो लगभग 60 साल के हैं और उनकी 3 पत्नियां और कुल 36 बच्चे हैं. आइये उनका भी दलील जानते हैं. बकौल गुलज़ार खान  ‘अल्लाह ने पूरी दुनिया और इंसानों को बनाया है, इसलिए मैं बच्चा पैदा करने की प्राकृतिक प्रक्रिया को क्यों रोकूं?’

60 साल के गुलजार खानके 36 बच्चे हैं

गुलजार के...

हम इंसानों की एक फितरत होती है कि जब हम मुसीबत में होते हैं और कोई समाधान दूर-दूर तक नजर नहीं आता, तो उसे हम इस आशा में भगवान के भरोसे छोड़ देते हैं कि भगवान ही अब नैय्या को पार लगा सकता है. ताजा वाक्या पाकिस्तान का है जहां तीन पिता ऐसे हैं जिनकी सन्तानों की संख्या 96 है. यानी शतक के बेहद करीब. इन तीनों ने अपनी संतानों को अल्लाह के भरोसे छोड़ दिया है. उनका कहना है कि खुदा अगर जन्म देता है तो उसे चलाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है और खुदा पर उन्हें विश्वास भी है.

तीन पिता और 96 बच्चे

पहले पिता मस्तान खान वजीर हैं जिनकी उम्र 70 साल है और उनकी 3 पत्नियों से कुल 22 बच्चे हैं. उनका कहना है कि उनके पोते पोतियां इतने ज्यादा हैं कि उन्हें उनकी सही गिनती ही मालूम नहीं है. बकौल मस्तान खान वजीर ‘अल्लाह पर भरोसा रखें, वह अपने बंदों के रहने खाने का इंतजाम करता है.’

मस्तान खान वजीर के हैं 22 बच्चे

दूसरे पिता हैं गुलजार खान जो लगभग 60 साल के हैं और उनकी 3 पत्नियां और कुल 36 बच्चे हैं. आइये उनका भी दलील जानते हैं. बकौल गुलज़ार खान  ‘अल्लाह ने पूरी दुनिया और इंसानों को बनाया है, इसलिए मैं बच्चा पैदा करने की प्राकृतिक प्रक्रिया को क्यों रोकूं?’

60 साल के गुलजार खानके 36 बच्चे हैं

गुलजार के अनुसार 'इस्लाम फैमिली प्लानिंग के खिलाफ है', इसीलिए वो भी फैमिली प्लानिंग नहीं करते. खबरों के अनुसार गुलजार की तीसरी पत्नी फिलहाल गर्भवती हैं, यानी जल्द ही उनके बच्चों की संख्या बढ़कर 37 हो जाएगी.

आइये अब जानते हैं तीसरे पिता का कारनामा. बलूचिस्तान के क्वेटा में रहने वाले जान मोहम्मद की तीन पत्नियां हैं और तीनों से 38 बच्चे हैं और उनका लक्ष्य 100 बच्चे पैदा करना है इस कारण वह चौथा विवाह भी करना चाहते हैं. लेकिन जान मोहम्मद का नसीब साथ नहीं दे रहा है. अभी तक कोई भी महिला उनसे शादी करने के लिए तैयार नहीं हुई है. उनके अनुसार ‘जितने ज्यादा मुस्लिम होंगे, उनके दुश्मन उनसे उतना ही डरेंगे, इसलिए मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए’.

जान मुहम्मद की तीनों पत्नियों से हैं 38 बच्चे

दरअसल इन तीनों पिताओं के बारे में खुलासा तब हुआ जब पाकिस्तान में 19 सालों के बाद जनगणना की प्रक्रिया शुरू हुई.

अब एक नजर पाकिस्तान की बदहाल स्थिति पर

- वर्तमान में पाकिस्तान की जनसंख्या 20 करोड़ है. वर्ष 1998 में इसकी जनसंख्या 13 करोड़ 50 लाख थी.

- विश्व बैंक के अनुसार पाकिस्तान दक्षिण एशिया में सबसे अधिक जन्म दर वाला देश है, जहां हर महिला करीब 3 बच्चों को जन्म देती है.

- बेतहाशा जनसंख्या बढ़ोत्तरी के चलते पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति भी बेहद खराब है.

- यहां जिस गति से जनसंख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है, उस अनुपात में रोजगार के अवसर ना के बराबर हैं.

- पाकिस्तान में नौकरी के लिए 95 फीसदी युवा भटक रहे हैं.

- पाकिस्तान में 20 लाख बेरोजगार हर साल बढ़ रहे हैं.

- पाकिस्तान पर लगभग 73 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है.

- इस देश में जनसंख्या का 40 प्रतिशत भाग अति गरीबी से ग्रस्त रहता है.

इस खबर को पढ़कर तो यही कहा जा सकता है कि पाकिस्तान की बदहाली के लिए ऐसे ही पुरुष जिम्मेदार हैं. अगर विश्व बैंक की मानें तो पाकिस्तान की बढ़ती जनसंख्या आर्थिक लाभ और सामाजिक कार्यों को भी प्रभावित कर रही है. अतः पाकिस्तान अगर बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं रख पायेगा तो आनेवाले समय में वहां की समस्याएं और भी विस्फोटक हो सकती हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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